1920 किमी तक पाकिस्तान में कब्जा करने वाले शहीद जयगोविंद यादव उपेक्षित क्यों ?प्रसिद्ध यादव।
सेवा में,
महामहिम राष्ट्रपति महोदया।
भारत सरकार
नई दिल्ली।
बिषय - 7 वीं बटालियन बिहार रिजिमेन्ट सेंटर दानापुर के सिपाही शहीद जय गोविंद प्रसाद यादव को समुचित सम्मान देने के लिए।
महाशय,
शहीद जय गोविंद प्रसाद यादव के शहीद होने की सूचना देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के 16 सितंबर 1965 के पत्र से मिली थी जो निम्नलिखित थीं-
" मैं भारत सरकार और अपनी ओर से आपके दुःख में यह संदेश भेज रहा हूँ। भारत की जनता की हृदय से भी आप के साथ है।देश की सेवा में यह बलिदान हुआ है।उसके लिये सारा देश कृतज्ञ है।हम सब की प्रार्थना है कि इस महान शोक में भी आपको धैर्य और शांति प्रदान हो। "
- लाल बहादुर शास्त्री
प्रधानमंत्री भवन
नई देहली
16 सितम्बर 65
सेवा में,
श्रीमान मिसरी प्रसाद यादव
पिता स्वर्गीय सिपाही जय गोविंद प्रसाद यादव
गांव - बाबूचक
डाकखाना - मुबारक पुर
जिला - पटना( बिहार)
तत्कालीन प्रधानमंत्री शास्त्री जी द्वारा लिखी गई भावपूर्ण उपरोक्त पत्र को अवलोकन करें।
भारत के प्रधानमंत्री शास्त्री जी की इस भावनाओं का न कद्र हुआ न शहीद जय गोविंद प्रसाद यादव को सम्मान मिला, ना ही इसकी जन्मभूमि बाबूचक में भी कोई स्मृति है। आज के युवा पीढ़ी से इस गांव के शहीद के बारे में कोई पूछे तो कोई नहीं जानता है? क्योंकि कोई स्मृति ही नही है कि गौरवशाली अतीत को कोई जानें।
शास्त्री जी अपने पत्र में लिखे थे कि" सारा देश कृतज्ञ है।" और यहां जन्मभूमि के लोग भी इनसे अनभिज्ञ हैं। क्या यही हमारा देश प्रेम है ?
जय गोविंद प्रसाद यादव 7 वीं बटालियन बिहार रिजिमेन्ट दानापुर के सिपाही संख्या 4237755 था। वे 27 अगस्त 1965 को छमजूरिया, जम्मू कश्मीर में अदम्य साहस, सूर्यवीरता, पराक्रम और बलिदान की परिचय देते हुए राष्ट्र सेवा में अपना सर्वत्र न्योछावर किये और वीरगति को प्राप्त हुए थे । भारत ने पाकिस्तान के 1920 किलोमीटर (जिसमें सियालकोट, लाहौर और कश्मीर क्षेत्र) के हिस्से पर कब्जा कर लिया था।इनकी शौर्यवीरता हमारे लिए , हमारे देश के लिए हमेशा प्रेरणादायक रहेगा। हमारे देश में वीरों , शहीदों, स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर अनेक स्थान,रेलवे स्टेशन, सड़क ब्रिज का नाम है फिर शहीद यादव के साथ भेदभाव क्यों?
शहीद जय गोविंद प्रसाद यादव के सम्मान में मैं निम्नलिखित माँग करता हूँ।
1 शहीद यादव की प्रखंड मुख्यालय या इनके पैतृक गांव में आदमकद प्रतिमा का निर्माण हो।
2 इनके पैतृक गांव में स्मृति द्वार का निर्माण हो।
3 नव निर्मित नेउरा दनियावां रेल खंड में शहीद के गांव बाबूचक में इनके नाम पर रेलवे स्टेशन का निर्माण व नामकरण हो।
4 इनके शहादत दिवस को राजकीय सम्मान के साथ मनाया जाए।
5 इनके पैतृक गांव के विद्यालय इनके नाम पर हो।
6 इनके नाम पर कला संस्कृति ,खेल पुरस्कार वितरण हो।
7 बसंचक बाबूचक खगौल सड़क का इनके नाम पर हो।
8 इनके परिजनों को शहीद का उचित लाभ मिले।
अतः आशा करता हूँ कि इस आवेदन पत्र पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने की कृपा करेंगे।
विश्वासभजन
प्रसिद्ध कुमार
पिता स्व राम किसुन राय
ग्राम बाबूचक
फुलवारी शरीफ, पटना बिहार।( शहीद के गांव से)
पिन कोड 801105
संलग्न- लाल बहादुर शास्त्री जी की पत्र की छाया प्रति।
9 मार्च 2022
प्रतिलिपि - 1 श्री नरेन्द्र मोदी जी
मा प्रधानमंत्री ,भारत ,नई दिल्ली।
2 श्री अमित शाह जी
केंद्रीय गृहमंत्री
भारत सरकार, नई दिल्ली।
3 महामहिम राज्यपाल
बिहार।
4 श्री नीतीश कुमार जी
मा मुख्यमंत्री, बिहार।
5 श्री तेजस्वी यादव जी
मा उपमुख्यमंत्री
बिहार।
6 श्री रामकृपाल यादव जी
मा सांसद, पाटलिपुत्र ( लोकसभा )
7 डॉ मीसा भारती जी
मा सांसद ( राज्यसभा )
8 श्री गोपाल रविदास जी
मा विधायक, फुलवारी शरीफ।
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