हाय रे बेशर्म पुलिस !-प्रसिद्ध यादव।

   


वर्दी पहने पर सनक इतनी न हो जाये कि कानून व्यवस्था को मदद करने वाले को ही जेल भेजने का भय दिखाकर रुपये ऐंठने लगे। ऐसी भ्रष्ट पुलिस को न सिर्फ जेल हो बल्कि सेवा से बर्खास्त कर देना चाहिए ताकि एक नजीर पेश हो सके। अभी दारोगा की ट्रेनिंग ही ले रही थी कि वर्दी दागदार कर दी।घर वाले खुश हुए होंगे कि बेटी दारोगा बन गई, लेकिन उन्हें क्या पता ये वर्दी में दारोगा नहीं दस्यु है।

राजधानी पटना में चार पुलिसकर्मी गिरफ्तार किये गए हैं। इन लोगों पर अवैध वसूली का आरोप लगाया गया है। एसएसपी राजीव मिश्रा के निर्देश पर बेऊर थाना से संबंधित सभी आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। गिरफ्तार किये जाने वाले आरोपी पुलिसकर्मियों में महिला दारोगा भी शामिल है। इस मामले के सामने आने के बाद से पुलिस महकमे हड़कंप मच गया। 26 सितंबर की रात सिपारा पुल के पास दो लोगों से जबरदस्ती 15-15 हजार रुपये ट्रांजिक्शन कराने का आरोप बेऊर थाना की गश्ती पार्टी पर लगा है। इस गश्ती पार्टी में पीएसआई अंजनी कुमारी, हवलदार भिखारी कुमार, गृह रक्षक सुबोध कुमार, थाने के निजी चालक वीरेंद्र कुमार और गृह रक्षक सुमन कुमार तैनात थे। इन लोगों पर 30 हजार रुपये की अवैध वसूली करने और फर्जी केस में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगा है।

संभल जाए वर्दी के रौब दिखाकर रुपये ऐंठने वाले,नहीं तो उनका भी हस्र यही होगा।आज हमारे बीच में अनेक पुलिस ऐसे हैं जिनकी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के लोग कायल हैं लेकिन कुछ भ्रष्ट पुलिस के कारण पूरे महकमे को बदनाम कर छोड़ दिया है।


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