भ्रष्ट आचरण गले का फांस !
रसूख वाले कानून को कागज़ की पुड़िया और प्रशासन को हाथों की कठपुतली समझने वाले भ्रष्ट आचरण करने में माहिर होते हैं और इसके रुतवे ठाठ में अधिकारी तक फंस जाते हैं।अभी आजम खां के पुत्र डबल जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के कारण सलाखों में है ।इसी तरह एक ज़मीन के मोटेशन में गड़बड़ी निकली है।पिता से पहले पुत्र का मोटेशन और बाद में पिता का।जमीन 20-22 डिसमिल और बढ़कर हो गया दोगुना।अब किस आधार पर हुआ । इस पैसे के खेल में भ्रष्ट आचरण करने वाले और करवाने वाले के गले में फंदे पड़ते नजर आ रहे हैं।न पैसा बचाएगा न ऊंचे रसूख ,क्योंकि साक्ष्य जो रह गया है।अब कहाँ से डीड आया और कैसे फर्जीवाड़ा हुआ,जवाब तो देना ही होगा।एक वेल एडुकेटेड की जिम्मेवारी तो बनेगी ही कि जिस चीज का विरोध करना चाहिए था या भ्रष्टाचार को पर्दाफाश करना चाहिए था, वो उसमें भागीदार बन गया। जबतक आंख कान नाक न डूब जाए तब तक खतरा नहीं मालूम होता है।
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