भ्रष्ट पुत्र- लक्ष्मी पुत्र का पहले फुलवारी में स्वागत था,अब होगी खोज!
अब ऐसे लोगों को बेसब्री से खोजा जा रहा है अंदर करने के लिए।
भ्रष्ट तरीके से किसी की भी जमीन पर जमाबंदी कायम करना है, कब्जा करना है तो फुलवारी शरीफ प्रखंड आ जाइये।स्वागत है। पूर्व अंचलाधिकारी, कर्मचारियों, चमचों ने खूब गुल खिलाया है? लक्ष्मी यहां चलकर नहीं उड़कर आती थी।लक्ष्मीपुत्र फर्जीवाड़े को अपनी काबलियत समझता था।मैं जब फुलवारी अंचल के कुछ कारनामों को देखा तो मैं दंग रह गया।मेरी पारखी नजर एक - एक सबूत साक्ष्य को इकट्ठा किया।इस कुकर्मों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी भरपूर सहयोग रहा।सभी को मन , धन,तन, भी समर्पण किया गया। शराब, शबाब ,कवाब के संगम में इंसान पिस कर रह गया।कुछ तो भ्रष्ट कायर हकदारों को चुनौती दे डालता है। हकदार ने ऐसे कायरों को कितनी बार बचाया होगा,वही जानता होगा ,लेकिन लगता है वो दिन खुद जल्द लाने वाला है।बिहार सरकार के फर्जीवाड़ा के खिलाफ सख्ती से होश उड़ गये है। अब फर्जीवाड़े को लगने लगा है कि वो जल्द भीतर ठेलाने वाला है। इसकी करामात ही इसे सलाखों में पहुंचाएगा।जरूरत है संयम की।कमजोर लोगों को जीना दूभर हो गया था।चारो तरफ दबंगई, हेराफेरी, फर्जीवाड़ा का बोलबाला हो गया था।सरकार की सख्ती से फर्जीवाड़ा थर- थर कांप उठा है।कई हमारे मित्र वरीय अधिकारियों के आदेश लेकर घूमते - घूमते थक गए लेकिन कोई नहीं सुना।वैसे लोगों का मैं सारथी हूँ।कौन सी जंग कैसे लड़ी जाती है।मैं बताऊंगा। कितने लोग आय से अधिक संपत्ति में सीधा हो गए। फुलवारी के पूर्व अंचलाधिकारी व थाना प्रभारी पर मेरी तीर सटीक लगी थी, सस्पेंड हुआ था, फिर दो कौड़ी के फर्जीवाड़े का क्या बिसात है?
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