वर्तमान पत्रकार प्रवक्ता और पत्रकारिता विज्ञापन ! -प्रसिद्ध यादव।

      


कुछ पत्रकार का सवाल जवाब से बड़ा होता है।यानी वो सवाल के माध्यम से किसी पार्टी विशेष का प्रवक्ता की तरह बोलते सवाल पूछता है। चतुर राजनेता इनके भाव को समझकर जवाब देते हैं तो ऐसे पत्रकारों के चेहरे का रंग उड़ जाता है।अभी हाल ही में एक तथाकथित अपने नाम के बाद डायरी के नाम से युट्यूबर है।जब राजद के नवमनोनित राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कुशवाहा से पाला पड़ी तो होश उड़ गए। बार बार 1990 के दशक को जंगल राज का हाई कोर्ट के हवाले से पूछ रहा था, क्या सटीक जवाब दिया, यह बहुजनों का स्वर्णिम काल था,जिसकी असर देश में दिखाई पड़ रही है। जब जज गवर्नर, राज्यसभा में जा रहा तो उसने कितना न्याय किया होगा?यह समझना चाहिए।

वर्तमान पत्रकार दैनिक भोगी कर्मचारी बन कर रह गए।जो इनके मालिक का दिशा निर्देश होता है उन्हीं के अनुरूप खबरें छपती हैं।खबरों को तोड़ मरोड़कर पेश करना एक कला हो गया है।खबरों की प्रमुखता सरकार की नियंत्रण में हो गयी।पित्त पत्रकारिता का दौड़ है।खबरें बिकती हैं,खबरें छपे नही या प्रमुखता से न दिखे,इसकी भी कीमत मिलती है।मीडिया हाउस सरकार की इशारे पर नाचती है। यह जनता की आवाज न बनकर सरकार की भोंपू बन गयी है।सरकारी पक्ष मीडिया रख रही है।पत्रकार कौन लोग हैं?उनकी गुणवत्ता क्या है?किसी भी मीडिया में पत्रकारों को रखने का क्या मापदंड है?पत्रकारों का स्वरूप क्या हो?अच्छे पत्रकार के लिए महाभारत के इन पत्रों के अनुरूप होना चाहिये।नारद-भ्रमणशील और बेवाकी से किसी भी बातों को कहने वाला।युधिष्ठिर-सत्यनिष्ठ, भीम-साहसी,अर्जुन-खबरों की परख चिड़ियों की आंख की तरह।खोजी पत्रकारिता का अभाव,खबरों की सच्चाई से दूरी चिंता का बिषय है।अब मीडिया से लोगों का भरोसा उठते जा रहा है,चिंता का बिषय है।मीडिया द्वारा भी अंधविश्वास, पाखण्ड की खबरें प्रमुखता भी दिखाई जाती है। फॉलो अप खबरें गायब हो गया है। अखबारों में आलेख राजनेताओं के भाषण के अंश या राजनेताओं द्वारा प्रकाशित हो रही है।ये सभी पेड न्यूज हो गए हैं।टीवी चैनलों पर मुर्गे लड़ाई जाती है। हिन्दू मुस्लिम यहां भी हर डिबेट में होता है। पत्रकार अब ब्लैकमेल करने लगे हैं।किसी में  कुछ कमी दिखाकर उससे पैसे ऐंठे जाते हैं। ब्लॉक ,थाना में दलाली होने लगी है।मंत्री विधायक के यहां चरणवंदना होता है।इस दयनीय स्थिति को देखकर हृदय द्रवित हो जाता है।


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