पाटलिपुत्र में महागठबंधन का विधानसभाओं में 1लाख 60 हजार 300 की बढ़त है ! एक समीक्षा - प्रसिद्ध यादव।

  


कैसी विडंबना है की  पाटलिपुत्र लोकसभा के अंतर्गत 6 विधानसभाओं में 2020 की चुनाव में  महागठबंधन  का कब्जा है ।इसमें न्यूनतम 13857 से लेकर अधिकतम 35 460 वोटों की बढ़त हासिल है। 13 हजार से लेकर 15 हजार तक कि बढ़त क्रमशः फुलवारी और दानापुर विधानसभा में महागठबंधन की बढ़त हासिल है तो चार विधानसभाओं में 30  हजार से अधिक की बढ़त है।  सभी 6  विधानसभाओं के आंकड़े देखें तो   भाजपा बुरी तरह से पस्त नज़र आती है। 2020 विधानसभा के आंकड़े 

दानापुर 

 कुल वोट पोल 52 .67  %

राजद  को 48.44 % वोट 88895 

भाजपा  39.86 % वोट 73971 

अंतर  14924 राजद विजयी ।

 मनेर  

कुल वोट पोल 61.16 %

 राजद  47.44 %  वोट 94223 

भाजपा  30.86 % वोट  61306 

अंतर  32917  राजद विजयी 

बिक्रम 

कुल वोट पोल 58 .66 % 

कॉंग्रेस  47 .71 % वोट 86177 

 निर्दलीय              वोट 50717 

अंतर          35460 कॉंग्रेस विजयी 

पालीगंज 

कुल वोट पोल  54 .82 %

माले  43 .73 % वोट 67917 

जदयू  23 .83 % वोट 37302

अंतर  30915 

मसौढ़ी 

कुल वोट पोल 58 .40 % 

राजद  50 .2 % वोट 98696 

जदयू  33.21 % वोट 66469 

अंतर 32227 विजयी  राजद 

फुलवारी 

कुल वोट 57.27 %

माले 43.27 % वोट 91124 

जदयू 37 % वोट 77267 

अंतर 13857 विजयी माले।

महागठबंधन को कुल 527032 वोट मिले 

एनडीए को कुल  366732 वोट मिले 

महागठबंधन को 160300 वोटों की बढ़त हासिल है।

2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 

   509557 वोट मिला था 

राजद को 470236 वोट मिला था ।

अंतर 39321 था विजयी भाजपा।

2014 में भाजपा राजद के वोटों का अंतर 40322 था 

विजयी भाजपा।

2009 में अंतर 23541था।विजयी भाजपा।

विगत विधानसभा चुनाव में लोजपा  जदयू की बागी थी,जिससे जदयू को नुकसान हुआ था लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में जदयू राजद के साथ है तो महागठबंधन की  और पलड़ा भारी

होने की गुंजाइश है लेकिन चुनाव की गणित और सरजमीं में अंतर पड़ता है।महागठबंधन जयचंद और मीर क़ासिम जैसे लोगों से परेशान है और एन चुनाव के वक्त इसके विधानसभा के सेनापति बदल जाते हैं, जिसे दल के नीतियों ,कार्यों से लेना देना नही होता है, वैसे के  कर्मठ  कार्यकर्ता सेना  बनने में हिचकते हैं। बूथ लेवल की इसकी तैयारी हवा हवाई रहती है। अधिकांश लोग प्रत्याशी के आगे पीछे या हेड क्वाटर तक चेहरा चमकाते रहते हैं। भाजपा ग्रास रूट पर खूब काम करती है।इसके अलावा तत्कालीन अन्य फैक्टर भी हैं जो भाजपा को मजबूत करते रहती है।


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