कभी विस्मृत न होंगें देवमुनि यादव जी 😢! -प्रसिद्ध यादव।
आज से करीब एक साल पूर्व ही वे बिहार पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य मनोनीत हुए थे।कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर थी
मनेर छियान्तर दियारा गांव से जहाँ शहर आने जाने की मुक्कमल रास्ते नही ।6 महीना बाढ़ के पानी से जल मगन रहने वाला क्षेत्र एक किसान मजदूर के युवा छात्र नेता देवमुनि अपनी भारतीय पोशाक धोती कुर्ता धारण किये 1974 के जेपी आंदोलन में कूद पड़े। लोकदल ,दमकीपा जैसे समाजवादी विचारधारा के साथ बह गए। उस वक्त राजनेताओं के साथ रहने वाले को एक अदद सी नॉकरी आसानी से मिल जाती, लेकिन चौधरी चरण सिंह, लोहिया ,कर्पूरी, लालू यादव, मुलायम सिंह, रामबिलास पासवान,, वीपी सिंह, चंद्रशेखर सिंह,रघुवंश प्रसाद के सान्निध्य में रहकर प्रखर समाजवादी नेता बने ।पटना जिला जनता दल और राजद के अध्यक्ष पद पर रहते हर प्रखंडों ,गांवों के दौड़ा करते रहे ।यही कारण है कि वे सभी जगह लोकप्रिय रहे। अनुशासन प्रिय और लालू यादव जी के अन्योन्य भक्त भी थे।जब लालू जी रेल मंत्री थे तब मैं भी साथ हाजीपुर जाकर लेटर दिया था।वब भी ये हाजीपुर जोनल रेलवे में यात्री परामर्शदात्री के सदस्य थे। इसके बाद रेल मंत्रालय में सदस्य बने थे। यादव लम्बे समय से बीमार रह रहे थे और अन्तोगत्वा हमलोगों के साथ छूट गया।साधन विहीन होकर भी दल को सफलतापूर्वक संचालन किये। पटना जिला के हर प्रखंड में किसी भी धरना प्रदर्शन में पहुंकर कार्यकर्ताओं को जोश भरते थे। पटना में दल का कोई भी कार्यक्रम होता उसकी जिम्मेदारी इनके कंधे पर होती थी। भले ही इनका नश्वर शरीर नहीं रहा, लेकिन इनकी कृतियाँ हमेंशा अमर रहेगी।
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