धूमधाम से मना स्कूल का वार्षिकोत्सव, रंगारंग प्रस्तुति से बच्चों ने लोगों का मन मोहा

 फ़ैक्टरी से मना स्कूल का वार्षिकोत्सव, रंगारंग सरदारों से बच्चों ने लोगों का मन मोहा


फुलवारीसरफराज। फुलवारी सरफराज के दिल्ली रिपब्लिक स्कूल का वार्षिकोत्सव वर्ष के अंतिम दिन 31 दिसंबर को बड़े ही धूमधाम से क्राउन हॉल में मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के सैकड़ों छात्र-छात्रा-आस्थावानों ने मशालें दी।

दिल्ली रिपब्लिक पब्लिक स्कूल ने अपना 21वां वार्षिकोत्सव मनाया।

समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव, रामकृष्णा द्वारिका के दिग्गज प्रो.डॉ. वार्षिकोत्सव में नामांकित बच्चों ने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेकर वहां मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

दीप प्रज्वलित कर पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव ने कार्यक्रम की शुरुआत की। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्रों ने एक से बढ़कर एक आकर्षण प्रस्तुतियां कार्यक्रम को बहुत ही यादगार बना दिया। छात्र-छात्रा-छात्रा-छात्रा-छात्रा-छात्रा-छात्र-वर्ग ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुतीकरण करके समाज के लोगों को एकजुट किया। मौज-मस्ती की पाठशाला, पुलवामा हमला, इलिटरेसी, सोशल मीडिया पर बुरा प्रभाव, लड़की हूं ना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे संदेश नाटक के माध्यम से दिया।

कार्यक्रम के दौरान स्कूल की ओर से निदेशालय विकास के लिए प्रतिभागियों को अंगवस्त्र, पुष्पगुच्छ आदि पद से नवाजा गया। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभावान बच्चों की भी परीक्षा ली गई। छात्रों के अभिभावकगण और शहर के कई नामांकित व्यक्ति कार्यक्रमों को देखने के लिए क्षेत्र और पूरे कार्यक्रमों का आयोजन स्थल पर आनंद उठाया गया। इस संस्था पर दिल्ली रिपब्लिक स्कूल के निदेशक भोला विकास ने कहा कि फुलवारी ऑफिस, पिपलावां ऑफिस, जेनीपुर ऑफिस के सभी छात्र-छात्राएँ सामूहिक रूप से भव्य तरीके से वार्षिकोत्सव मना रहे हैं। उन्होंने सभी छात्रों को नववर्ष की बधाई देते हुए उनके बेहतर भविष्य की कामना की।

मुख्य अतिथि सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि बच्चों को अच्छा नागरिक बनाने में माता-पिता के बाद शिक्षा का अहम योगदान होता है। बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा शिक्षा चाहिए। मुझे ऐसा लगता है कि इन सभी मानकों में दिल्ली रिपब्लिक स्कूल का सबसे खराब दर्जे का है। इस तरह से स्कूल के छात्रों ने कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, ऐसा लगता है कि शिक्षक और छात्र काफी मेहनत करते हैं और वे सभी का उत्साहवर्धन भी करते हैं। शिक्षा के साथ-साथ छात्रों के कौशल विकास के लिए इस तरह की सांस्कृतिक गतिविधि समय-समय पर होनी चाहिए। विद्यार्थियों को अपने जीवन में उच्च लक्ष्य अवश्य निर्धारित करना चाहिए और उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मेहनत अति आवश्यक है।

बच्चों ने कार्यक्रमों की शुरुआत जन-गण, वंदे मातरम, गणेश वंदना, कव्वाली आदि के नायकों से की तो एक अलग ही उत्साह नजर आया। इस बीच कार्यक्रम में साइंस रिसर्च, फ़ूड कोर्ट सहित कई अन्य कार्यक्रम भी हुए।

मस्जिद पर फुलवारी के उप-शिक्षक राजेंद्र प्रसाद, पिपलावन के उप-शिष्यालय के अध्यक्ष अफरीन परवीन, जैनपुर के उप-शिक्षक सन्ना के सलाहकार सहित सभी शिक्षक और छात्र- गोविंद कुमार, अल्फिया, सुधांशु, राजनन्दनी, अमन, राहुल सहित अन्य छात्र थे।

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