बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं चिंताजनक !
बढ़ती सुख सुविधा के दौड़ में लोगों की व्यस्तम जिंदगी हो गई है। हर कोई समय को अपने मुट्ठी में रखने की कोशिश है।हर किसी को जल्दी है। युवाओं में फर्राटे भरने में मजा आता है। कान में ईयर फोन लागकर गीत संगीत की मस्ती में मौत को गले लगा रहे हैं। सड़क पर दिये गए नर्देशों का पालन नहीं करना भी दुर्घटना के कारण है। सड़कों पर अतिक्रमण , ओ
वर टेक ,क्षमता से अधिक सवारी आद भी जानलवा बन गया । जरूरत से अधिक बेवजह भी लोग चारपहिया वाहन सड़कों पर निकालते रहते हैं। सबसे अधिक लोगों में ट्रैफिक सेंस की जरूरत है । शराब पीकर या नशे का सेवन कर लोग सड़कों पर गाड़ियां चलाते हैं।।देश भर में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती ही जा रही है । सड़क दुर्घटनाओं में जानमाल की हानि मानवीय भूल का कारण है। देश में सड़क दुर्घटना में हर घंटे 25 लोगों की मौत होती हैै। बहुत कम दुर्घटनाएं वाहन की अचानक तकनीकी खराबी या अन्य कारणों से होती हैं। सतर्कता से सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों की जान बचाई जा सकती है। सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों की जान बचाने के लिए परिवहन, पुलिस, लोक निर्माण और सबंधित विभाग को संयुक्त रूप से व्यापक जन जागरूकता करने के जरूरत है।
Comments
Post a Comment