गांधी परिवार की शहादत भूल गालियां देते हैं बड़बोले !
कोई अधम व्यक्ति ही मृतकों को गाली दे सकता है!
इस देश का दुर्भाग्य ही कहें कि गांधी परिवार से दो -दो देश के पीएम इंदिरा गांधी व इनके पुत्र राजीव गांधी की निर्मम हत्या कर दी गई। देश इस अपूर्णीय क्षति को झेला है। 40 वर्षों से गांधी परिवार का कोई न देश का पीएम हुआ और ना ही किसी राज्यों में सीएम ना ही केंद्रीय मंत्री भी बने। सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी कभी कोई मंत्री नहीं बनी। देश के लिए शहादत देने वाले को गालियां देना उचित है? कॉंग्रेस नेता खड़गे ने मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि मोदी द्वारा गांधी परिवार को गाली देना ठीक नहीं है। इंदिरा गांधी के हत्या के बाद देशवासी पूरी तरह से गांधी परिवार के साथ खड़े थे और 400 से अधिक सीटों पर कॉंग्रेस को विजयी दिलाकर अपार बहुमत दिया था। उस वक्त के अधिकांश कोंग्रेसी आज भाजपा के नेता बने हुए हैं और मतदाता भी भाजपा में चले गए।इसके बावजूद भी कहते हैं कि 70 सालों में कोई काम नहीं हुआ है। जो आज भाजपा में बने हुए हैं वे अपने पुरखों से पूछें कि कल कॉंग्रेस को क्यों वोट दिए थे और आज उनके ही सन्तान कॉंग्रेस को क्यों कोस रहे हैं। चीत भी मेरा पट भी मेरा नहीं चलेगा। पीएम पद गरिमामयी पद होता है और पूरे देश का प्रतिनिधित्व करता है लेकिन यहाँ विरोधी को शत्रु की तरह देखा जाता है और व्यक्तिगत हमले किये जाते हैं। गांधी परिवार का देश के लिए अनमोल देन है और इसे कोई नकार नहीं सकता है। विडम्बना देखिए कि राजीव गांधी के हत्यारे भी आज जीवन की अंतिम सांस राजीव गांधी अस्पताल में ही लिया। हत्यारा को अपने कुकृत्यों का रिप्ले जरूर हुआ होगा। जीवन में कोई ऐसा कुकृत्य नहीं करना चाहिए कि अंत में उसी की छाया का आश्रय लेना पड़े।
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