देवेशचन्द ठाकुर की ओछी मानसिकता ही ठाकुरगिरी है!
सांसद ,मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री वो किसी व्यक्ति विशेष के नहीं होता! - आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ।
जदयू का चाल चरित्र भी भाजपा की तरह हो गया है।जिस देश में 85 फ़ीसदी वंचित ,बहुजन समाज है, वहाँ ऐसे लोगों को बोलने की मौका मिलता,लेकिन जब लोग खंड खंड में बटा हुआ है तो ये सब बेशर्मी बातें सुनने को मिलता है।
तिवारी ने कहा कि सांसद देवेश चंद्र ठाकुर कहीं बीजेपी के रंग में ना रंग जाएं. सांसद हो मुख्यमंत्री हो या प्रधानमंत्री वो किसी व्यक्ति विशेष के नहीं होता. सांसद देवेश चंद्र ठाकुर आक्रोशित हैं, इसलिए बोल रहे हैं. सामाजवादी नेताओं को ऐसे नहीं बोलना चाहिए। नीरज कुमार ठाकुर के बचाव करते हुए कहा है कि भाषा नहीं ,भाव को समझे ।
वहीं देवेश चंद ठाकुर के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता आनंद माधव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये बहुत शर्म की बात है. जब कोई सांसद बनता है तो वह पूरे क्षेत्र का सांसद होता है. किसी जाति विशेष के नहीं होता है. सांसद के इस तरीके के बयान ओछी मानसिकता के प्रतीक हैं ऐसे बयान समाज में भेद भाव पैदा करते हैं.
दरअसल सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने अपने एक बयान में कहा है कि जब यादव और मुसलमान वोट डालते समय तीर के निशान में पीएम मोदी का चेहरा देखते हैं, तो मैं आपके लिए काम करते हुए लालू और लालटेन का चेहरा क्यों न देखूं. उन्होंने कहा कि मेरे यादव और मुसलमान भाई आइए जरूर आइए, चाय पीजिए और जाईए, लेकिन काम की बात नहीं कीजिए, क्योंकि मैं आपका काम नहीं करूंगा.
उन्होंने कहा कि ऐसा मैं पहली बार कह रहा हूं और अब मैं यही करूंगा. जेडीयू सांसद के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में नई जंग छिड़ गई है. बता दें कि आरजेडी के अर्जुन राय को 51356 वोटों से हराकर देकर देवेश चंद्र ठाकुर पहली बार संसद में पहुंचे हैं. उन्हें 515719 वोट मिले थे.
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