ग्रामीणों को जानीपुर में अवैध मिट्टी खनन का शिकायत करना पड़ा महंगा ! उल्टे रंगदारी मांगने के केस में फंसे।
न कोई सुनने वाला है, न कोई देखने वाला - मंटू यादव, अध्यक्ष, युवा राजद फुलवारी शरीफ।
सरकार कहती है कि आम आदमी को भ्रष्टाचार, लूट ,खसोट की शिकायत करें।सरकार एक्शन लेगी ,लेकिन जानीपुर में उल्टा हुआ। फुलवारी युवा राजद के अध्यक्ष मंटू यादव ने बताया कि नेउरा दनियावां रेल लाइन का निर्माण हो रहा है और इसके लिए पुनपुन में पुल का निर्माण हो रहा है।ठेकेदार द्वारा इस नदी की मिट्टी को काटकर बेचा जा रहा है और छठ घाट के पास काफी गढ़ा खोद दिया गया है, जिससे डूबने की अनहोनी घटना घट सकती है। मंटू यादव ने बताया कि इस नदी के फैलाव के कारण इसमें कई रैयती जमीन भी है।मंटू यादव व अन्य ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग में इसकी लिखित शिकायत की।इसके एक दो दिन के बाद शिकायतकर्ताओं को रंगदारी, मारपीट आदि के झूठे केस में आरोपी बना दिया गया है। इसकी खबर दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी,लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।इस पूरे मामले को मैं इस रेल लाइन निर्माण के वरीय अधिकारी के संज्ञान में दे दिया है,मोबाईल से संपर्क करने की कोशिश की ,बात नहीं हुई , लेकिन उनके द्वारा जवाब की या निष्पक्ष जांच की प्रतीक्षा है।
जानीपुर के अधपा गांव में सूखे पुनपुन नदी और रैयती जमीन से दिनदहाड़े मिट्टी का अवैध खनन चल रहा है। मगर प्रशासन अनजान बना हुआ है। अब इसे प्रशासन की अनदेखी कहें या उच्चाधिकारियों की मिलीभगत, खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। इन खनन माफियाओं द्वारा जहां दिनदहाड़े मिट्टी खनन के जरिए पर्यावरण को खुलेआम चोट पहुंचाई जा रही है, वहीं कानून के इकबाल को सरेआम चुनौती दी जा रही है। ग्रामीणों ने मिट्टी खनन होने की जानकारी डीएम से लेकर सीओ, बीडीओ को दे दी है।
बताया गया िक मिट्टी के खनन में रेलवे के ठेकेदार शामिल हैं, जो मिट्टी काट कर रेलवे लाइन को भर रहे हैं। करीब 500 मीटर क्षेत्र में हो रहे अवैध मिट्टी खनन में चार जेसीबी, दर्जनों हाइवा समेत कई मजदूर लगे हुए हैं। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि छठ के लिए कच्चा घाट बना हुआ था, उसे भी समाप्त कर दिया गया है। दबंगों ने करीब 10 से 15 फुट गड्ढा खोदा है।
वहीं पूछे जाने पर सीओ सुनील कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर कर्मचारी को भेज कर रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
नोट - इस निर्माण संबंधित रेलवे के उच्च अधिकारी से मेरी बात हुई और वे इसे पता कर उचित कार्यवाही के भरोसा दिलाया।
इस निर्माण संबंधित रेलवे के उच्च अधिकारी से मेरी बात हुई और वे इसे पता कर उचित कार्यवाही के भरोसा दिलाया।
ReplyDeleteआप का लेखनी बहुत अच्छा है, निष्पक्ष लिखते हैं, आम अवाम की आवाज को बुलंद करते हैं, इसलिए हमे बहुत पसंद आते हैं। धन्यवाद।
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