जिला पार्षद दीपक मांझी की नानी स्व कौशल्या मांझी को गणमान्यों द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
आज बाबूचक ठूठीबर तर मुशहरी में गणमान्यों के आगमन से फुले न समा रहा था। फुलवारी प के जिला पार्षद दीपक मांझी की नानी की आज श्रद्धांजलि सभा व भोज थी। दीपक यही अपने ननिहाल में बस गया है। थोड़ा फ्लैश बैक में चलें। दीपक के नाना सियाशरण मांझी बहुत अच्छे फुटबॉलर थे। हमलोग उनके साथ इनके घर के पास ही खेलते थे।इनके साथ हमलोगों के आत्मीय सम्बद्ध था।इनकी नानी हमलोगों को बहुत ही प्यार से बौआ कहती थी, लिहाजा हमलोग दीदी ही कहते थे।उन दिनों मांझी परिवार को बहुत ज्यादा समाज में इज्जत नही थी,लेकिन हमलोग पूरे यादव समाज अपने परिवार की तरह रहते थे। समय गुजरा दीपक पढ़ लिखकर बड़ा हुआ और नॉकरी की तैयारी करने लगा।बिहार पुलिस में लिखित परीक्षा में पास कर गया, लेकिन तबियत खराब होने के कारण शारीरिक परीक्षा में पास नही हुआ और पुलिस बनते बनते रह गया। 2021 में पंचायत चुनाव आया और फुलवारी से जिला परिषद के लिए चुनाव लड़ा और हजारों से अधिक वोट से जीत गया।किस्मत राजनीति की ओर घूम गयी। आज इसकी नानी की श्राद्ध में पूर्व मंत्री श्याम रजक,पूर्व विधायक अरुण मांझी फुलवारी राजद अध्यक्ष ध्रुव यादव ,अशोक यादव, बिक्रम के जिला पार्षद चंद्रवंशी ,जगतपुरा से संतोष यादव, दिलीप यादव, दानापुर विधायक रीतलाल राय के भाई पिंकू यादव, श्रवण यादव ,टिंकू यादव ,पटना से राकेश रंजन सहित सैकड़ों लोगों ने दीपक की नानी की तैल चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित किये। अभी राजनीतिज्ञों के आने जाने का तांता लगा था। आज इस मुशहरी में पहली बार मैं श्राद्ध में भरपूर खाने पीने का इंतजाम देखा था। इतनी व्यवस्था बड़े - बड़े लोगों के यहाँ देखते थे। इससे पूर्व दीपक के घर पूर्व सीएम जीतनराम मांझी भी आ चुके हैं।संसद सत्र चालू होने के कारण वे तथा मीसा भारती नहीं आ सकीं ,लेकिन दीपक से मोबाईल से बात कर संवेदना व्यक्त की।सत्र के अवकाश में मीसा भारती आने की बात की हैं। एक लड़का के राजनीति में सफलता मिलने पर पूरे गाँव , क्षेत्र गौरान्वित महसूस करता है।
ॐ शांति ! कोटि कोटि नमन!😢😢
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