गरीबों के घर के स्मार्ट मीटर से करोड़ों कमाया आईएस संजीव हंस !
भ्रष्ट संजीव हंस के लपेटे में कहीं बिहार सरकार की गर्दन न फंस जाये!
स्मार्ट मीटर की रिश्वत से मर्सिडीज गाड़ी,चंडीगढ़ में 95 करोड़ का बंगला,अकूत सम्पति बनाने वाले पर बिहार सरकार मेहरबान रहती है। 2023 की जनवरी में आईएएस संजीव हंस औऱ नेता गुलाब यादव के खिलाफ पटना रूपसपुर थाने में रेप औऱ ब्लैकमेल करने की एफआईआर दर्ज हुई. इंस्पेक्टर स्तर की महिला पदाधिकारी को इस केस का आईओ बनाया गया. मामला हाईकोर्ट तक गया था। नतीजा , पुलिस को कोर्ट का डर भी सता रहा था. लिहाजा केस की जांच-पड़ताल करने में पुलिस ने एहतियात बरती.
पटना के नगर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने 3 अप्रैल 2023 को इस केस की सुपरविजन रिपोर्ट जारी की. राजेश कुमार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा “दस्तावेजी साक्ष्यों के अवलोकन एवं अबतक के अनुसंधान से तत्काल यह कांड धारा-341, 342, 378, 376 (डी) ए 420 313, 120 (वी)/504/506/34 भा०द०वि० एंव 67 आई०टी० एक्ट के अन्तर्गत प्राथमिकी अभियुक्त 1. गुलाब यादव ,उम्र लगभग 53 वर्ष पिता स्व० जीवच यादव, सा० गंगापुर, थाना-झंझारपुर, जिला-मधुवनी वर्तमान विन्देश्वरी अर्पाटमेन्ट फ्लैट नं0-401, रूकनपुरा, थाना-रूपसपुर, जिला-पटना, 2. संजीव हंस, पिता-श्री लक्ष्मण दास हंस, स्थायी पता-65 ए रणजीत एवेन्यु, अमृतसर, पंजाब एवं वर्तमान सरकारी आवास सं0-ए3/4 बेली रोड, पटना वर्तमान में प्रधान सचिव, उर्जा विभाग, बिहार सरकार, पटना के विरूद्ध सत्य मानकर अनुसंधान करना श्रेयष्कर प्रतीत होता है.”
अर्थात बिहार पुलिस के सिटी एसपी ने ये माना कि जांच से साफ हुआ है कि संजीव हंस ने रेप, धोखाधड़ी जैसी घटनाओं को अंजाम दिया. सिटी एसपी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा पीड़ित महिला कह रही है कि रेप के कारण वह गर्भवती हुई और उसे बच्चा हुआ है. उस बच्चे और संजीव हंस का डीएनए टेस्ट कराया जाना चाहिये. ताकि मामला पूरी तरह क्लीयर हो सके.
मामला आईएएस अधिकारी का था. लिहाजा इसमें पटना के सीनियर एसपी राजीव मिश्रा ने अपनी सुपरविजन रिपोर्ट जारी की. 17 अप्रैल 2023 को पटना के सीनियर एसपी राजीव मिश्रा ने लिखा-“इस कांड में नगर पुलिस अधीक्षक, पश्चिम राजेश कुमार का सुपरविजन रिपोर्ट मिली है. इससे मैं सहमत हूं.” । अर्थात सीनियर एसपी ने भी पाया कि बिहार सरकार के खास अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ रेप का आरोप सही है.
वास्तव में, पुलिस को इस कांड में बड़े सबूत मिले थे. पीड़ित महिला ने बताया था कि उसे महाराष्ट्र के पुणे के एक पांच सितारा होटल में ले जाकर दुष्कर्म किया गया था. पुलिस ने जब होटल में छानबीन की तो पता चला कि उस होटल में संजीव हंस ने कमरा बुक कराया था. कमरा बुक कराने के लिए आईडी के तौर पर संजीव हंस ने अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिया था. पुलिस ने जब उस ड्राइविंग लाइसेंस के नंबर के आधार पर छानबीन की तो पता चला कि उस लाइसेंस को पटना जिला परिवहन कार्यालय से संजीव हंस के नाम पर जारी किया गया था. यानि पुलिस को होटल में दुष्कर्म का प्राथमिक सबूत मिल गया. ऐसे कई और सबूत पुलिस के हाथ लगे.
17 अप्रैल 2023 को पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा की सुपरविजन रिपोर्ट में ही संजीव हंस के भ्रष्टाचार की कहानी सामने आ गयी थी. एसएसपी ने अपने सुपरविजन रिपोर्ट में लिखा था “रेप के मामले के एक गवाह ने पुलिस को बताया है कि संजीव हंस द्वारा चंडीगढ़ में 95 करोड़ रूपये में एक रिजोर्ट खरीदा गया है, जो सुरेश प्रसाद सिंघला के नाम पर है. इसके साथ ही बिहार में प्रीपेड मीटर लगाने वाले ने संजीव हंस को मर्सिडीज गाड़ी गिफ्ट में दिया है. प्रीपेड मीटर वाले से संजीव हंस को जो पैसा मिला था, उस पैसे को संजीव हंस ने गुलाब यादव औऱ सुभाष यादव के जरिये जमीन खरीदने में लगाया है.”
ऐसे दुष्कर्मी ,भ्रष्ट अधिकारी को कठोरतम सजा होनी चाहिए।
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