श्याम रजक जी का राजद से त्याग का निहितार्थ ! - प्रसिद्ध यादव।

   



 हर व्यक्ति अपने निर्णय के लिए स्वतंत्र हैं। राजनीति में एक दल से दूसरे दलों में आना जाना नई बात नहीं है और न कोई आश्चर्य  है।  श्याम जी का राजद से त्याग करना उनका व्यक्तिगत निर्णय है। वजह क्या है? ये वही बता सकते हैं। अगला ठिकाना कहाँ होगा ?यह तय जरूर हो गया होगा। इनके त्यागपत्र को पढ़ा " परम आदरणीय ..." राजनीति शिष्टाचार से अच्छा लगा, लेकिन उस पत्र में "  परम आदरणीय द्वारा मोहरे चलने की बात "  असहज महसूस हुआ। मोहरे चलने की बात अपनी जगह ठीक भी हो सकता है लेकिन यह विरोधाभासी "परम आदरणीय "लगा। दोनों बातें एक साथ नहीं हो सकता है।अगर यह पीड़ा है, दर्द है ,असहजता करने वाली बात है तब फिर कोई अब नया परम आदरणीय हो गये।  मुझे लगता है कि राजद से त्यागपत्र देने की मंशा पूर्व में बन गया होगा । मान्यवर ! राजद में आने पर राजद सुप्रीमो से क्या डील हुई थी? यह सार्वजनिक रूप से नहीं मालूम है लेकिन फुलवारी विधानसभा क्षेत्र गठबंधन के तहत माले को चले जाना भी एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है।  विगत विधानसभा चुनाव के बाद यहां एमएलसी ,राज्यसभा के भी प्रतिनिधि बने लेकिन वहाँ भी आपका चयन नहीं होना त्यागपत्र देने का कारण हो सकता है। आप राजद के संगठन में राष्ट्रीय महासचिव जैसे पद पर बने ।यह एक सम्मानजनक पद जरूर था।  लालू यादव व राबड़ी देवी मंत्रिमंडल में कई मंत्रियों के पद सफलता पूर्ण निर्वहन किये। राजद जमुई से एक बार संसद का भी टिकट दिया। सफलता नहीं मिली एक अलग बात थी लेकिन इसके बाद ही आप राजद से व विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया था। उपचुनाव हुआ आप जदयू से mla के प्रत्याशी बने और राजद से उदय मांझी प्रत्याशी बने थे। सफलता राजद को मिली थी। 2020 के चुनाव के पहले आप जदयू से व विधायक से त्यागपत्र दिए थे, इसके बाद 2020 में चुनाव लड़ने से ही वंचित हो गए थे। इतनी बार उलटफेर में खुद का ही निर्णय था।जदयू से राजद में क्यों आये ? क्या वजह थी वो आप जानें। बार बार दल बदलने से जनमानस में क्या छवि बनती है? वो जनमानस ही जानते हैं। 

   आपकी भूमिका हमलोगों के प्रति एक अविभावक की तरह रही है, आपका स्नेह ,सहयोग मिलता रहा है, इसका मलाल हमलोगों को जरूर रहेगा । आप स्वस्थ्य ,प्रसन्न रहें और आगे बढ़ें।

 आप एक कर्मयोगी की तरह  राजनीति में रहते हैं व एक स्पष्टवादी सोच के हैं।  राजनीति में सदा मुखर रहते हैं ।यही छवि आपको लोकप्रिय बनाये हुए हैं।

  मैं अपनी नजरिया को बेबाकी से रखने का एक प्रयास किया है। इसे अन्यथा लेने की जरूरत नहीं है। 

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