फुलवारी शरीफ ईएसआईसी अस्पताल में दाँत , कान-नाक, गला, किडनी के विशेषज्ञों की कमी जल्द पूरी हो - प्राचार्य सुरेंद्र प्रसाद ।
राम लखन सिंह यादव कॉलेज अनीसाबाद के प्राचार्य सुरेंद्र प्रसाद ने फुलवारी शरीफ ईएसआईसी अस्पतालमें रोग विशेषज्ञों की कमी के कारण कर्मचारियों को निजी अस्पताल में इलायज करवाने के लिए मजबूर हैं जबकि इस कॉलेज से प्रतिवर्ष लाखों रुपये ईएसआईसी अस्पताल को जाता है। इसकी शिकायत प्रो ए के परिहार,डॉ प्रो परिवेश साह आदि ने कॉलेज में एक बैठक में की। यह अस्पताल खुद अपने इलाज का इंतजार कर रहा है. अस्पताल में उपकरणों की कमी है. स्वास्थ्य विभाग सरकारी अस्पतालों की दशा सुधारने का दावा भले करे. लेकिन डॉक्टरों व उपकरणों की कमी से मरीज परेशान हैं. यहां आज भी 25 - 30% पद रिक्त हैं. दाँत , कान-नाक, गला, किडनी ,चर्म रोग के विशेषज्ञों की कमी है. नतीजा मरीज खुद को रेफर कराने की मांग करते हैं. रोजाना 15 से 20 मरीज प्राइवेट अस्पताल रेफर हो जाते हैं।
पटना के कई सरकारी व प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले सैकड़ों श्रमिकों एवं कर्मचारियों से सालाना लाखों रुपये ईएसआई के नाम पर तो काटे जाते हैं. लेकिन बेहतर इलाज की सुविधा इस अस्पताल में मौजूद नहीं है. विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है. सर्जिकल, ऑर्थोपेडिक, ईएनटी में डॉक्टरों की कमी हैं. ओपीडी सहायक डॉक्टरों के भरोसे हैं. ईएनटी में मरीजों को इलाज के लिए कई दिनों तक इंतजार किया जाता है. यहां नर्स व दवाओं का भी घोर अभाव है. नतीजा मरीजों को प्राइवेट अस्पताल रेफर कर दिया जाता है इस बैठक में . वीरेन्द्र प्रसाद सिंह, प्रो रामजीवन यादव, प्रो एस एन राय , प्रो बीड़ी यादव , प्रो एस एस जोसेफ , डॉ प्रो सतेंद्र कुमार ,,इंदुभूषण यादव , प्रो प्रसिद्ध कुमार ,प्रो वीरेंद्र प्रसाद यादव ,प्रो राजकिशोर प्रसाद , प्रो पारस यादव ,प्रो निधि कुमारी , प्रो संगीता कुमारी, प्रो आरती राज सहित अन्य लोग मौजूद थे।
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