दानापुर रेल नीर प्लांट में शौचालय के लिए तरस रहे हैं कर्मचारी!
रेल नीर प्लांट दानापुर में
स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ा रही है
। यह प्लांट हाइजेनिक होना चाहिए था लेकिन महज कर्मचारियों के लिए एक शौचालय नहीं होने से कर्मचारी व अन्य मजदूर प्लांट के फील्ड में ही शौच, मूत्र त्याग करने के लिए मजबूर हैं। यहाँ तीन शिफ्टों में करीब 100 कर्मचारी व अन्य मजदूर कार्यरत हैं। अब प्रतिदिन इस ग्राउंड में कितना मल मूत्र त्याग होता है, सहज ही पता किया जा सकता है ।इसकी महक पानी को कितना महकदार बना रहा है ,वो मैनेजर ही जानें।कई बार इस समस्या को मैनेजर से अवगत कराया लेकिन 2024 तक असम्भव है ,व्यंग्यात्मक लहजे में कहकर टाल दिया जाता है। पुराना शौचालय था लेकिन वो अपनी मियाद पूरी कर दम तोड़ दिया। कर्मचारियों को कौन कहें ,अधिकारी भी तम्बाकू व गुटखा प्लांट के अंदर शान से खाते हैं जबकि कायदे से पानी निर्माण कम्पनी में गलत है।
दानापुर रेल मंडल में 16 सितंबर से स्वच्छता पखवाड़ा की शुरुआत की गई. यह स्वच्छता पखवाड़ा 30 सितंबर तक चलेगा. इस मौके पर सुनील कुमार, मंडल रेल प्रबंधक, दानापुर ने मंडल कार्यालय परिसर में सभी अधिकारियों और रेलकर्मियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई.
वहीं दानाुपुर के साथ साथ पटना जं., पाटलीपुत्र, राजेन्द्रनगर, दानापुर, राजगीर, बिहारशरीफ, किऊल जं. और जमुई जंक्शन पर भी स्वच्छता शपथ के साथ- साथ स्वच्छता पखवाड़ा की शुरूआत की गयी।
अब नीर प्लांट की इन समस्याओं को कौन निदान करता है ?
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