बिहटा चीनी मील के 28 एकड़ से अधिक जमीन के साथ बिहटा मेगा औद्योगिक पार्क के मुआवजे में भी हुआ फर्जीवाड़ा !
मैं 16 मई 2023को अपने ब्लॉग में बिहटा चीनी मिल की 28 एकड़ जमीन की करीब 500 करोड़ का फर्जीवाड़ा हुआ है की खबर बनाया था ।अब बिहटा औद्योगिक पार्क में फर्जीवाड़ा की पुष्टि हुई। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के भू-अर्जन निदेशक कमलेश कुमार सिंह ने 29 अक्टूबर 2024 को पटना के समाहर्ता को पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है कि बिहटा अंचल के मौजा सिकंदरपुर थाना नंबर-51 में बिहटा मेगा औद्योगिक पार्क (भूमि बैंक) के लिए अधिग्रहित भूमि के मुआवजा में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया है. इस फर्जीवाड़े की जांच को लेकर विभागीय स्तर पर अपर सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की अध्यक्षता में चार सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई थी. कमेटी ने अपना जांच प्रतिवेदन दिया है. जिसमें भारी फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. ऐसे में आप उच्च स्तरीय जांच कमेटी के प्रतिवेदन के आलोक में वैसे अभिलेख जिनका जांच के समय समिति के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया है, वैसे अभिलेख की भी जिला स्तर पर समीक्षा करें. साथ ही पूर्व में दायर नीलाम पत्र में सन्निहित राशि की वसूली की कार्रवाई करें. जांच प्रतिवेदन के आलोक में दोषी व्यक्ति, कर्मियों एवं पदाधिकारी को चिन्हित कर उनके खिलाफ समयसीमा के अंदर आरोप पत्र गठित कर कार्रवाई करें. कार्रवाई की रिपोर्ट राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को उपलब्ध कराएं.
बिहटा चीनी मील के 28 एकड़ से अधिक जमीन करीब 500 करोड़ के भू माफिया ने अंचल से मिलकर किया फर्जीवाड़ा !
सरकारी जमीन को भू माफिया द्वारा फर्जीवाड़ा करने में न देर लगती है, न कानून का भय होता है। अब किसी के व्यक्तिगत जमीन को अपना बताने में कौन डर और शर्म लगेगा। पटना जिला के बिहटा अंचल के बिहटा चीनी मील की जमीन मौजा खेदलपुरा ,थाना संख्या -50 ,खाता संख्या 42,खेसरा संख्या 369/443 तथा खाता संख्या 12,खेसरा संख्या 362 जो दर्जनों एकड़ मूल्यवान चीनी मील बिहटा की भूमि तत्कालीन अंचलाधिकारी, राजस्व कर्मचारियों तथा उनके दलाल मुंशी ने स्थानीय भू - माफियाओं के साठ गांठ से 28 .31 एकड़ जमीन की बाजार दर पर कीमत लगभग 3000000 रुपये कट्ठा है।इस तरह कुल 28.31 एकड़ भूमि की कीमत 500 करोड़ रुपये हो जाता है, जिसका फर्जीवाड़ा किया गया है।फर्जी भू माफिया द्वारा मौजा खेदलपुरा ,थाना संख्या -50 ,खाता संख्या 42,खेसरा संख्यामें जमीन विक्रय कर दिया गया है और बिहटा अंचलाधिकारी, राजस्व कर्मचारी द्वारा वर्ष 2021-22 में मोटेशन कर भूमि को रैयती कर दिया है जो गैर कानूनी है। जमीन के खेल में यहां के अंचलाधिकारी निलंबित भी हुए हैं। बिहटा आईआईटी, एनएसआईटी ,एयरपोर्ट, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, श्रमिक अस्पताल ,बाजार समिति, स्वामी सहजानंद सरस्वती, बाबा बिटेश्वर नाथ से लेकर अन्य अच्छे प्रतिष्ठानों के लिए जाना जाता है लेकिन इधर कुछ समय से हत्या,रंगदारी, लूट,बालू माफिया, भू माफिया के लिए बदनाम हो गया है।हाल ही में बालू माफिया ने पुलिस पर जानलेवा हमला किया था तो पहले भी बालू खनन के वर्चस्व के लिए दर्जनों लोगों की जान चली गई है। सरकार इन माफियाओं से निपटने में कितनी तत्पर है, ये समय बताएगी,लेकिन स्थानीय लोग इस कुकृत्य से डरे सहमे हुए हैं और कोई खुलकर मुँह नहीं खोलता है।
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