भ्रष्ट डीओ के यहाँ नोटों का अंबार ! काली कमाई से घर से लेकर ससुराल तक गुलजार !

    



पत्नी से लेकर साली तक सोती थी  नोटों की बिस्तर पर!

बिहार को भ्रष्ट राज्य के रूप में कहा जाये तो कोई  अतिश्योक्ति नहीं है। अभी बेऊर के जेलर व पुल निर्माण के इंजीनियर की भ्रष्टाचार की आग खत्म नहीं हुई कि शिक्षा विभाग के बडे अधिकारी की करतूत सामने आ गई। बिहार में बढ़ते भ्रष्टाचार को देखते हुए नोट गिनने की मशीन और जेलखाने की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। अगर भ्रष्टाचार की सोशल ऑडिट किया जाये तो बिहार के कोई ऐसा विभाग नहीं है जहाँ भ्रष्टाचार में लोग डूबे हुए नहीं है। पंचायत, प्रखंड, जिला से लेकर सचिवालय तक का यही हाल है। अब लगता है कि सरकारी नौकरी या जनप्रतिनिधि इसी के लिए ही बनते हैं। भ्रष्ट लोगों को अब जनता के न्यायालय में सुपुर्द करना चाहिए।  एक तरफ आम आदमी के पॉकेट में अगर एक 500 का नोट होता है तो वो फुले नहीं समाता है, भले ही वो पॉकेट मनी न होकर घरेलू खर्च के लिए ही क्यों न हो ! अगर कोई 500 का खुदरा मांग दे भले खुदर न हो ,लेकिन वो व्यक्ति गर्व महसूस करता है कि कम से कम 500 के लायक तो समझा। इतना संतोष से रहने वाले लोग होते हैं। दूसरी तरफ नोटों से मन नहीं भरता है पत्नी से लेकर साली तक को नोटों की बिस्तर पर सुलाता है।

बिहार में बेतिया के जिला शिक्षा अधिकारी रजनीकांत प्रवीण के पास से 3 करोड़ रुपए कैश और गहने बरामद किए गए हैं। गुरुवार अलसुबह विजिलेंस की टीम ने 40 सदस्यों के साथ रजनीकांत के 7 ठिकानों पर एक साथ रेड मारी। विजिलेंस की टीम बेतिया में 10 घंटे की छापेमारी के बाद डीओ  के घर से बाहर निकल गई है। हालांकि, अधिकारियों ने इस मामले में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है।

रजनीकांत के घर में रखे बेड में नोटों से भरी बोरियां छिपाकर रखी गई थीं। इतना ज्यादा कैश मिलने के बाद अधिकारियों को नोट गिनने वाली मशीन लाना पड़ी। खुलासे के बाद डीओ  को निलंबित कर दिया गया है। डीओ  के घर से बरामद हुए कैश की तस्वीर। 100, 200 और 500 रुपए के नोटों की गड्‌डी मिली है।

 डीओ  रजनीकांत प्रवीण नालंदा के रहने वाले हैं। पत्नी सुषमा शर्मा बगहा, समस्तीपुर और दरभंगा में तीन स्कूल संचालित करती हैं। इन स्कूलों में भी विजिलेंस की टीम जांच कर रही है। साली पूनम शर्मा समस्तीपुर में ही श्रीकृष्णा हाई स्कूल में टीचर हैं। सास निर्मला शर्मा रिटायर्ड टीचर हैं।

रजनीकांत पिछले 3 साल से बेतिया में पोस्टेड हैं। उनका ससुराल समस्तीपुर में है। पिछले 20 सालों की सर्विस के दौरान वे बगहा, मधुबनी और दरभंगा में भी पोस्टेड रहे हैं। इसलिए विजिलेंस टीम ने इन सभी जगहों पर एक साथ छापेमारी की।

इसमें सबसे ज्यादा 3 करोड़ रुपए कैश बेतिया वाले घर से जब्त किए गए हैं। कार्रवाई अभी जारी है। डीओ के साथ ही विजिलेंस की टीम बेतिया में डीओ  ऑफिस के क्लर्क अंजनी कुमार के घर पर भी पहुंची, लेकिन यहां ताला मिला। सभी लोग फरार हैं।


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