बिहार का विकास दर चौथे , जनसंख्या में तीसरे ,क्षेत्रफल 12 वें ,शिक्षा 36 वें व अपराध में 6ठे स्थान पर है।

 

  



बिहार की रकवा देश की 12 वें स्थान पर है लेकिन देश की जनसंख्या का बोझ तीसरे स्थान पर है। यह रकवा भी असमानता पर है।यानी राज्य की बड़ी आबादी भूमि से वंचित है। इसके लिए सरकार द्वारा भूमिहीनों को 5 डिसमिल जमीन देने की घोषणा भी हवा में है। क्या ऐसे में बिहार विकास कर पायेगा ? बजट में क्या इन चीजों पर चर्चा होती है ? विपक्ष को सरकार से बजट सत्र में सरकार से सवाल खड़े करने चाहिए।न मंत्री को न  विधायक को फुर्सत है पुस्तक पढ़ने की न व्यवस्था को समझने की।सब भगवान भरोसे है।
देखें कुछ  आंकड़े।
बिहार की विकास दर साल 2023-24 में 14.47% रही. विकास दर के मामले में बिहार देश में चौथे नंबर पर है. 
बिहार के कृषि निर्यात में बढ़ोतरी हो रही है. साल 2021 तक राज्य से 2671 करोड़ रुपये का कृषि उत्पादों का निर्यात हुआ था. 

बिहार के हस्तशिल्प उत्पाद की मांग दुनिया के कई देशों में है. 

बिहार के मानव विकास सूचकांक (2019) में 0.574 अंक मिले थे. 

बिहार में साल 2011 में साक्षरता दर 63.82% थी. 

बिहार में साल 2011 में लिंग अनुपात 918 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष था. 

बिहार में प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद भारत में सबसे कम है. 

बिहार के दक्षिणी हिस्से और इसकी राजधानी पटना जैसे कुछ क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति आय ज़्यादा है. 

बिहार में कृषि का हिस्सा 24%, उद्योग का 15% और सेवा का 61% है. 

बिहार में वार्षिक लीची उत्पादन में 71 प्रतिशत का योगदान है. 
साक्षरता दर के हिसाब से बिहार देश के अंतिम स्थानों में शामिल है. 

शिक्षा में बिहार की स्थिति 

बिहार में शिक्षा के मामले में सुधार नहीं हुआ है.

बिहार में स्कूलों में कंप्यूटराइज़ेशन नहीं हो पाया है.

बिहार में शिक्षक और छात्रों का अनुपात राष्ट्रीय स्तर से कम है.

बिहार में शिक्षा की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है.

बिहार में शिक्षा के मामले में नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार सबसे नीचे है.

बिहार की साक्षरता दर 

बिहार की कुल साक्षरता दर 61.7% है.

कुल पुरुष और महिला साक्षरता दर क्रमशः 70.32% और 53.57% है.

कुल ग्रामीण साक्षरता दर 43.9% है.

कुल शहरी साक्षरता दर 71.9 है.

बिहार के शिक्षित ज़िलों की बात 

बिहार के रोहतास जिले में सबसे ज़्यादा पढ़े-लिखे लोग रहते हैं.

रोहतास को बिहार का ऑक्सफ़ोर्ड भी कहा जाता है.

रोहतास के लोग शिक्षा को काफ़ी महत्व देते हैं.
साइबर और आर्थिक अपराध के मामलों में बिहार देश के टॉप-10 राज्यों में शामिल है. 

आर्थिक अपराध के मामले में बिहार छठे स्थान पर है. 

साइबर अपराध के मामले में बिहार सातवें स्थान पर है. 

महिला और बच्चों के खिलाफ अपराध दर में बिहार का स्थान राष्ट्रीय औसत के साथ मिलाकर लगभग आधी है. 

महिला अपराध दर में बिहार का स्थान 23वां है. 

बच्चों के खिलाफ अपराध दर में बिहार का स्थान 25वां है. 

बिहार में साइबर अपराध के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. राज्य में नालंदा, नवादा, जमुई, पटना, शेखपुरा और गया ज़िलों में साइबर अपराध के मामले ज़्यादा दर्ज किए जा रहे हैं
साल 2023-24 में बिहार की प्रति व्यक्ति आय 66,828 रुपये थी. यह रकम वर्तमान मूल्य पर है. वहीं, स्थिर मूल्य पर साल 2023-24 में बिहार की प्रति व्यक्ति आय 36,333 रुपये थी. 

प्रति व्यक्ति आय के मामले में बिहार की स्थिति:

बिहार, पड़ोसी राज्यों और विकसित राज्यों की तुलना में प्रति व्यक्ति आय के मामले में काफी पीछे है. 

बिहार की प्रति व्यक्ति आय, झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से भी कम है. 

बिहार की प्रति व्यक्ति आय, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से आधे से भी कम है. 
देश के पिछड़े राज्यों में शुमार बिहार में 15 से 29 साल के 31.9 फीसदी युवा शिक्षा और रोजगार जैसे साधनों से महरूम हैं। नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस की ताजा रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। अक्टूबर 2024 में जारी हुई व्यापक सालाना मॉड्यूलर सर्वे (2022-23) की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में उत्पादकता आयु वर्ग (15-29 साल) की एक तिहाई आबादी शिक्षा, रोजगार और ट्रेनिंग में शामिल नहीं है। जबकि राष्ट्रीय औसत 25.6 प्रतिशत है। बिहार इस मामले में देश में तीसरे नंबर पर है। यूपी में सर्वाधिक 34.1 प्रतिशत और ओडिशा में 32.9 प्रतिशत उत्पादक युवा आबादी शिक्षा और रोजगार से नहीं जुड़ी हुई है।
भारत में क्षेत्रफल की दृष्टि से बिहार वर्तमान में 12वाँ राज्य है।
आबादी के हिसाब से बिहार भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, बिहार की आबादी 104,099,452 थी. 
क्षेत्रफल के हिसाब से बिहार भारत का 12वां सबसे बड़ा राज्य है. 
बिहार का सबसे ज़्यादा आबादी वाला शहर पटना है. 
बिहार का सबसे कम आबादी वाला शहर शेखपुरा है. 
बिहार का लिंगानुपात 918 है. 
बिहार की साक्षरता दर 61.8 प्रतिशत है. 
बिहार की 82.7 प्रतिशत आबादी हिंदू धर्म को मानती है. 
बिहार की 16.9 प्रतिशत आबादी इस्लाम को मानती है. 
बिहार की 11.3 प्रतिशत आबादी शहरी इलाकों में रहती है. 
बिहार में फिलहाल 21 हजार 819 भूमिहीन परिवार हैं. इसमें अत्यंत पिछड़ा वर्ग के 3733, पिछड़ा वर्ग के 2264, अनुसूचित जाति के 3598, महादलित वर्ग के 11112 और अनुसूचित जनजाति वर्ग के 1112 परिवार शामिल हैं. 
सबका साथ, सबका विकास एक जुमला बनकर रह गया है।


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