बिहार में बढ़ती अपराध चिंताजनक !
अपराधियों को या तो कानून का भय नहीं है या फिर अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त हो रहा है। पुलिस प्रशासन राजनीतिक दबाव में ठीक से काम करने में असहज है। राजनीतिक सिफारिश पर तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों को संटिंग पोस्ट दिया जा रहा है और दागियों को मेन स्ट्रीम में लाया जा रहा है।चुनावी वर्ष होने के कारण पुलिस की मनोबल को गिराया जा रहा है। हाल ही में राजधानी पटना में बेखौफ बदमाशों ने कई हत्यायें दिनदहाड़े कर चुके हैं लेकिन सीएम " शाम के बाद कोई घर से निकलता था जी " तकियाकलाम सुनाते नहीं अघाते हैं। हाल ही में कुछ घटनाओं को देखें।
पटना:
युवक की गोली मारकर हत्या (27 मई, 2025): रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र के चांगर मोहल्ले में जिम से लौट रहे एक युवक कुंदन कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अपराधी ने पहले उसके पैर में गोली मारी और फिर मुंह में पिस्टल डालकर गोली चला दी।
खटाल संचालक की हत्या (26 मई, 2025): पटना के रामकृष्ण नगर के जगनपुरा में एक खटाल संचालक, चंद्रकांत प्रसाद (48 वर्ष), को दिनदहाड़े गोली मार दी गई। हत्या का आरोप मृतक के दामाद और समधी पर लगा है।
रामकृष्ण नगर में फायरिंग (25 मई, 2025): पटना के राम कृष्ण नगर थाना क्षेत्र में दो दिनों में दो लोगों की गोली मारकर हत्या की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें उपरोक्त खटाल संचालक की हत्या भी शामिल है।
बक्सर:
ट्रिपल मर्डर (24-25 मई, 2025): राजपुर प्रखंड के अहियापुर में बालू विवाद को लेकर एक ही परिवार के तीन लोगों (विनोद सिंह यादव, सुनील सिंह यादव और वीरेंद्र सिंह यादव) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना में दो अन्य लोग घायल भी हुए।
युवक की हत्या (25 मई, 2025): राजपुर ट्रिपल मर्डर के 24 घंटे के अंदर ही बक्सर के नावानगर औद्योगिक प्रक्षेत्र में एक ठेकेदार, संतोष सिंह, की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
आरा:
आरा रेलवे स्टेशन ट्रिपल मर्डर (25 मार्च, 2025): आरा जंक्शन पर प्रेम प्रसंग के चलते एक सनकी आशिक ने एक पिता (अनिल कुमार), उनकी बेटी (जिया उर्फ आयुषी) को गोली मारकर हत्या कर दी और फिर खुद को भी गोली मार ली।
पार्किंग विवाद में हत्या (मार्च, 2025): भोजपुर जिले में एक शादी समारोह में पार्किंग को लेकर हुए विवाद में दो लोगों (राहुल कुमार यादव और लवकुश कुमार) की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि एक अन्य घायल की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस इसे सियासी वर्चस्व की जंग से भी जोड़कर देख रही है।
जहानाबाद में महिला जेल प्रहरी का शव: 15 मई 2025 को जहानाबाद जेल के अंदर एक महिला जेल प्रहरी का शव छत से लटका मिला। पुलिस अधीक्षक अरविंद प्रताप सिंह के अनुसार, मृतका की पहचान कटिहार जिले की शिवानी कुमारी के रूप में हुई है। पुलिस जांच कर रही है कि यह हत्या है या आत्महत्या।
जहानाबाद में बुजुर्ग की हत्या: 22 मई 2025 को जहानाबाद जिले में एक 60 वर्षीय व्यक्ति की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी गई। परिजनों को घटना की जानकारी सुबह मिली। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। जहानाबाद में अपहरण के बाद हत्या: 5 मई 2025 को जहानाबाद नगर थाना क्षेत्र के कोर्ट एरिया से एक अधेड़ का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। शव बराबर पर्यटक थाना क्षेत्र के जंगल से बरामद किया गया। इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बिक्रम में मुखिया पति पर गोलीबारी: 27 मई 2025 को बिक्रम में मुखिया पति पर गोलीबारी हुई थी, जिसके विरोध में ग्रामीणों ने एनएच 139 को जाम कर दिया। ग्रामीणों ने अपराधियों की गिरफ्तारी और रानीतालाब थानाध्यक्ष के निलंबन की मांग की है।
जहानाबाद में सड़क दुर्घटना में युवक की मौत: 28 मार्च 2025 को जहानाबाद में एनएच-22 पर जेसीबी और बाइक की जोरदार टक्कर में मांदिल गांव निवासी विक्रम चौधरी नामक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
जहानाबाद में जश्न की गोलीबारी में युवक की मौत: 11 मई 2025 को जहानाबाद जिले के घोसी थाना क्षेत्र के कोरमा गांव में एक शादी समारोह में जश्न के दौरान हुई गोलीबारी में 17 वर्षीय युवक रोशन कुमार की मौत हो गई और एक नाबालिग लड़की घायल हो गई।
जहानाबाद के युवक की खुदागंज में मौत (हत्या का आरोप): 2 मई 2025 को जहानाबाद के शकुराबाद थाना क्षेत्र के मीरगंज गांव निवासी 25 वर्षीय रामप्रसाद बिंद की खुदागंज में संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। परिजनों ने पत्नी, साली और टेम्पो चालक पर गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाया है।
नौबतपुर:
जमीन कारोबारी की हत्या (मई, 2025): नौबतपुर के चिरौरा गांव में जमीन कारोबारी प्रशांत कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह अपने दोस्त के घर मुर्गा-भात की दावत में गए थे, जहां अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं।
युवक की पीट-पीटकर हत्या (4 मई, 2025): नौबतपुर थाना क्षेत्र के बिसरपुर गांव में पुराने विवाद के चलते रंजीत कुमार सिंह नामक युवक की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
बालू कारोबारी की हत्या (19 मार्च, 2025): नौबतपुर के नवही गांव में बालू कारोबारी मनीष उर्फ मोनू कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस को इस हत्या के पीछे एक बाप-बेटे के गैंग का हाथ होने का शक है।
कानून व्यवस्था की विफलता के संभावित कारण।
कानून व्यवस्था की विफलता के लिए कोई एक कारण जिम्मेदार नहीं होता, बल्कि कई कारक मिलकर इसे प्रभावित करते हैं। बिहार के संदर्भ में कुछ संभावित कारण इस प्रकार हैं:
जमीन विवाद: कई रिपोर्टों के अनुसार, बिहार में हत्याओं का एक बड़ा कारण जमीन संबंधी विवाद हैं। इन विवादों का समय पर निपटारा न होना हिंसा को जन्म देता है।
आपराधिक गिरोहों की सक्रियता: संगठित आपराधिक गिरोहों की सक्रियता, रंगदारी, अपहरण और हत्या जैसी घटनाओं को बढ़ावा देती है।
राजनीतिक संरक्षण: कुछ मामलों में अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलने के आरोप लगते हैं, जिससे पुलिस उन पर कार्रवाई करने में हिचकिचाती है।
पुलिस बल में कमी और संसाधनों का अभाव: पुलिसकर्मियों की संख्या में कमी, आधुनिक उपकरणों और प्रशिक्षण का अभाव, तथा जांच प्रक्रियाओं में देरी भी कानून व्यवस्था को कमजोर करती है।
शराबबंदी का प्रभाव: बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद अवैध शराब के धंधे में वृद्धि हुई है, जिससे संगठित अपराध और संबंधित हिंसा बढ़ सकती है।
न्याय प्रणाली में देरी: मामलों की जांच में देरी, न्यायालयों में लंबित मामलों की संख्या अधिक होना और दोषियों को सजा मिलने में लगने वाला लंबा समय अपराधियों के हौसले बढ़ा सकता है।
जातिगत और सामाजिक तनाव: बिहार में जातिगत और सामाजिक तनाव भी आपराधिक घटनाओं का एक कारण बनता रहा है।
पुलिस-जनता का संबंध: पुलिस और जनता के बीच विश्वास की कमी भी सूचनाओं के प्रवाह और अपराध नियंत्रण में बाधा डालती है।
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