सुदामा के चावल इतना इलेक्ट्रोल बॉन्ड नहीं है !
न खाएंगे ,न खाने देंगे कहने वाले सुदामा के चावल खाने की बात क्यों करने लगे ? ये सुदामा के चावल भर नहीं है ।इसके नाम पर करोड़ों ,अरबों रुपये का दान मिलता है और इसी दान से लोकतंत्र पर कब्जा कर सत्ता हथियाया जाता है। खुद करे तो रासलीला ,दूसरा करे तो कैरेक्टर ढीला । देने वाले सुदामा और लेने वाले खुद श्री कृष्ण कह रहे हैं। सुदामा अभावग्रस्त थे ,जो मित्र कृष्ण के यहाँ मिठाई के बदले लेकर आये थे।चुनावी चंदा देने वाले अभावग्रस्त हैं क्या ? किसी की उपमा किसी से दे देना न्यायसंगत नहीं है। समय ऐसा बदल गया है कि आज के समय में अगर सुदामा ने कृष्ण को कुछ चावल दिए होते, तो उसका वीडियो सामने आते कि सुदामा ने कृष्ण को कुछ दिया है, एक जनहित याचिका दायर की जाती. जिस पर फैसला आता कि भगवान कृष्ण इस भ्रष्टाचार के मामले में में शामिल थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के संभल में यह टिप्पणी की और इसे चुनावी बांड पर हालिया फैसले से जुड़ा माना जा रहा है. पीएम मोदी पूर्व कांग्रेस सदस्य आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा स्थापित धार्मिक संस्थान श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे.
गौरतलब है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम को हाल ही में कांग्रेस ने कथित ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के लिए बाहर कर दिया था. इसके तुरंत बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़े होने का फैसला किया है. प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा प्रधानमंत्री के समक्ष बोलते समय मंच से की गई एक टिप्पणी के संदर्भ में आई. पीएम मोदी ने कहा कि प्रमोद जी अच्छा हुआ आपने कुछ नहीं दिया. वरना समय तो ऐसा बदल गया है कि आज के जमाने में अगर सुदामा ने कृष्ण को पोटली में चावल दिए होते तो वीडियो सामने आ जाते, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल हो जाती और फैसला आ जाता.
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