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Showing posts from September, 2022

मेरा बीपीएससी 26 सीरीज में 20 से अधिक कठिन प्रश्न पूछे गए!-प्रसिद्ध यादव।

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   मेरे द्वारा कम समय में कुल 26 सीरीज लिखा गया है जिसमे 20 से अधिक कठिन प्रश्न सीधे पूछे गए और घुमाकर देखें तो इसकी संख्या अधिक है। ये प्रश्न औसत प्रश्नों से ऊपर थे।जैसे किसान आंदोलन से बारडोली आंदोलन ,बिहार की भौगोलिक क्षेत्रफल, देश की राजकोषीय घाटे का अनुमान,बिहार उड़ीसा से कब अलग हुआ, संथाल विद्रोह के नेता कौन थे, प्रथम बौद्ध महासभा, किस गुप्त शासक अपने भाई की हत्या किया था, खुदीराम बोस, प्रफुल चाकी किंग्स फोर्ड पर कहाँ बम फेंका था,बिहार की महिला की साक्षरता दर,बिहार का शोक नदी,बजट,तेल्हर कुंड ,जलप्रपात ,विज्ञान आदि पर भी प्रश्न पूछे गए। हालांकि अभी पूरे प्रश्नों को सरासरी निगाहों से देखना रह गया है।

नंगेली स्तन टैक्स के विरुद्ध अपनी स्तन काट ली थी!-प्रसिद्ध यादव।

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  गरीब महिलाओं को अपने इज्जत आबरु ढांकने का भी अधिकार नहीं था।ऐसा था हमारा हिन्दू समाज ।9 दिनों तक मिट्टी की मूरत की पूजा करने के लिए लाखों करोड़ों स्वाहा हो जाता है लेकिन साक्षात देवी महिलाओं की इज्ज़त आबरु लूटने में  शर्म नही  आती है ।मुगलों के अत्याचार को बताते हैं लेकिन शूद्रों, अछूतों के साथ कैसा अमानवीय व्यवहार ऊंचे हिन्दू करते थे।यह नही बताया जाता है। नंगेली का यह कदम  सामंतवादी   समाज के पुरुषों को उनके मुंह पर करारे तमाचे जैसा था। बात आगे पहुंची और फिर नांगेली और उसके पति से  ब्रेस्ट टैक्स  की मांग की जाने लगी। एक महीने बाद अधिकारी टैक्स लेने घर आ धमके। नांगेली का स्तन मापा गया। इसके बाद नांगेली घर के भीतर गई और चाकू से अपने दोनों स्तन काट केले के पत्ते पर लेकर बाहर आईं। टैक्स अधिकारी के होश उड़ गए और वे डरकर भाग गए। कुछ देर बाद ही नांगेली की मृत्यु हो गई, लेकिन उनके इस साहसिक कदम ने समाज की अन्य महिलाओं को हिम्मत दी। 26 जुलाई 1859 को राजा के एक आदेश के जरिए महिलाओं के ऊपरी वस्त्र न पहनने के कानून को बदल दिया गया। और इस तरह नांगेली के बलिदान ...

जन भावनाओं को कद्र करने वाले को जनप्रतिनिधि चुनें!प्रसिद्ध यादव।

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   जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रों के आंख ,कान ,मुंह की तरह होते हैं।जो प्रत्याशी चुनाव जीतने के लिए जितना तिकड़म करेगा,वो उतना ही जनता के साथ धोखा करेगा। प्रत्याशियों के चरित्र, चाल चलन को जरूर देखें।अगर इसे अनदेखी करते हैं तो पश्चाताप के सिवाय कुछ नहीं मिलने वाला है। चुनाव के पहले और चुनाव के बाद उसके व्यवहार को देखे ।कितना बदलाव आया था। किये गए विकास के कार्य को जनता के प्रति एहसान समझते हैं जैसे अपने पैतृक संपत्ति से कार्य किया है। जनता को प्रतिनिधि को ये बताना चाहिए कि विकास कार्यों में कितनी ईमानदारी से कार्य किया गया है।सच पूछा जाए तो जनप्रतिनिधि का कार्य कोई व्यवसाय नही ,बल्कि समाज सेवा का क्षेत्र है, लेकिन हकीकत क्या है?सर्वविदित है। अब जो हमारे सामने विकल्प होता है उसी में चुनना होता है।अगर कोई विकल्प सही नहीं है तो नोटा पर बटन दबा सकते हैं।अब प्रमुख प्रत्याशियों के कुछ भोकाल होते हैं जो दिन रात किसी न किसी प्रत्याशी के पक्ष में यशोगान करते रहते हैं। सोशल मीडिया के जमाने में अब काम और आसान हो गया है दिनभर  विचित्र घोषणाओं के साथ  संदेश मिलते रहते हैं।कुछ लोग को ल...

शर्म करो हरजीत कौर!/प्रसिद्ध यादव।

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  कौर !मेधावी इतनी हैं कि देश के सबसे बड़ी सेवा आईएएस बन गई, लेकिन नियत नही बदली। कोई लाख ऊंची शिक्षा प्राप्त कर लें, लेकिन उसकी नियत में खोट हो तो उसकी शिक्षा व्यर्थ है।आज राजनीति में जो बड़े बड़े शिक्षितों की वकालत करते हैं लेकिन उसकी नियत कितनी पाक साफ है, ये जरूरी है।मैडम! छात्राओं को मोटिवेट करने गई थी लेकिन इनकी व्यंग,कुटिल भरी बातों को देखें तो लगता है कि ये छात्राओं को अपमानित करने गयी थी।खुद के चरित्र जैसे दूसरों के चरित्र को समझने की भूल नहीं करना चाहिए।स्कूली छात्राओं को कॉन्डोम फ्री में देने की बात कहना इसकी मानसिक दिवालिया की पहचान है।मैडम! अगर आप स्कूल में कॉन्डोम का उपयोग की होंगी इसका मतलब सभी पर लागू करने की कुचेष्टा न करें।  बिहार में एक स्कूली छात्रा ने आईएएस हरजोत कौर  से एक साधारण सा सवाल किया. छात्रा ने पूछा कि जब सरकार साइकिल, पोशाक देती है तो हम लड़कियों को "क्या सरकार 20-30 रुपये का सेनेटरी पैड दे सकती है?" उसके इस सवाल पर हरजोत कौर ने कहा, "आज आप कह रही हो कि सरकार सैनिटरी नैपकिन दे, फिर कल आप कहेंगी कि सरकार जींस भी दे सकती है और उसके बाद कुछ सुंद...

अतिक्रमित तालाबों पर कब बनेगा अमृत काल में अमृत सरोवर?प्रसिद्ध यादव।

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     पुरखों की सोच कृतियों को आज लोग कैसे मिट्टी में मिला रहे हैं।कभी तालाबों ,जलाशयों से पटना सुंदर ,सुहावन लगता था लेकिन आज इन तालाबों पर गगनचुम्बी इमारतें अटखेलियां खेलती अटारियाँ सरकार को मुंह चिढ़ा रही है। तालाबों की प्रखंड फुलवारी शरीफ के कई तालाबों के नामोनिशान मिट गया।बेऊर इलाके में तीन बड़े बड़े तालाब थे,लेकिन आज इसकी पहचान खत्म हो गया।अधिकारियों के माने तो  नापी कराने वाले वरीय अधिकारियों के मुताबिक, अतिक्रमण करने वाले लोगों की सूची बनाकर अंचलाधिकारी को सौंपी गई है। अंचलाधिकारी द्वारा अतिक्रमणवाद चलाकर हटाने की कार्रवाई की जाएगी।  अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमणवाद चलाने के लिए जल्द कार्रवाई शुरू की जाएगी। तालाब की जमीन पर अतिक्रमण करने वाले लोगों की सूची मिली है। सभी को नोटिस जाएगा। संतोषजनक जावाब नहीं मिलने पर आदेश पारित कर अतिक्रमण हटाया जाएगा। पटना शहर के 24 तालाबों पर कब्जा है। इसका रकबा 60 एकड़ से अधिक है। इसमें 18 एकड़ का गुणसागर तालाब था। वर्तमान में गुणसागर तालाब का नामोनिशान मिट चुका है। सदर प्रखंड में 24, फुलवारी में 58, दानापुर में 35, पालीगंज...

तेजस्वी यादव के जनसेवा की भावना को सलाम-प्रसिद्ध यादव।

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    रजनीश कुमार एक व्यक्ति आईजीएमस पटना में एक अस्पताल की बेड के लिए बिहार के उप मुख्यमंत्री ,स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव को ट्वीट किया।अविलंब तेजस्वी यादव द्वारा कॉंटेक्ट नम्बर मांगा गया और कुछ देर में बेड मिल गया।युवा,ऊर्जावान, संजीदा नेता तेजस्वी यादव की तत्परता से कम करने की लग्न राजनीति की बहुत ऊंचाइयों तक ले जायेगा।शायद किसी ने कल्पना भी न किया होगा।खुद की राह बनाकर आगे बढ़ना और दूसरे के रहमो करम पर राजनीति करने वाले में यही फर्क है।तेजस्वी खुद सेनापति है बाकी इनके विरोधी किसी के सिपाही बनकर नेतागिरी कर रहे हैं।तेजस्वी यादव के संघर्ष, जुनून से लोगों को सबक लेना चाहिए।वरिष्ठ पत्रकार नारायणन ने भी इस कार्य के लिए तेजस्वी यादव पर गौरान्वित हैं।

काम किया है, काम करेंगे -राजेश पाल। प्रसिद्ध यादव की रिपोर्ट।

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   खगौल नगर परिषद के उपाध्यक्ष पद के लिए अरविंद कुमार उर्फ  राजेश पाल ने एक साक्षात्कार में बताया कि जब मैं खगौल नगर परिषद के वार्ड 17के पार्षद थे तो वार्ड के साथ पूरे खगौल की समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया था। आगे बताया कि बड़ी खगौल चकरदाह पर,मुर्छली तर,गाड़ीखाना, मोती चौक में ट्रांसफार्मर लगाया। जल नल योजना के बारे में बताया कि 2012 में ही दिल्ली से पास करवाकर खगौल, फुलवारी, दानापुर में जल मीनार का निर्माण करवाया। खगौल वासियों के हर दुःख सुख में साथ रहते हैं। बेहद सादगी पूर्ण जीवन व्यतीत करने वाले पाल बिना तामझाम के अपने समर्थकों के साथ डोर टू डोर प्रचार कर रहे हैं।इन्होंने ने बताया कि खगौल की महान जनता का असीम प्यार इन्हें मिल रहा है और लोग आर्थिक सहायता भी कर रहे हैं।पाल का राजद से पुराना नाता है और इनके ऊपर सुप्रीमो लालू यादव से लेकर राबड़ी देवी,मीसा भारती, तेज ,तेजस्वी यादव से भी मधुर संबंध है।कई मंत्रियों के ये चहेते हैं।यही कारण है कि इनकी लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इनके साथ प्रचार कर रहे संजय यादव ने बताया कि इस बार पाल जी रिकॉर्ड मत से जीतेंगे।खगौल ...

छात्र हित में विद्यालय का हर संभव मदद एवं सहयोग किया जाएगा/डीआरएम दानापुर।

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 आज केंद्रीय विद्यालय खगौल में विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक दानापुर रेलवे डिवीजन के डीआरएम जो कि केंद्रीय विद्यालय खगौल के विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष भी हैं, उनकी अध्यक्षता में संपन्न हुई। मीटिंग में विद्यालय प्रबंध समिति के नामित अध्यक्ष श्री अशोक कुमार, दानापुर रेलवे डिवीजन के सीनियर डीपीओ भी मौजूद थे। विद्यालय प्रबंध समिति के लगभग सभी सदस्य मौजूद थे। इसमें कई नामी-गिरामी प्रोफेसर , इंजीनियर एवं अभिभावक प्रतिनिधि के साथ-साथ प्रसिद्ध रंगकर्मी नवाब आलम जी मौजूद थे । बैठक का शुभारंभ श्री एमपी सिंह, प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय खगौल के स्वागत भाषण से हुआ। विद्यालय के विकास एवं छात्रों से संबंधित ढेर सारी सुविधाओं पर विस्तार से एक एक  कर चर्चा की गई। कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जो विद्यालय के चहुमुखी विकास के लिए आवश्यक थे। कार्यक्रम का संचालन श्री सी बी सिंह द्वारा किया गया । विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री प्रभात कुमार ने यह आश्वासन दिया कि छात्र हित में विद्यालय का हर संभव मदद एवं सहयोग  किया जाएगा । लगभग 2 घंटे  लंबी चली इस मीटिंग का स...

आरएसएस-वीएचपी पर प्रतिबंध क्यों नहीं?: विधायक गोपाल रविदास

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*पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध निंदनीय, आरएसएस-वीएचपी पर प्रतिबंध क्यों नहीं?: विधायक गोपाल रविदास *मुस्लिम समुदाय के सामूहिक उत्पीड़न के उद्देश्य से पहले से सोची समझी राजनीतिक कार्रवाई है पीएफआई पर प्रतिबंध.* भाकपा-माले के फुलवारी शरीफ से विधायक गोपाल रविदास  ने भारत सरकार द्वारा पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की निंदा की है. उन्होंने कहा कि सरकार की यह कार्रवाई राज्य सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ उठने वाली आवाजों पर शिकंजा कसने के  मकसद से राज्य की एजेंसियों और सरकारी तंत्र का शस्त्रीकरण है. यह प्रतिबंध जनता के बीच इस्लामोफोबिया फैलाने और मुसलमानों को एक समुदाय के रूप में बदनाम करने का सचेत प्रयास भी है. यह मुसलमानों को सामूहिक रूप से उत्पीड़ित करने के उद्देश्य से पहले से सोची समझी राजनीतिक कार्रवाई है. एक ओर आज देश में आरएसएस और उसके सहयोगी संगठनों को मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार का आह्वान करने और संविधान के मूल्यों के खिलाफ काम करने की खुली छूट हासिल है, वहीं दूसरी ओर पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है. यह भेदभावपूर्...

बिहार में खनन व शराब माफ़िया बेलगाम!/प्रसिद्ध यादव।

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  बिहार मेंअविधब खनन व अवैध शराब के कारोबार से न सिर्फ करोड़पति बन रहे हैं, बल्कि नेता भी पैदा हो रहे हैं।ये माफिया किसी भी चुनाव को प्रभावित किये बिना नहीं रहते हैं। खनन वाले क्षेत्रों के थानेदारों को कौन कहे ,चौकीदार भी करोड़पति बन गए हैं।ऐसे अवैध धंधे से माफियाओं के साथ साथ सम्बंधित अधिकारियों की मिलीभगत से यह धंधे फलफूल रहे हैं। अवैध शराब पर रोक के लिये बिजली के हर पोल में उत्पाद विभाग द्वारा टॉल फ्री नंबर लिखा गया है लेकिन कोई इस पर कॉल करे बहुत कम ही रिस्पॉन्स मिलता है।बिहार सरकार समय समय पर  ऐसे माफियाओं पर नकेल कसने की प्रयास की है लेकिन नाकाफी साबित हुआ।बिहार सरकार के नाक के नीचे राजधानी पटना के बिहटा इलाके में पिछले 15 घंटे से बालू माफियाओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई को लेकर गोलीबारी की घटना हो रही थी, लेकिन पुलिस के अधिकारियों को इसकी जब तक मिली तब तक चार लोगों को मौत हो चुकी थी। घटना बिहटा थाना क्षेत्र के अमदाबाद इलाके की बताई गई। सोन नदी से अवैध बालू निकासी को लेकर दो गुटों में बीती रात से ही गोलीबारी हो रही थी। जो सुबह 10 बजे तक लगातार होती रही। इस दौरान पुलिस ने यह ज...

खेल!बीपीएससी सीरीज 26S-प्रसिद्ध यादव।

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               इस साल बहुत कम समय में बीपीएससी पीटी परीक्षा को ध्यान में रखते हुए 26 सीरीज लिखा।यह संग्रह अपने अनुभव से वेब के मदद से एक छोटा सा प्रयास है।करीब इसमें 1000 कठिन प्रश्नों के उत्तर निहित है।आशा है इसमें से 30 प्रश्न भी आते हैं तो मेरा प्रयास सफल होगा और ये औसत प्रतियोगी से ऊपर प्रश्न होंगे। अगर इससे कोई 20 प्रश्नों के उत्तर सही दे दें तो वो जरूर आगे की परीक्षा के लिए योग्य होंगे।परीक्षा के बाद हम जरूर बताएंगे कि कितने प्रश्नों को मेरे ब्लॉग से आये।यही शुभकामनाओं के साथ!   भारत रत्न प्राप्त करने वाले प्रथम खिलाड़ी – सचिन तेंदुलकर [2013] * एकदिवसीय मैचो में 10 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले प्रथम खिलाड़ी – सचिन तेंदुलकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 20 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले प्रथम भारतीय खिलाड़ी – सचिन तेंदुलकर क्रिकेट टेस्ट मैच में दोहरा शतक लगाने वाली प्रथम भारतीय महिला खिलाड़ी – मिताली राज [इंग्लैंड के विरुद्ध , 214 रन ] * एकदिवसीय मैचो में सबसे जल्दी 8000 रन बनाने वाले खिलाड़ी – सौरव गांगुली...

बिहार के साहित्यकार,कला/बीपीएससी सीरीज 25A-प्रसिद्ध यादव।

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    विद्यापति यह निश्चिततापूर्वक नहीं जाना जाता है कि विद्यापति का जन्म कब हुआ था और वे कितने दिन जीते रहे | मैथिल  कवि कोकिल, रसासिद्ध कवि विद्यापति, तुलसी, सूर, कबूर, मीरा सभी से पहले के कवि हैं। अमीर खुसरो यद्यपि इनसे पहले हुए थे। महाकवि विद्यापति का जन्म वर्तमान मधुबनी जनपद के बिसपू नामक गाँव में एक सभ्रान्त मैथिल ब्राह्मण गणपति ठाकुर (इनके पिता का नाम) के घर हुआ था। बाद में यसस्वी राजा शिवसिंह ने यह गाँव विद्यापति को दानस्वरुप दे दिया था। इस दानपत्र कि प्रतिलिपि आज भी विद्यापति के वंशजों के पास है जो आजकल सौराठ नामक गाँव में रहते हैं।  भारतीय भक्ति साहित्य की  प्रमुख स्तंभों मे से एक और मैथिली के सर्वश्रेष्ठ  कवि के रूप में जाने जाते हैं। इन्हें वैष्णव और शैव तथा शाक्त  भक्ति के सेतु के रूप में भी स्वीकार किया गया है। इनके काव्यों में मध्यकालीन मैथिली भाषा के स्वरुप के रूप में देखा  जा सकता है।  मिथिला के लोगों को 'देसिल बयना सब जन मिट्ठा' का सूत्र दे कर इन्होंने उत्तरी-बिहार में लोकभाषा की जनचेतना को जीवित करने का महत्वपूर्ण  प्र...

सामान्य विज्ञान!बीपीएससी सीरीज Gsc24-प्रसिद्ध यादव।

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     शरीर में सबसे मजबूत हड्डी  – जबड़े की हड्डी  हृदय एक मिनट में धड़कता है  – 72 बार  खून का रंग लाल होता है  – हीमोग्लोबीन के कारण हीमोग्लोबीन यौगिक है  – प्रोटीन का लाल रक्त कणिकाओं का जीवनकाल है  – 120 दिन रूधिर को थक्का जमने से सहायक है  – विटामिन K रूधिर का तरल भाग है  – प्लाज्मा रक्त समूह में सर्वदाता और सर्वग्राही है  – क्रमशः 0 तथा AB पित उत्पन्न होता है  – यकृत में स्वस्थ मनुष्य का रक्त चाप होता है  – 120/80 प्लाज्मोडियम परजीवी है  – मलेरिया रोग का पोजिट्रॉन किसका प्रतिकण है  – इलेक्ट्रॉन का जड़ों के रूपान्तरण का उदाहरण है  – मूली, गाजर और शकरकंद तने के रुपान्तरण का उदाहरण है  – आलू, अदरक और प्याज लौह की मात्रा सर्वाधिक होती है  -पालक के पत्तो में स्वस्थ शरीर में खून की मात्रा होती है  – 5-6 लीटर वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा संतुलित होती है  – प्रकाश संश्लेषण द्वारा कवकों का अध्ययन कहलाता है  – माइकोलॉजी हड्डियों में मुख्यतः पाया जाता है ...

नालंदा विश्वविद्यालय !बीपीएससी सीरीज 23 -प्रसिद्ध यादव।

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     इस विश्वविद्यालय की स्थापना का श्रेय  गुप्त शासक   कुमारगुप्त प्रथम  450-470 को प्राप्त है। इस विश्वविद्यालय को हेमंत कुमार गुप्त के उत्तराधिकारियों का पूरा सहयोग मिला। गुप्तवंश के पतन के बाद भी आने वाले सभी शासक वंशों ने इसकी समृद्धि में अपना योगदान जारी रखा। इसे महान सम्राट  हर्षवर्द्धन   और  पाल शासकों  का भी संरक्षण मिला। स्थानीय शासकों तथा भारत के विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही इसे अनेक विदेशी शासकों से भी अनुदान मिला।   तुर्की शासक बख्तियार खिलजी ने नालंदा विश्वविद्यालय में आग लगवा दी थी। कहा जाता है कि विश्व विद्यालय में इतनी पुस्तकें थी की पूरे तीन महीने तक यहां के पुस्तकालय में आग धधकती रही। उसने अनेक धर्माचार्य और बौद्ध भिक्षु मार डाले। खिलजी ने उत्तर भारत में बौद्धों द्वारा शासित कुछ क्षेत्रों पर कब्ज़ा कर लिया था। इतिहासकार विश्व प्रसिद्ध नालंदा विश्व विद्यालय को जलाने के पीछे जो वजह बताते हैं उसके अनुसार एक समय बख्तियार खिलजी बहुत ज्यादा बीमार पड़ गया। उसके हकीमों ने इसका काफी उपचार किया पर कोई फायदा...

पीएम मोदी के सपनों को गांव गांव तक पहुंचाएंगे:-रामकृपाल

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  दानापुर: प्रदेश भाजपा के द्वारा चलाए जा रहे 17-2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा के तहत आज दानापुर विधानसभा क्षेत्र के बेली रोड मंडल अध्यक्ष ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था आज पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वर्तमान पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव एवं प्रदेश भाजपा नेता भाई सनोज यादव ने संयुक्त रूप से बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पाटलिपुत्र स्टेशन के पास विजय बिहार कॉलनी में सड़कों पर साफ सफाई और वृक्षारोपण का कार्य माननीय सांसद रामकृपाल यादव ने किया!    सांसद रामकृपाल यादव ने का की यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सपनों को गांव गांव पहुंचाएंगे और उनके द्वारा बिहार में किए गए विकास कार्यों को जन जन तक बताएंगे यह मेरा कर्तव्य है!    जैसे आप सब लोग छठ पूजा के समय लोग साफ सफाई करते हैं वैसे ही आप लोग हर दिन अपने अपने घरों के सामने सड़क को एवं मुहल्ले में साफ सुथरा रखने का फर्ज सभी लोगों की है उस आप स्वस्थ्य रहेंगे।  प्रदेश भाजपा नेता भाई सनोज यादव ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा कि आप सब लोग आज संकल्प लेकर जाए और अ...

बनारस के वीर पहलवान बचऊ यादव!/प्रसिद्ध यादव।

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   बीएचयू की स्थापना में सीरगोवर्धन के बचाऊ बीर यादव (बचऊ पहलवान) का भी अहम योगदान रहा है।  भले ही इस वीर की उतनी वर्णन नही होता है, लेकिन बनारस की एक एक कण इनकी कर्जदार है। बनारस बाबा विश्वनाथ के लिए प्रसिद्ध है तो बचाऊ यादव की कर्मभूमि के लिए जाना जाता है।बनारस के पान, पांडा से ज्यादा फ़क्र इस वीर पर है।कहा जाता है कि गांवों में आतंक मचा रहे शेर से वह अकेले ही भीड़ गए थे और उसे मारकर कंधे पर रखकर पूरे गांव में घुमाया था। बीएचयू की बाउंड्री वाल बनाते समय दबंगों से हुए विवाद में उन्होंने महामना की जान बचाई थी, हालांकि इसमें उनकी जान चली गई थी। शेर को मारकर कंधे पर घुमाया - मिर्जापुर से आए एक शेर का कई गांव में आतंक था। - अधिकारियों ने सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। - इस बीच बचऊ पहलवान को सूचना मिली कि शेर गांव के खेत में छुपा है। - बचऊ पहलवान अकेले ही शेर से भिड़ गए। - पुलिस और अधिकारियों के सामने ही उन्होंने खेत में घुसे शेर को पटक कर मार दिया। - वह आधे घंटे से ज्यादा समय तक शेर को अपनी भुजाओं मं दबोचे हुए थे। - शेर के मरने के बाद उसे कंधे पर रखकर...

बिहार में युद्ध!बीपीएससी सीरीज H 22/प्रसिद्ध यादव।

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    ईसा पूर्व 487 में, जब अजातशत्रु के राज्य की राजधानी राजगीर थी, अजातशत्रु और लिच्छवीराज के बीच युद्ध हुआ था जिसमें अजातशत्रु विजय हुआ था. इस युद्ध का समर क्षेत्र पाटलिपुत्र का किला था. ईसा पूर्व 323 में चंद्रगुप्त मौर्य और नंद वंश के आखिरी राजा घनानंद के मध्य पाटलिपुत्र में युद्ध हुआ था, जिसमें चंद्रगुप्त मौर्य विजय हुआ. शुंग वंश का शासन समाप्त होने पर पहली शताब्दी में कनिष्क ने उस काल के प्रकांड विद्वान अशोक घोष को अपने साथ अपनी राजधानी पेशावर ले जाने के लिए पाटलिपुत्र पर आक्रमण कर दिया. किसी विद्वान को अपने साथ ले जाने के लिए संभवत: संपूर्ण विश्व में अब तक यह एकमात्र युद्ध लड़ा गया था. सन 514 में प्रसिद्ध हूण शासक ने मिहरीकुल ने बालदित्य (नरसिंह गुप्त) के शासनकाल मगध पर आक्रमण किया था. सन 514 में नरसिंह गुप्त के वंशज तथा गॉड (बंगाल) के राजा शशांक के मध्य मगध क्षेत्र में युद्ध हुआ था, जिसमें शशांक विजय हुआ था. संसाक ने बौद्ध धार्मिक स्थलों को बुरी तरह नष्ट कर दिया. 1539 में शेरशाह का और हुमायूं के मध्य बक्सर के निकट चौसा में युद्ध हुआ था, जिसमें शेरशाह विजय हुआ था. अगस्त, ...

समाज सुधारक!बीपीएससी सीरीज 21 H/प्रसिद्ध यादव। स्वामी

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     दयानंद सरस्वती:  स्वामी दयानंद वेदों की शिक्षाओं में महान विश्वास थे। उन्होंने मूर्ति पूजा और अन्य अंधविश्वासों को खत्म करने के लिए हिंदू धार्मिक ग्रंथों की आलोचना की। उन्होंने हिंदू धर्म के नाम पर प्रचारित की जा रही सभी गलत चीजों के खिलाफ तर्क दिया। ज्योतिराव फुले:  ज्योतिराव फुले ने अपना पूरा जीवन समाज के कमजोर और दबे हुए तबके के लिए समर्पित कर दिया। वह बाल-विवाह के भी खिलाफ थे और विधवा पुनर्विवाह के बड़े समर्थक थे। व्यथित महिलाओं के कारण वह बहुत सहानुभूति रखती थी और ऐसी गरीब और शोषित महिलाओं के लिए घर खोलती थी जहाँ उनकी देखभाल की जा सकती थी। वे और उनकी पत्नी, सावित्रीबाई फुले भारत में महिला शिक्षा के अग्रणी थे। यह जोड़ी भारत की लड़कियों के लिए एक स्कूल खोलने वाले पहले मूल भारतीयों में से थी। विनोबा भावे:  विनोबा भावे आधुनिक भारत के सबसे प्रमुख मानवतावादी और समाज सुधारकों में से एक थे। वे जीवन भर गांधीवादी सिद्धांतों के प्रति निष्ठावान रहे और समाज के कल्याण के लिए निस्वार्थ भाव से काम करते रहे। ईश्वर चंद्र विद्यासागर:  एक बंगाली बहुमुखी प्रति...

राजधानी पटना में 1 अक्टूबर को डांडिया रास 2.0 में सजेगा सितारों की महफिल : निरंजन कुशवाहा, शिखा कुशवाहा और शिवेंद्र कुमार*

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  * *डांडिया रास 2.0 का उद्घाटन करेंगे सुपर स्टार गोविंदा, साथ होंगे गुलशन ग्रोवर, महिमा चौधरी और संजय भूषण पटियाला* : दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर 1 अक्टूबर 2022 को  मिलर हाई स्कूल ग्राउन्ड, वीरचंद पटेल पथ, पटना में डांडिया रास 2.0 का भव्य आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्घाटन बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गोविंदा करेंगे। इस मौके पर गुलशन ग्रोवर और महिमा चौधरी के रानी चटर्जी, पाखी हेगड़े, के के गोस्वामी जैसे दिग्गज कलाकार मौजूद रहेंगे। ये जानकारी आज पटना के होटल मौर्या में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में डांडिया रास 2.0 के आयोजनकर्ता निरंजन कुशवाहा, संजय भूषण पटियाला, शिखा कुशवाहा और शिवेंद्र कुमार  ने दी।  उन्होंने कहा कि राजधानी पटना वासियों के लिए यह दशहरा बेहद खास होने वाला है। कोविड महामारी के बाद पहली बार पटना में डांडिया का इतना बड़ा आयोजन होने जा रहा हैं, जिसमें बॉलीवुड सुपर स्टार गोविंदा, खलनायक गुलशन ग्रोवर और अभिनेत्री महिमा चौधरी जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ यह शाम गुलजार होने वाली है, तो भोजपुरी के लोकप्रिय कलाकार भी डांडिया रास 2.0 में अपनी अदाकारी से धमाल मचाते नजर आ...

सनातन/वैदिक धर्म!बीपीएससी सीरीज 20H/प्रसिद्ध यादव।

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     सनातन धर्म जिसे  हिन्दू धर्म  अथवा वैदिक धर्म भी कहा जाता है और यह 6000 साल का इतिहास हैं।  भारत  (और आधुनिक  पाकिस्तानी क्षेत्र) की  सिन्धु घाटी सभ्यता  में  हिन्दू धर्म  के कई चिह्न मिलते हैं। इनमें एक अज्ञात मातृदेवी की मूर्तियाँ, शिव पशुपति जैसे देवता की मुद्राएँ, लिंग, पीपल की पूजा, इत्यादि प्रमुख हैं। इतिहासकारों के एक दृष्टिकोण के अनुसार इस सभ्यता के अन्त के दौरान मध्य  एशिया  से एक अन्य जाति का आगमन हुआ, जो स्वयं को आर्य कहते थे और संस्कृत नाम की एक हिन्द यूरोपीय भाषा बोलते थे। एक अन्य दृष्टिकोण के अनुसार  सिन्धु घाटी सभ्यता  के लोग स्वयं ही आर्य थे और उनका मूलस्थान भारत ही था।प्राचीन काल में    भारतीय  सनातन धर्म में  गाणपत्य ,  शैवदेव , कोटी   वैष्णव ,   शाक्त  और  सौर  नाम के पाँच  सम्प्रदाय  होते थे।  गाणपत्य   गणेशकी ,  वैष्णव   विष्णु  की,  शैवदेव , कोटी   शिव   की,  शाक्त   शक्त...

भारत में धर्म!बीपीएससी सीरीज 19-H/प्रसिद्ध यादव।

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    बौद्ध धर्म  भारत की श्रमण परम्परा से निकला ज्ञान धर्म और दर्शन है। ईसा पूर्व छठवीं शताब्दी में गौतम बुद्ध द्वारा बौद्ध धर्म का प्रवर्तन किया गया। गौतम बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में लुम्बिनी (वर्तमान नेपाल में) में में हुआ, उन्हें बोध गया में ज्ञान की प्राप्ति हुई, जिसके बाद सारनाथ में प्रथम उपदेश दिया, और उनका महापरिनिर्वाण 483 ईसा पूर्व कुशीनगर,भारत में हुआ था। उनके महापरिनिर्वाण के अगले पाँच शताब्दियों में, बौद्ध धर्म पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैला और अगले दो हजार वर्षों में मध्य, पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया में भी फैल गया। इस्लाम के बाद बौद्ध धर्म विश्व का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है। हीनयान, थेरवाद, महायान और वज्रयान बौद्ध धर्म में प्रमुख सम्प्रदाय हैं। दुनिया के करीब 2 अरब (29%) लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं।  जैन धर्म  श्रमण परम्परा से निकला है तथा इसके प्रवर्तक हैं २४...

भारत में किसान आंदोलन!बीपीएससी सीरीज 18H-प्रसिद्ध यादव।

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     नील पैदा करने वाले किसानों का विद्रोह, पाबना विद्रोह, तेभागा आंदोलन, चम्पारण सत्याग्रह, बारदोली सत्याग्रह और मोपला विद्रोह प्रमुख किसान आंदोलन के रूप में जाने जाते हैं। सन् 1918 में खेड़ा सत्याग्रह गांधीजी द्वारा शुरू किया गया, वहीं बाद में 'मेड़ता बंधुओं' (कल्याणजी तथा कुंवरजी) ने भी सन् 1922 में बारदोली सत्याग्रह को प्रारंभ किया था। बाद में इस सत्याग्रह का नेतृत्व सरदार वल्लभभाई पटेल के हाथों में रहा। हालांकि किसानों का सबसे प्रभावी और व्यापक आंदोलन नील पैदा करने वाले किसानों का था। यह आंदोलन भारतीयों किसानों द्वारा ब्रिटिश नील उत्पादकों के खिलाफ बंगाल में सन् 1859-1860 में किया गया। अपनी आर्थिक मांगों के संदर्भ में किसानों द्वारा किया जाने वाला यह आंदोलन उस समय का एक विशाल आंदोलन था। अंग्रेज अधिकारी बंगाल तथा बिहार के जमींदारों से भूमि लेकर बिना पैसा दिए ही किसानों को नील की खेती में काम करने के लिए विवश करते थे तथा नील उत्पादक किसानों को एक मामूली-सी रकम अग्रिम देकर उनसे करारनामा लिखा लेते थे, जो बाजार भाव से बहुत कम दाम पर हुआ करता था। इस प्रथा को 'ददनी प्रथ...

पंचकठिया, तिनकठिया! बीपीएससी सीरीज 17H /प्रसिद्ध यादव।

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      सिदो-कान्हू ने 1855-56 मे ब्रिटिश सत्ता, साहुकारो, व्यपारियों व जमींदारो के अत्याचारों के खिलाफ एक विद्रोह कि शुरूवात कि जिसे संथाल विद्रोह या हूल आंदोलन के नाम से जाना जाता है। संथाल विद्रोह का नारा था करो या मरो अंग्रेजो हमारी माटी छोड़ो । सिदो ने अपनी दैवीय शक्ति का हवाला देते हुए सभी मांझीयों को साल की टहनी भेजकर संथाल हुल में शामिल होने के लिए आमंत्रन भेजा। 30 जून 1855 को भेगनाडीह में संथालो आदिवासी की एक सभा हुई जिसमें 400 गांवों के 50000 संथाल एकत्र हुए।  संथालो के भय से अंग्रेजो ने बचने के लिए पाकुड़ में मार्टिलो टावर का निर्माण कराया गया था जो आज भी झारखण्ड के पाकुड़ जिले में स्थित है। अंततः इस मुठभेड़ में संथालो कि हार हुई और सिदो-कान्हू  को फांसी दे दी गई।  इस भयंकर मुठभेड़ में संथालो हार हुई क्योंकि ये लोग तीर धनुष से लड़ रहे थे जबकि अंग्रेजो के पास आधुनिक हथियार था। सिदो को अगस्त 1855 में पकड़कर पंचकठिया नामक जगह पर बरगद के पेड़ पर फांसी दे दि गई वह पेड़ आज भी पंचकठिया में स्थित है  जिसे शहिद स्थल कहा जाता है। "तिंकठिया" प्रणाली ______ ...

खुदीराम बोस, प्रफुल्ल चाकी की शहादत!बीपीएससी सीरीज 16 H /प्रसिद्ध यादव।

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     चाकी  कोलकाता का चीफ प्रेसिडेंसी मजिस्ट्रेट  किंग्सफोर्ड  क्रांतिकारियों को अपमानित करने और उन्हें दण्ड देने के लिए बहुत बदनाम था। क्रांतिकारियों ने किंग्सफोर्ड को जान से मार डालने का निर्णय लिया। यह कार्य प्रफुल्ल चाकी और खुदीराम बोस को सौंपा गया। ब्रिटिश सरकार ने किंग्सफोर्ड के प्रति जनता के आक्रोश को भाँप कर उसकी सरक्षा की दृष्टि से उसे सेशन जज बनाकर मुजफ्फरपुर भेज दिया। दोनों क्रांतिकारी प्रफुल्ल चाकी और खुदीराम बोस उसके पीछे-पीछे मुजफ्फरपुर पहुँच गए। दोनों ने किंग्सफोर्ड की गतिविधियों का बारीकी से अध्ययन किया। इसके बाद 30 अप्रैल 1908 ई० को किंग्सफोर्ड पर उस समय बम फेंक दिया जब वह बग्घी पर सवार होकर यूरोपियन क्लब से बाहर निकल रहा था। लेकिन जिस बग्घी पर बम फेंका गया था उस पर किंग्सफोर्ड नहीं था बल्कि बग्घी पर दो यूरोपियन महिलाएँ सवार थीं। वे दोनों इस हमले में मारी गईं। दोनों क्रांतिकारियों ने समझ लिया कि वे किंग्सफोर्ड को मारने में सफल हो गए हैं। वे दोनों घटनास्थल से भाग निकले। प्रफुल्ल चाकी ने समस्तीपुर पहुँच कर कपड़े बदले और टिकिट खरीद कर रेलगाड़ी...

बीच सड़क पर पीर अली को फांसी !बीपीएससी सीरीज 15 H/प्रसिद्ध यादव।

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     पीर अली ने अंग्रेजों की गुलामी से देश को आज़ाद कराने की मुहिम में अपने हिस्से का योगदान देना अपने जीवन का मक़सद बना लिया। दिल्ली के क्रांतिकारी अज़िमुल्लाह खान से वे मार्गदर्शन प्राप्त करते थे। 1857 की क्रांति के वक़्त बिहार में घूम-घूमकर लोगों में आज़ादी और संघर्ष का जज़्बा पैदा करने और उन्हें संगठित करने में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई। उसी दौर में उन्होंने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर एक ऐसी योजना बनाई जिसकी भनक अंग्रेजों को नहीं लग सकी। योजना के अनुसार 3 जुलाई, 1857 को पीर अली के घर पर दो सौ से ज्यादा आज़ादी के दीवाने इकट्ठा हुए पीर अली ने सैकड़ों हथियारबंद लोगो की अगुवाई करते हुए पटना के गुलज़ार बाग स्थित उस प्राशासनिक भवन पर धावा बोल दिया। यह वह भवन था जहां से रियासत की क्रांतिकारी गतिविधियों पर नज़र रखी जाती थी और उनपर कार्रवाई की रूपरेखा तैयार होती थी। क्रांतिकारियों के चौतरफा हमले में घिरे अंग्रेजों ने डॉ. लॉयल के नेतृत्व में भीड़ पर फायरिंग शुरू कर दी। क्रांतिकारियों की ज़वाबी फायरिंग में डॉ. लॉयल अपने कई साथियों समेत मारा गया। अंग्रेजों की अंधाधुंध गोलीबारी में कई क्रन...

वीर कुँअर सिंह ,अली बंधु!बीपीएससी सीरीज 14 H/प्रसिद्ध यादव

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  ।   बिहार मे सबसे पहले 12 जून 1857 को देवधर ज़िले के रोहिणी नामक जगह पर अमानत अली, सलामत अली और शेख़ हारुन बग़ावत कर अंग्रेज़ अफ़सर को मार देते हैं और इस जुर्म के लिए इन्हे 16 जून 1857 को आम के पेड़ पर लटकाकर फांसी दे दी जाती है. और इस तरह बिहार मे क्रांति की शुरुआत होती है…   भोजपुर (आरा) जिले के जगदीशपुर रियासत के इस योद्धा ने जाति-धर्म से परे होकर अपने देश सेवा के लिए अपनी रियासत को ही दांव पर लगा दिया। कभी इन्होंने जाति और धर्म को अपने बीच दीवार नहीं बनने दिया।  बिहार के आरा की धरमन बाई। पेशे से तवायफ धरमन बाई को महान स्वतंत्रता सेनानी वीर कुंवर सिंह से अकूत प्रेम था। अपने प्रेम की खातिर इस विरांगना ने अपनी शहादत दे दी थी। कहा जाता है कि धरमन बाई और करमन बाई दो बहने थीं, जो आरा, बिहार की तवायफ थी। बात 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के समय की है। इन दोनों का मुजरा काफी प्रसिद्ध था, जिसे देखने के लिए वीर कुंवर सिंह भी जाते थे। उसी दौरान इन दोनों से उनकी आंखे चार हुई। बाबू कुंवर सिंह इन दोनों से बेपनाह मोहब्बत करने लगे, लेकिन धरमन को वो अपने ज्यादा करीब पाते थे, शायद ...

हथियाकंध में मिले मृतकों के परिजनों से रामकृपाल यादव व सनोज यादव!

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     दानापुर विधानसभा क्षेत्र के हंथीयाकांत पंचायत के बंधुटोला निवासी मृतक मनीष यादव को विगत  दिनों हत्या होने पर एवं शिवचक में बिजली करेंट लगने से  सुधीर यादव की मौत होने के उपरांत आज सांसद रामकृपाल यादव एवं प्रदेश भाजपा नेता भाई सनोज यादव ने मृतक के परिजनों से घर पर मिलकर उन्हें सांत्वना दिया , हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया एवं स्थानीय अधिकारीयों से फोन पर बात कर शीघ्र ही मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि देने की बात कही।साथ में सुबोध यादव ,पंचायती प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी थे।