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Showing posts from March, 2023

केजरीवाल को महंगा पड़ गया पीएम की डिग्री मांगना !-प्रसिद्ध यादव।

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      क्या देश को यह जानने का भी अधिकार नहीं है कि उनके प्रधानमंत्री कितना पढ़े-लिखे हैं.!--अरविंद केजरीवाल। केंद्रीय सूचना आयोग के निर्णय अंतिम और बाध्यकारी होते हैं, लेकिन इन्हें हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। यही नियम सूचना आयोग को न्यायालय से नीचे बना देता है।     गुजरात हाई कोर्ट ने आज शुक्रवार को  केंद्रीय सूचना आयोग  (सीआईसी) के 2016 के उस आदेश को रद्द कर दिया, जिसमें उसकी ओर से  गुजरात यूनिवर्सिटी  को दिल्ली के  मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल  को “पीएम नरेंद्र दामोदर मोदी के नाम पर पीजी डिग्री के बारे में जानकारी” दिए जाने करने का निर्देश दिया गया था. हाई कोर्ट ने साथ ही सीएम केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी ठोक दिया है. गुजरात हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री दिखाने की कोई जरुरत नहीं है. सिंगल जज जस्टिस बिरेन वैष्णव ने यह आदेश सुनाया. कोर्ट ने केंद्रीयसूचना आयोग का फैसला बदलते हुए म...

राजधर्म का पालन कितना ? -प्रसिद्ध यादव।

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   राजवर्ग को देश का संचालन कैसे करना है, इस विद्या का नाम ही 'राजधर्म' है।केंद्र सरकार की सब के साथ, सब के विकास की जुमलेबाजी बिल्किस बानो के दोषियों के रिहाई के मामले में असली चेहरा सामने आ गया।दिन रात नफरती बयान और चहेते को मुनाफा और इसपर सवाल पूछने वाले को जल्दबाजी में संसद की सदस्यता समाप्त कर देना ,राजनेताओं द्वारा नफरती बयान पर सुप्रीम कोर्ट की फटकार आदि कैसा राजधर्म है?      युद्ध उपरांत भीष्म पितामह द्वारा  युधिष्ठिर को बताया गया राजधर्म आज भी प्रासंगिक है। यदि राजा प्रजा की रक्षा न करे तो बलवान मनुष्य दुर्बलों की बहु-बेटियों को हर ले जायं और अपने घरबार की रक्षा के लिए प्रयत्न करने वालों को मार डालें। यदि राजा रक्षा न करे, तो इस जगत् में स्त्री, पुत्र, धन अथवा घरबार कोई भी ऐसा संग्रह सम्भव नहीं हो सकता, जिसके लिए कोई कह सके कि यह मेरा है, सब ओर सब की सारी सम्पत्ति का लोप हो जाय।  यदि राजा प्रजा का पालन न करे तो पापचारी लुटेरे सहसा आक्रमण करके वाहन, वस्त्र, आभूषण और नाना प्रकार के रत्न लूट ले जायं।  यदि राजा रक्षा न करे तो धर्मात्मा पुरुषो...

रामकृपाल यादव व भाई सनोज यादव रामनवमी के अवसर पर दानापुर दियारा के मानस गांव में दो गोला चैता का किये उद्घाटन !।

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    चैता  भाईचारा और प्रेम को बढ़ाता है:- सांसद रामकृपाल यादव। रामनवमी के अवसर पर चैता  समाज में प्रेम को बढ़ाती है: सांसद। दानापुर: आज दानापुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मानस पंचायत के मानस गांव स्थित मनोकामना देवी मंदिर के पास बीजेपी कार्यकर्ताओं के द्वारा आयोजित दुगोला चैता समारोह में का उद्घाटन माननीय पूर्व केंद्रीय ग्रामीण राज्य मंत्री एवं पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद श्री रामकृपाल यादव एवं प्रदेश भाजपा नेता भाई सनोज यादव ने संयुक्त रूप से  फीता काट कर विधिवत चैता का शुभारंभ किया।    सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि रामनवमी पूरे देश भर हर उल्लास के साथ इस त्योहार को खुशियों से मनाया जा रहा है, इससे आपस में भाईचारा और प्रेम बढ़ता है। चैत के दिनों में  प्रभूराम श्री राम का जन्मोत्सव, मां का नवरात्रि एवं चैती छठ पूजा और रमजान के पवित्र महीने भी चैत के महीने में होती है इस पूजा पाठ करने से लोगों को शांति और समृद्धि मिलती है यह पूजा अदभुत है। चैता हमारी लोकगाथा है, इसमें गांव गंवई के कलाकार अपने लोकभाषा मगही ,भोजपुरी आदि सरल भाषा व सर...

रामनवमी के अवसर पर हादसे !-प्रसिद्ध यादव।😢

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       मेला और भीड़भाड़ वाले जगहों पर हमेशा अनहोनी की आशंका बनी रहती है। बुजुर्ग महिला व बच्चों को हमेशा भीड़भाड़ वाले जगह से अलग रहना चाहिए। आस्था के नाम पर जान जोखिम में डालना नहीं चाहिए। कोई भी भीड़भाड़ वाले जगह या मेले की पूर्ण सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकता है। हादसे का स्वरूप क्या हो सकता है ?ये कोई नहीं बता सकता है लेकिन प्रबंधन और प्रशासन को हर दृष्टिकोण से एहतियात बरतने की जरूरत है। उत्साह में ,शोरगुल में लोग कुछ समझ नहीं पाते हैं और जबतक समझ पाते हैं तब तक बहुत देर हो जाती है। युवा लोग भाग कर जान बचा लेते हैं लेकिन बच्चे, महिला, बुजुर्ग नही भाग पाते हैं।नतीजा, समय मौत के मुंह में चले जाते हैं। ऐसे ही रामनवमी में देश के अंदर दो घटनाएं हुई पहली  इंदौर में रामनवमी पर एक बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के बाद कन्या पूजन चल रहा था। इस दौरान बावड़ी की छत धंस गई और वहां मौजूद 50 से अधिक लोग उसमें गिर गए। हादसे में 14 लोगों की मौत हो चुकी है। 11 लोगों के शव बावड़ी से निकाले गए, वहीं तीन लोगों ने अस्पताल में...

नफरती बयान पर सुप्रीम कोर्ट सख्त!।महाराष्ट्र सरकार को नपुंसक तक बता दिया !-प्रसिद्ध यादव।

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  राजनीति में धर्म के दुरुपयोग पर हुई किरकिरी! याद कीजिए लालू यादव, मुलायम सिंह यादव को नफरती ,दंगाइयों  को  मोम कर दिए थे।दंगाई, बलवाई इनके राज में बिल में छुपे होते थे और हर धर्म जाति के लोग  शान्ति पूर्ण मिलजुलकर रहते थे  । आडवाणी की कमंडल रथ यात्रा को समस्तीपुर में रोककर इन्हें गिरफ्तार कर देश में आग लगने से बचाये थे। आज सुप्रीम कोर्ट की इस तल्ख टिप्पणी से हर कोई लालू यादव, मुलायम सिंह के कार्यकाल को वास्तविक लोकतंत्र सरकार की मुहर लग गई।सुप्रीम कोर्ट  ने बुधवार को मुस्लिमों के खिलाफ हेट स्पीच को लेकर  महाराष्ट्र सरकार  पर जमकर निशाना साधा. केएम जोशेफ और बीवी नागरत्ना की पीठ ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए उसे नपुंसक करार दिया. पीठ ने कहा कि राज्य में हेट स्पीच की घटनाओं के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है. वह समय रहते कोई कार्रवाई नहीं करती, इसलिए राज्य में इस तरह की घटनाएं होती हैं. पीठ ने कहा कि राज्य में जिस समय ये घटनाएं होती हैं, उस समय नेता धर्म का इस्तेमाल करने लगते हैं. शीर्ष अदालत ने कहा कि लोगों को खुद को संयमित रखने का दरकार है. स...

आज मेरे 2000 ब्लॉग्स पूरे हुए! एक अवलोकन !-प्रसिद्ध यादव।

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           इस के 81 हजार से अधिक ऑल  टाइम  वियुवर हुए!   अगर औरों की तरह यु टूबर होता तो पैसों की कोई कमी नहीं होती। फर्जी, सनसनीखेज यू टूबर  लोगों का हाल छुपा हुआ नहीं है।मेरा ब्लॉग पढ़कर कितने लोगों के हृदय परिवर्तन हुआ,मुझे नहीं मालूम है लेकिन कुछ पल के लिए सोचने समझने के लिए जरूर मजबूर कर दिया है। मेरा ब्लॉग ही मेरा चरित्र है। दोहरे चरित्र  वाले का मैं नहीं हूं।ऐसी उम्मीद कोई मुझे स्वप्न में भी न करे।मैं रीटेक नहीं होता हूँ।मेरे क्रोनोलॉजी, सेफ़ॉलोजी, साइकोलॉजी को समझें। राजनीति वाले मायावी मैं नहीं हूं।कोई घटना हो जाये और भोलेपन से जवाब दे दें कि मुझे कुछ मालूम ही नहीं है।ऐसी भावुकता, मासूमियत, नॉटंकि मुझे पसंद नहीं है। मैं चेहरे पढ़कर किसी की कारतूस समझने का प्रयास करता हूँ। बातचीत होने पर पूरे स्कैन कर लेता हूँ।पत्रकार के अंदर यह गुण होना चाहिए।शकी मिजाज के होना चाहिए और आंखों में आंखें डाल कर बातें करने की साहस चाहिए चाहे सामने कोई हो। ख़बर सूचना हो सकती है लेकिन विचार, आलेख, कविता में भावनाएँ, विश्लेषण ,चिंतन,मनन होत...

शेबरी के बेर खाने वाले ,निषाद-हनुमान-सुग्रीव के मित्र , जटायु को पिता कहने वाले श्री राम चाहिए! -प्रसिद्ध यादव।

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    सियाराम मय भये जग जानी ! करहुं प्रणाम विमल  युग  वाणी ! दलितों-वंचितों-पिछड़ो-वनवासियों-मूल निवासियों को गले लगाकर साथ रहने वाले राम, निषाद-हनुमान-सुग्रीव के मित्र राम, जटायु को पिता कहने वाले राम, माँ शबरी के झूठे बेर खाने वाले राम  चाहिए। कबीर के घट घट में रमणीय राम चाहिए। दुष्टों द्वारा बापू को गोली लगने पर बापू के अंतिम शब्द " हे राम!" चाहिए। राजपाट की न चाहने वाले, पितृभक्त ,अपने शत्रु रावण की हत्या के बाद भी अपने अनुज लक्ष्मण को ज्ञान लेने के सलाह लेने वाले, गुरु विश्वामित्र के यज्ञ की रक्षा करने वाले राम चाहिए।राम के नाम पर नफरत फैलाने वाले ,राजनीति करने वाले, इनके नाम के दुरुपयोग करने वाले नहीं चाहिए।सूर्य जैसे तेजस्वी ,चांद जैसे शीतल,समुद्र जैसे गहराई, धरती जैसे धैर्य धारण करने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम चाहिए।

गोरगवा मेला ! अतीत से वर्तमान तक- प्रसिद्ध यादव।

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      "  हो..... अरि अवध में, बाजै  बधै.या.... कौशल्या के, ललना... भई.. अरे. नौमी तिथि, अति शीत न घामा... कौशल्या के, ललना... भई.. हो......... अरि राम जी के, भइले जनमवा... हो.. हो.... अरि राम जी के भइले जनमवा चला हो, करि आ.ई दरशनवा. रानी कौशल्या, अरि पलना. झुलावैं.... रानी कौश..ल्या पलना. झुलावैं.. पलना झुलावैं, गुइयाँ पलना झुलावैं पलना झुलावैं रामा.. पलना झुलावैं रानी कौश..ल्या पलना झुलावैं देखि के, विहसे परनवा माई  कौश..ल्या, बलि बलि  जावैं  .... प्रकटे हैं राम  भगवनवा होत अनं..द, अवध नगरी में .... शोभवा न  जा.ई बरनवा तुलसीदा..स, स्वामी सुख सागर.... सुन्दर  लाल  सलोनवा। " ऐसे ही रसभरी चैता की गीत गोरगवां मेला की अपनी खास पहचान थी। दानापुर स्टेशन और खगौल से करीब 3 किमी पश्चिम  शाहपुर थाना के दानापुर प्रखंड व अनुमंडल के  जमालुद्दीन चक पंचायत में  हावड़ा दिल्ली रेल मार्ग से सटे दक्षिण गोरगवां गांव है और गांव के पश्चिम भगवती दुर्गा माँ की प्राचीन मंदिर है। पूर्व में यह भगवती पुर गोरगवां प...

गुजरात व केंद्र सरकार द्वारा दोषियों के माफीनामा पर सुप्रीम कोर्ट सख्त।-प्रसिद्ध यादव।

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   धर्म जाति के साथ भेदभाव !क्या यही है सरकार की राजधर्म? संविधान और न्यायालय आज अपने अस्तित्व में है इसलिए लोग सुरक्षित हैं वरना ऐसी सरकार से सुरक्षा की अपेक्षा करना बेमानी है। गुजरात व केंद्र सरकार की दोहरे चरित्र पर सुप्रीम कोर्ट सख्ती बरती है।मोदी के सब के साथ, सब के विकास की जुमलेबाजी बिल्किस बानो के दोषियों के रिहाई के मामले में असली चेहरा सामने आ गया। कैसे जघन्य अपराधियों को समय से पहले रिहा कर जश्न मनाया था।सुप्रीम कोर्ट ने 2002 के गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक बलात्कार की शिकार बिल्कीस बानो की उस याचिका पर सोमवार को केंद्र, गुजरात सरकार एवं अन्य से जवाब तलब किया, जिसमें उन्होंने दोषियों को समय-पूर्व रिहा किये जाने के फैसले को चुनौती दी है. गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस के एक डिब्बे में आगजनी की घटना के बाद भड़के दंगे के दौरान बानो के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या कर दी गयी थी. बानो ने इस मामले में दोषी ठहराये गये 11 अपराधियों की बाकी सजा माफ किये जाने के राज्य सरकार के फैसले को चुनौती दी है. न्यायमूर्ति के. एम. जोसेफ औ...

शिक्षा में एकरूपता व जातिविहीन समाज हो !- जीतन राम मांझी।

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  बाबूचक, गोरगवां छोटी मुशहरी ठूठी बर तर दानापुर/फुलवारी। भव्य स्वागत हुआ पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी जी का। अपनों के बीच शामिल होकर अपनी यादें ताजा हो गई। मेरे सवालों के जवाब सटीक व तर्कपूर्ण दिए।-प्रसिद्ध यादव। आज बाबूचक, मुशहरी,गोरगवां, कोठियां,सरारी, जमालुद्दीन चक  और फुलवारी शरीफ प्रखंड के  विभिन्न गांवों के नेता व जनता  बाबूचक ठूठी बर तर मुशहरी फुलवारी शरीफ पश्चिमी के लोकप्रिय जिला पार्षद दीपक मांझी के निजी आवास पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय जीतन राम मांझी को अपने बीच में पाकर हर्षोउल्लास में थे।   दीपक मांझी ,देवकिशुन ठाकुर ने जीतन राम मांझी को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।जीतन राम मांझी ने  शिक्षा की एकरूपता व जातिविहीन समाज की बात की। ब्राह्मणवादियों ने समाज को जाति में बांटा है, जिसका नतीजा है कि आज आजादी के 75 साल बाद भी अभावग्रस्त जीवन जीने को मजबूर हैं। महात्मा बुद्ध को याद करते हुए मांझी ने बताया कि वे मानव को कौन कहे ,हर जीव जंतुओं के प्रति दया करुणा के भाव रखते थे।बाबा साहेब अंबेडकर की बातों को दोहराते हुए लोगों से अपील किया ...

अमृतकाल तक वंचितों की दिशा और दशा! -प्रसिद्ध यादव।

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  बाबा साहेब का मूलमंत्र था - शिक्षित बनो! संगठित हो ! संघर्ष करो! शिक्षा के प्रति जागरूकता आई है। लोग शिक्षित होकर अच्छे अच्छे पदों पर जा रहे हैं। वंचित संगठित भी हो रहे हैं।नतीजा  कई राज्यों में शासन भी चला रहे हैं और तो और अनुसूचित जनजाति की महिला महामहिम राष्ट्रपति पद पर विराजमान हैं। इससे पूर्व भी इस पद पर अनुसूचित जाति के पद पर विराजमान थे। संघर्ष लोग दिनरात कर रहे हैं। समग्रता में देखें तो आज भी वंचितों की यथास्थिति बनी हुई है और इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेवार व्यवस्था और इनके राजनेता हैं। अमृतकाल में एक लकीर खींचकर एक तरफ कॉम्फोर्टबल जोन और दूसरी तरफ अभावग्रस्त जीने वाले को रख दें तो मालूम हो जाएगा कि आज भी किसके हिस्से में क्या है?न्यायपालिका, वीसी,प्रोफेसर ,कल कारखाने का स्वामित्व , कॉरपोरेट घरानों, उद्योग, फ़िल्म,ट्रांसपोर्ट, बड़े टेंडर, मॉल,बड़े बड़े व्यवसाय, जमीन,फार्महाउस ,महंगी गाड़ियां, बड़े बड़े अस्पताल, स्कूल प्रबंधक,निदेशक, निजी बैंक ,दवा कम्पनियां, प्रेस मीडिया किताब ,निजी इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट कॉलेज ,पोर्ट,एयरपोर्ट, हवाई जहाज ,मंत्री,विधायक आदि देश के...

चैती छठ के प्रसाद दीपक मांझी के यहाँ श्याम जी,रणवीर नंदन जी ,देवकिशुन ठाकुर के साथ ग्रहण किया!- प्रसिद्ध यादव।

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   कल शाम में  चैती छठ के प्रसाद अपने गांव बाबूचक में फुलवारी के जिला पार्षद दीपक मांझी के घर प्रसाद ग्रहण किया। साथ में पूर्व मंत्री श्याम रजक जी,एमएलसी रणवीर नंदन,राजद के प्रदेश महासचिव देवकिशुन ठाकुर ,जदयू अध्यक्ष फुलवारी रामप्रवेश सिंह ,गणेश यादव,  खगोल के जदयू अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ,मो हकीम,सरपंच विक्की यादव  सहित अन्य गणमान्य लोग आये थे। पटना यूनिवर्सिटी के दर्जनों विद्यार्थी भी शरीक हुए ।इनका जय भीम अभिवादन मुझे दिल को छू गया।सभी दलित,महादलित परिवार से कोई गया ,जहानाबाद, नालन्दा ,मसौढ़ी के भी थे।जब मैं इन छात्रों से परिचय और बाबा साहेब अंबेडकर के बारे में पूछा तो बड़ी विस्तार से बताया। बगल में बैठी शालिनी मांझी स्नातक उतीर्ण थी। मुझे लगा बदलाव का बयार चल पड़ा है। दुर्घटना से पीड़ित उमेश मांझी भी आये ,इनका भी कुशलक्षेम पूछा। दीपक मांझी की नानी मेरे पास आकर घर परिवार की हाल पूछने लगीं। मेरा बचपन का याद ताजा हो गया, वही मैदान में फुटबॉल, क्रिकेट खेलते थे और पानी पीने इनके पास जाते थे।पूरा घरेलू सम्बन्ध था। हमारे गांव की सबसे बड़ी खासियत है कि हमारे यहां जातिपाति...

एक मुलाकात वार्ड पार्षद प्रभा देवी के साथ ! -प्रसिद्ध यादव।

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   पटना नगर निगम के वार्ड 3 के वार्ड पार्षद प्रभा देवी से मुलाकात उनके घर पर मुलाकात हुई।कुछ बातें व्यक्तिगत, कुछ राजनीतिक तो कुछ उनके कार्य क्षेत्र की हुई। इनके क्षेत्र में झुग्गी बस्तियों ,फुटपाथी दुकानों की समस्याओं के बारे में पूछा तो इन्होंने बताया कि सरकारी जमीन के अभाव में स्थायी रूप से उनलोगों की बसावट नही हो रही है, जिसका इन्हें मलाल है। आयुष्मान कार्ड व राशन कार्ड के सम्बंध में बताया कि ऑनलाइन होने से राशन कार्ड बनने में त्रुटि व परेशानी हो रही है।आयुष्मान कार्ड गरीबों को नहीं मिल रहा है। जल नल योजना में अभी बहुत कुछ करना है।खगौल से फार्महाउस होते न्यू सब्जपुर रोड की हालत जर्जर है।कबीर स्थान की चहारदीवारी है लेकिन घास पात से भरा हुआ है।पहले टर्म में 35 करोड़ से अधिक के काम हुए हैं।प्रभा देवी जनता की समस्याओं के लिए चिंतित रहती हैं और जितना संभव होता है करती हैं।यही कारण है कि वार्ड 3 की जनता इन्हें सर आंखों पर बैठाई। सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक आवास  पर जनता के लिए सर्वसुलभ उपलब्ध रहती हैं और साथ में एक स्थायी रूप से सहायक भी रखी है जो काफी लगनशील और जनता जनार्...

जितनी मजबूत दिखती थी उतना मजबूत नहीं निकली आकांक्षा , उसके जाने से बहुत दुःखी हूँ - पाखी हेगड़े ।

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                          भोजपुरी फिल्मों की जानी मानी अभिनेत्री व फ़िल्म निर्मात्री पाखी हेगड़े ने भोजपुरी मॉडल व अभिनेत्री आकांक्षा दुबे के अचानक हुए संदिग्ध मौत पर गहरा दुःख जताया है । मुम्बई में एक कार्यक्रम के दौरान प्रेस मीट में पत्रकारों के सवाल पर जवाब देते हुए पाखी हेगड़े ने कहा कि आकांक्षा को वो अच्छी तरह से जानती थी, उन्होंने हाल फिलहाल में ही अभी एक गीत साथ मे शूट किया था । उससे बात करने पर ऐसा कभी भी महसूस ही नहीं हुआ कि आकांक्षा भी ऐसा कर सकती है । वो बहुत मजबूत माइंडसेट की लड़की थी । एकद्दम बिंदास रहने वाली हँसमुख प्रवृति की आकांक्षा ऐसा कैसे कर सकती है यह समझ मे नहीं आ रहा है ।                                    पाखी ने यह भी कहा कि हर इंसान के जीवन मे उतार चढ़ाव आते रहता है उस उतार चढ़ाव के सामंजस्य को एक सूत्र में पिरोकर चलना ही ज़िन्दगी है । यदि अभी आपके जीवन मे कुछ बुरा हो रहा है तो आगे निश्चित ही कुछ अच्छा होगा । क्योंकि...

संत रैदास की हत्या क्यों हुई थी?प्रसिद्ध यादव।

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  पत्थर मूरति कछु न खाती, खाते बांभन चेला रे। जनता लूटति बांभन सारे, प्रभु जी देति न अधेला रे।। संत रैदास के इसी भजन के लिए मनुवादियों ने हत्या की थी!- प्रसिद्ध यादव। जब झूठ ,ढोंग, पाखंड की कोई पोल खोलता है और सच्चाई     सामने आती है तो पाखंडियों को तिलमिलाना स्वभाविक है। ऐसे पोस्ट लिखने वाले खूब ट्रोल भी होते हैं, गालियां भी सुनते हैं, फिर भी प्रेरणादायक है।    पाखंड विरोधी डाभोलकर की भी हत्या कर दी गई थी। यही है ऐसे लोगों के धर्म का मर्म। हमें वैज्ञानिक सोच व तर्कवादी बनना होगा। पंडित राहुल संस्कृतयां ब्राह्मण होते हुए भी वोल्गा टू गंगा पुस्तक में पाखंड ,अंधविश्वास पर जोरदार प्रहार किया था। स्वामी सहजानंद सरस्वती  उच्च वर्ग के होते हुए भी  भूमि सुधार के लिए आंदोलन किये थे और जमींदारी उन्मूलन में अहम भूमिका निभाई थी। दिल्ली के तुगलकाबाद में सिकंदर लोदी ने 15वीं शताब्दी में गुरु रविदास के नाम पर मंदिर बनाने के लिए तकरीबन 600 से 700 एकड़ जमीन दी थी. उसके कुछ साल बाद ही वहाँ पर संत रविदास जी का मंदिर बनाया गया था.  पूरे लोदी वंश और मुग़ल ...

बाबूचक में हुई बामसेफ की बैठक। - प्रसिद्ध यादव।

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'  फुलवारी शरीफ के बाबूचक में बामसेफ यूनिटी ऑफ मूलनिवासी की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रसिद्ध यादव नेओर मंच संचालन सेवा निर्वित सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी पासवान ने किया। मुख्य वक्ता जय प्रकाश यादव ने आजादी के 75 साल में  बहुजन समाज की दशा और दिशा पर बिंदुवार प्रकाश डाला। अध्यक्षीय भाषण में प्रसिद्ध यादव ने बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर के कथन - लोकतंत्र एवम ब्राह्मणवाद एक साथ नही चल सकता है।" पर रौशनी डालते हुए कहा कि लोकतंत्र  समानता ,बंधुत्व, भाईचारा, शिक्षा  को बढ़ावा देता है जबकि ब्राह्मणवाद असमानता, ऊंचनीच, पाखंड,अंधविश्वास पर जोर देता है। अधिवक्ता मोतीलाल ने  असंवैधानिक ews  स्वर्ण आरक्षण ईवीएम से लोकतंत्र की हत्या पर प्रकाश डाला।  कबीर पंथी रामबाबू पासवान, संजीत चंद्रवंशी, संजय कुमार, रंजन ठाकुर,सुरेश सिंह ,जयवर्द्धन यादव, अर्जुन प्रसाद,शत्रुघ्न, पप्पू पंडित  प्रसाद,रामजी राय ने भी  संबोधित किया। सुरेश सिंह धन्यवाद ज्ञापन किये।

मेरा नाम सावरकर नहीं है. मैं गांधी हूं , गांधी कभी माफ़ी नहीं मांगते" !- राहुल गांधी!-प्रसिद्ध यादव।

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  देश में  एक और क्रांति की जरूरत है ! तानाशाह आमतौर पर निरंकुश राजनीतिक शक्ति हासिल करने के लिए बल या धोखाधड़ी का सहारा लेते हैं, जिसे वे डराने-धमकाने,  फंसाने और बुनियादी नागरिक स्वतंत्रता के दमन के माध्यम से बनाए रखते हैं । वे अपने जन समर्थन को बनाए रखने के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार की तकनीकों को भी नियोजित कर सकते हैं। जब सत्ता के दुरुपयोग कर विरोधियों को फंसाने, जलील करने,दमन करने का कुचक्र चला जाये वहाँ क्रांति की चिंगारी निकलना तय है। जब सरकार की दृष्टि धृतराष्ट्र की तरह हो जाये वहां लोककल्याण और न्याय की उम्मीद करना बेमानी है।जहां सरकार की स्तम्भएँ बिकने लगे ,संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग होने लगे,मीडिया रखैल बन कर रह जाये वहां निकट भविष्य में क्रांति होना तय है। सरकार को आईना दिखाने वाले को देशद्रोही कहा जाने लगे ।दिन रात लोककल्याण की बात छोड़कर हिन्दू राष्ट्र ,सनातन धर्म, मज़हब की जुगाली होती रहे ।गाय, गोबर,गंगा के आगे कुछ दिखाई न दे वो अंधेर नगरी चौपट राजा ही है।किसानों के छाती पर मंत्री के बेटा गाड़ी से रौंद रहा है, हाथरस जैसे घिनौ...

राहुल गांधी के मामले में लोकसभा सचिवालय की जल्दबाजी !-प्रसिद्ध यादव।

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  जब न्यायालय ने 30 दिनों तक अमल पर रोक लगा दिया था तो लोकसभा सचिवालय की अयोग्य करार करने की जल्दबाजी क्यों थी? सरकार अडानी के खिलाफ सुनना पसंद नहीं करती है और राहुल गांधी संसद में पीएम मोदी और उद्योगपति अडानी के रिश्ते को सार्वजनिक करने की मांग कर रहे थे। जहां तक मानहानि की बात है यह कतई उचित नहीं है लेकिन इसे एक नजरिए से क्यों नहीं देखा जा रहा है? कुछ   भाजपा नेता दिनरात  नफरती बयान देते रहते हैं।देश को अपना जागीर समझकर हिन्दू राष्ट्र बनाने की मांग करते हैं, कुछ को पाकिस्तान जाने की बात कहते हैं। क्या इन बातों से किसी का मानहानि नहीं होता है। सरकार की अदूरदर्शिता के कारण लौकडॉन में हजारों लोगों की मौत हो गई थी, मजदूरों की भयावह स्थिति हो गई थी। नोटबन्दी के कारण अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी ।ये बातें संज्ञान के योग्य नहीं थे?  भाजपा में लोग दूध के धुले हैं। भाजपा की हर तिकड़म को देश को लोग देख रहे हैं और समझ रहे हैं। कैसे 24 घंटे के अंदर अरुण गोयल को चुनाव आयुक्त बना दिया जबकि इसकी गठन के लिए सुप्रीम कोर्ट क्लोजियम सिस्टम जैसे नियम बना रही थी। देश की स्थिति अभी आपात...

नवाब आलम के संयोजन में बिहार दिवस पर कला संस्कृति एवं युवा विभाग एवं बिहार संगीत नाटक अकादमी की ओर से आयोजित तीन दिवसीय नाट्य फेस्टिवल का हुआ समापन!

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  कला संस्कृति एवं युवा विभाग ने कुशल संयोजन के लिए नवाब आलम को किया सम्मानित    सूत्रधार के महासचिव  मेरे अभिन्न मित्र जनाब नवाब आलम,अधिवक्ता को सफल संयोजन के लिए सहृदय बधाई!-प्रसिद्ध यादव।  बिहार दिवस  2023 पर कला संस्कृति एवं युवा विभाग एवं बिहार संगीत नाटक अकादमी की ओर से आयोजित तीन दिवसीय नाट्य फेस्टिवल के तीसरे  और अंतिम दिन  शुक्रवार को पटना के प्रेमचंद रंगशाला में दर्शकों ने मंच  एवं नुक्कड़ नाटक का आनंद लिया।  नवाब आलम ने बताया कि तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में आठ मंच नाटक और सात नुक्कड़ नाटक मंचित किए गए। कार्यक्रम के अंतिम दिन इस तीन दिवसीय नाट्य फेस्टिवल के सफल और शानदार और कुशाल संयोजन के लिए कला संस्कृति एवं युवा विभाग और बिहार संगीत नाटक अकादमी की ओर से अरविंद कुमार तिवारी के हाथों  नवाब आलम जी को बुके,अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। नवाब आलम किसी परिचय के मोहताज नहीं है।इन्हें बिहार सरकार भिखारी ठाकुर सम्मान से सम्मानित किया है और इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर बिहार के महामहिम राज्यपाल क...

महागठबंधन के नेताओं में त्याग हो तब 20 24 में परिवर्तन संभव है! एक राजनीति आकलन।-प्रसिद्ध यादव।

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   कुशल नेतृत्व के अभाव में सत्ता पक्ष की पुनरावृत्ति होते रहती है। सरकार के कार्यों के ख़िलाफ़, असन्तोष भी सत्ता में सरकार लौट जाती है। तिकड़मों की बात छोड़ दें । महागठबंधन में सबसे ज्यादा मारामारी नेतृत्व को लेकर है। कॉंग्रेस क्षेत्रीय दल के नेता के नेतृत्व में चुनाव लड़ना नहीं चाहती है खुद की पार्टी में राहुल गांधी से अलग होना नही चाहती है। राहुल गांधी का बयान भाजपा को संजीवनी बूटी की तरह काम करती है।  भाजपा को सबसे अधिक खतरा नीतीश तेजस्वी के गठजोड़ से है।अगर यह गठजोड़ 2024 तक रह गया तो भाजपा सत्ता से अपदस्थ  भी हो सकती है क्योंकि  40 में से 39 सीटें एनडीए को मिली थी। नीतीश तेजस्वी की मेल भाजपा को बिहार में 10 सीटों से कम पर सिमट देगी।यही कारण है कि भाजपा उपेंद्र कुशवाहा को अपने पाले में कर रही है और सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष के कमान सौंपी लेकिन भाजपा के लिए यह नाकाफी है। भाजपा जबतक साहनी मांझी को अपने पाले में नही कर लेती तब तक इसकी लाज बचना असम्भव है।तेजस्वी का युवाओं में अलग क्रेज है तो नीतीश राजनीति के माहिर खिलाड़ी हैं।भाजपा के हर रणनीति से वाकिफ हैं। यूपी ...

डराने के चक्कड़ में मौत ! -प्रसिद्ध यादव।

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    बच्चों को   को न डराएं।  बच्चे को अगर बुरी लत लग गई है तो उसे खुद या एक्सपर्ट से कॉउंसलिंग करवाएं। बच्चों के  गतिविधियों पर नज़र रखें,उनके साथ समय दें। हर जिद्द को पूरा न करें । बच्चों को माँ -बाप ,दादा -दादी , नाना - नानी का भरपूर प्यार स्नेह नही मिलने से वो कहीं दूसरे संगति का रुख कर लेते हैं। आजकल मोबाईल, टीवी देखकर  बच्चे  समय से पहले अनेक जानकारियां हासिल कर ले रहे हैं और वो खुद को प्रौढ़ समझकर हरकत करने लगते हैं।यही बात अभिभावक नही समझ पाते हैं और बच्चे नियंत्रण से बाहर हो जाते हैं। बच्चे अभिभावक के क्रियाकलापों को अनुकरण करते हैं।आपके हर गतिविधियों पर नज़र रखते हैं।अब तय करना आपको है कि आपकी गतिविधियां क्या हो? जान जोखिम में पड़ जाए ऐसे डर बच्चों को कभी न दिखाएं ।ऐसे ही घटना का परिणाम बिहार के गोपालगंजमें पुलिस ने चार दिन पूर्व तालाब से एक बच्चे का शव मिला था। शव मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपित माता-पिता को गिरफ्तार किया है। घटना 19 मार्च को थावे थाना क्षेत्र के एकडेराव गांव की है। मृतक बच्चा का नाम शिवम...

सच पर डर हावी !-प्रसिद्ध यादव।

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     रफ़्ता रफ़्ता डर जाएँगे  क़िस्तों में हम मर जाएँगे  जो डर गया ,वो मर गया! हमें डर होता  है, सम्बन्ध बिगड़ने का ,दोस्ती छूटने का इसलिए सच नहीं बोलते हैं। डर होता है रसूख वाले से, पैसे वाले, पावर वाले से,जमात से ,समाज से ,सम्बन्धियों से, परिवार से इसलिए सच नहीं बोलते हैं। हमें गलत का विरोध करने में डर लगता है।यकीनन ऐसे डरने वाले लोग मरे हुए हैं।ऐसे लोगों को न खुद का भला होगा और न किसी और का।ऐसे लोग दब्बू बनकर रह जाते हैं।खरी खोटी कहने की आदत डालें। एकबार लोकलाज त्यागकर मुखर होकर आक्रमक हो गए तो  डर सदा के लिए भाग जाएगा।आज झूठ ,जुमलेबाजी की मार्केटिंग व ब्रांडिंग हो रही है।इस झूठ को विरोध करने का साहस बहुत कम लोगों में है। कुछ लोग डर के मारे झूठों के साथ डाइल्यूट हो कर पवित्र हो गए हैं। जो सच बोलने की ताकत रखते हैं, उन्हें तरह तरह की यातनाएं दी जा रही है।इतिहास गवाह है कि सभी बुद्ध , गैलेलियो, सुकरात, कबीर,पेरियार ,अम्बेडकर नहीं हो सकते हैं, लेकिन मुर्दे होने की उम्मीद भी नहीं कर सकते हैं।सबकुछ राजनीति या पद नहीं है, अपनी ज़मीर भी होती है, इसे कभी म...