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Showing posts from December, 2022

नव वर्ष, नया संकल्प ! -प्रसिद्ध यादव।

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   नव वर्ष 2023 मंगलमय हो !! विगत वर्षों का सिंहावलोकन कर नए साल में नया संकल्प लें। हमलोग अपनी आदत और प्राथमिकता के अनुसार अपने काम को करते हैं ,लेकिन इतनी व्यस्तता के बावजूद छोटी छोटी चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं। स्वस्थ्य रहें ,ये हमारी प्रथम प्राथमिकता होनी चाहिए क्योंकि इसके बिना सारा कार्य अवरुद्ध हो जाता है। स्वस्थ्य रहने के लिए हमारी दिनचर्या, खानपान पर निर्भर करता है। दूसरी प्राथमिकता मन का प्रफुल्लित होना चाहिए ! इसके लिए आपस में प्रेम,सद्भाव की जरूरत है।दूसरों की बुराई देखने के पहले अपने अंदर झांकना होगा। तीसरी प्राथमिकता धन ! अर्थ बिना व्यर्थ ! धन साधन है और इससे ही आवश्यकता पूरी होती है। इसके लिए हमें उद्यमी बनना होगा ,तब यह प्राप्त होगा। कोरोना काल में धन के बिना लोग बदहवास इधर उधर भागते नजर आएं थे। इसी तरह भविष्य के लिए आर्थिक सवलम्बन जरूरी है ताकि आपदा के समय कहीं भटकना नहीं पड़े। सामाजिक सरोकारों से गहरा संबंध होना चाहिए क्योंकि हम जो कुछ भी अर्जित करते हैं वो हमें इसी समाज से मिला है तो इसे भी बदले में देना चाहिए। ईमानदारी, सदाचारी बनें ताकि इसका अनुकरण अन्य ...

आज मेरे 1816 ब्लॉग के 71 हजार से अधिक ऑल वियुवर हुए!प्रसिद्ध यादव।

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       अलविदा 2022  !!!!💐💐👍👌. करीब दो साल पहले मैं अपना ब्लॉग बनाया,इसमें अबतक 1816 ब्लॉग प्रायः हर मुद्दे पर अपने विचारों को लिखा।  राजनीति, खेल,कृषि,सिनेमा,गीत ,संगीत,नाटक,साहित्य,क्राईम, जीवनी ,इतिहास, यात्रा,ज्वलंत मुद्दे,,व्यंग्य, तीखी आलोचना, सलाह,बेवाक अंदाज ,हर्ष,विषाद से लेकर  सुख -दुख  के भी विचारों को आपलोगों के समक्ष रखा। कभी शब्बाशी मिली,बधाई तो कभी कभी शब्दभेदी बाण भी चले। सबसे ज्यादा मुझे प्रभावित किया कि मेरे ब्लॉग को करीब 12 देशों के लोग पढ़ते हैं, इसमें मुख्यतः अमेरिका, फ्रांस,जर्मनी ,नाइजेरिया सहित अन्य प्रमुख देशों के लोग हैं।लेकिन अफसोस की भारत के कोई भी पड़ोसी देशों में नहीं पढ़ते हैं। ब्लॉग लिखने के पीछे मेरा एक ही उद्देश्य है कि मेरे विचारों का एक संग्रह हो। आप सभी वियूर को दिल से धन्यवाद जो आपने अपनी कीमती समय निकाल कर मेरे ब्लॉग को सिर्फ पढ़ा ही नहीं, बल्कि दूसरों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया ,फॉरवर्ड किये।आगे भी आपलोगों के आशीर्वाद प्राप्त होता रहे। मेरा ब्लॉग विशुद्ध गैर आय वाला है इससे एक रुपया की कोई प्राप्ति नहीं है।आ...

दानापुर रेलवे के सेवानृवितों का बैठक व पिकनिक ! -प्रसिद्ध यादव।

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आज दिनांक 31 दिसंबर 2022 पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार AIRRF की बैठक श्री  निवास प्रसाद दानापुर शाखा के पदाधिकारी के लखनीबीघा रोड स्थित आवास पर हुआ।  जिसकी अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष श्री बिद्याभूसन प्रसाद जी ने की।  बैठक के उपरांत लिट्टी चोखा भोज का भी आयोजन था। जिसमें रेलकर्मियों की समस्याओं पर गंभीरतापुर्वक विचार किया गया;साथ ही साथ आनेवाले दिनों में सेवानिवृत्त रेलकर्मियों की समस्याओं को एकजुटता के साथ,रेल प्रशासन के सामने रखने की बात पर सहमति बनी। शशी कान्त पान्डे ,पूर्व महासचिव इसीआरकेयु/हाजीपुर ने कहा की रेलवे अस्पताल दानापुर एवं केन्द्रीय सुपर अस्पताल पटना में हमलोंगो की बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए;ताकि 3-4 घंटे लाईन में खङे रहने से बचा जा सके। 75-80 वर्ष के आयु के व्यक्तियों के लिए लाईन में घंटो इन्तजार करना,बङा ही कष्टप्रद होता है। भविष्य में संगठन का विस्तार पर आम सहमति बनी।जिसमें मंडल स्तर के साथ साथ मंडल के मुख्य जगहों जैसे आरा,बक्सर,मोकामा,झाझा, नवादा, जहानाबाद,बिहारशरीफ तथा राजगीर इत्यादी जगहों पर भी शाखा का गठन करने की सहमति बनी। इस बैठक में रविन्द्र प्...

झाड़ू लगाने वाली चिन्ता देवी बनी डिप्टी मेयर ! -प्रसिद्ध यादव।

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     गया नगर निगम की जनता ने लोकतंत्र का सही ताकत दिख दिया। राम मनोहर लोहिया कहते थे कि चाहे रानी हो या मेहतरानी  किसी की संतान राज सत्ता के सिंहासन पर बैठ सकता है।गया नगर निगम की महान जनता ने खुद मेहतरानी को गया नगर के द्वितीय नागरिक बना कर यह उदाहरण पेश कर दिया। इससे पूर्व लालू यादव ने गया कि ही पत्थर तोड़ने वाली भगवतिया देवी को संसद में भेजा था। आज जहां लोग चुनाव में धन बल,विरासत की बातें करते हैं, उसे गया मिथ्या साबित कर दिया।बिहार नगर निकाय चुनाव में गया के मतदाताओं ने अभूतपूर्व फैसला दिया है। करीब 40 साल तक गया नगर निगम क्षेत्र में झाड़ू लगाने वाली महिला को वोटरों ने डिप्टी मेयर की कुर्सी पर बैठा दिया। कहा जाता है कि पूरे गया में स्वच्छता का संदेश देने वाली चिंता देवी ने अपने सिर पर मैला ढोने का भी काम किया है। चिंता देवी भले पढ़ी लिखी नहीं हों, लेकिन पूरे क्षेत्र को स्वच्छता का ऐसा पाठ पढ़ाया कि लोग उनके मुरीद हो गए। चिंता देवी पिछले 40 सालों से नगर निगम के सफाई कर्मी के रूप में काम कर रही थी। प्रतिदिन यह कचरा उठाने और झाडू़ लगाने का काम करती थीं। अब वे सब्जी बे...

अलविदा 2022 ! अंत भला तो सब भला !प्रसिद्ध यादव।

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     वर्ष 2022  इतिहास के पन्नों में दर्ज हुआ। एक साल में देश दुनिया से लेकर हर व्यक्ति के जीवन में उतार चढ़ाव होता है। घटनाएं घटती है । इसका मूल्यांक हर किसी को करना चाहिए।एक साल में क्या किया और क्या करने के लिए शेष रह गया? किसी काम को कितनी शिद्दत से किया गया और उसका परिणाम क्या हुआ?कहाँ त्रुटि हुई और इसमें कैसे सुधार हो ?इसका भी ख्याल रखना चाहिए।  फरवरी में स्वर साधिका लता मंगेशकर की निधन से भारत ही नहीं, दुनिया को संगीत जगत में अपूर्णीय क्षति हुई थी।इसके बाद गजल गायक भूपेंद्र सिंह के निधन से संगीत प्रेमियों को दर्द दे दिया।साल के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ की निधन से पूरा देश मर्माहत हुआ । फुटबॉल के ब्राजील के महान खिलाड़ी पेले का निधन खेल जगत की बड़ी क्षति हुई। इस साल दुनिया की आबादी 8 के पार हो गई।साल के अंत का अपराध की सबसे बड़ी घटना सामने आई। दिल्ली के महरौली में हुए श्रद्धा हत्याकांड ने सभी का दिल दहला दिया। लिवइन में रहने वाली श्रद्धा की हत्या करके उसके शव के कई टुकड़े किए गए। श्रद्धा की हत्या का आरोप उसी के बॉयफ्रेंड आफताब पर लगा है। फिलहा...

भविष्य के डाक्टर / प्रतिभाशाली छात्रों को मंडल रेल प्रबंधक दानापुर ने किया,सम्मानित।-प्रसिद्ध यादव।

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  आज अखिल भारतीय अनुसूचित जाति/जनजाति रेलवे ईम्पलाईज एसोसिएशन दानापुर द्वारा आयोजित "प्रतिभा सम्मान समारोह"में मुख्य अतिथि के रूप में श्री प्रभात कुमार,मंडल रेल प्रबंधक,दानापुर के द्वारा नीट(नेशनल एलिजिब्लिटी इन्ट्रेंस टेस्ट) एवं जेइई मेन्स में सफल होकर, भिन्न-भिन्न कोर्सों में,वर्ष-2022 में सफल रेलकर्मी के बच्चों को,मंडल सभागार में सम्मानित कियें। जिसमें नीट एवं जेईई मेन्स में सफल हुए, छात्र/छात्राओं को क्रमशः स्नेहा प्रिया,गया मेडिकल काॅलेज, पिता- ए.के.निराला,रिया रानी,पीएमसीएच/पटना,पिता-कृष्णा प्रसाद, अनुभव ओझा,एम्स/पटना,पिता-राजीव ओझा,अनवेश कुमार,आईआईटी/रूङकी,पिता-उमेश प्रसाद, उज्जवल राय,नारायणा मेडिकल काॅलेज/सासाराम,पिता-अनिल कुमार श्रेया सोनल,पीएमसीएच/पटना,पिता- उमेश रजक,डाॅ.सरिता कुमारी,आईजीआईएमएस/पटना,स्वेता स्वरूप,आईजीआईएमएस/पटना,बी.एल.चौधरी  एवं अंकित कुमार,आईआईटी/जोधपुर पिता-जीवन कुमार  का नामांकन हुआ है। इस अवसर  श्री अशोक कुमार, वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी सहित  एसोसिएशन के बशिष्ट कुमार,सतीश चौधरी,राजेन्द्र राम,बिजेन्द्र पासवान,दीपक भास्कर सहित अन्य स...

गरीबी की दलदल में रही एक मां की अनमोल सृजन !-प्रसिद्ध यादव।

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   दुनिया में माँ ही एक सर्वशक्तिमान, तपस्विनी है जो अभावग्रस्त जीवन में भी अपने संतान को बेहतरी के लिए कुछ भी कर सकती है । इस धरा पर अगर कोई ममता ,स्नेह,प्यार,अपनापन की प्रतिमूर्ति है तो वो सिर्फ माँ ही हो सकती है।  बिहार भाजपा नेता सनोज यादव ने फोन पर रुंधे स्वर में बताया कि भगवान करे कि ऐसी माँ से मोदी जैसे प्रतापी पीएम को जन्म दी,उन्हें श्री चरणो में स्थान मिले।ममता का सागर ,आँचल की शीतलता का छाँव जो माँ से मिलती है वो और कहीं नहीं। माँ की लोरियाँ को कोई याद करे । माँ की अपनी सुख दुख नहीं होती है वो संतान के सुख दुख से प्रभावित होती है।निस्वार्थ ,अनंत प्रेम ,अपरमित स्नेह! माँ की स्नेह दिखावा नही होता है । पीएम मोदी की माँ हीराबेन कैसे अपनी संतान को भरण पोषण की थी,एक प्रेरणास्रोत है। माँ के द्वारा दिया गया उत्तम संस्कार का ही देन है कि मोदी झोपड़ी से निकलकर आज देश के बागडोर संभाले  हुए हैं। माँ की आँचल की ममता की ही असर है कि इन्होंने देश के राष्ट्रपति पद पर एक आदिवासी समुदाय के महिला को  आसीन  किया।पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘शानदार शताब्दी का ईश्वर चरण...

पीएम नरेंद्र मोदी को मातृ शोक !😢-प्रसिद्ध यादव।

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  पीएम मोदी की मां हीरा बेन का 100 साल की उम्र में निधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी का 100 साल की उम्र में निधन हो गया. प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी  की मां हीराबेन का 100 साल की उम्र में अहमदाबाद के अस्पताल में निधन हो गया है. प्रधानमंत्री मोदी अहमदाबाद जा रहे हैं. हीराबेन को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियों के चलते बुधवार को सुबह ‘यू एन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर’ में भर्ती कराया गया था. अस्पताल के जारी किये गए बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री की मां हीराबेन मोदी ने आज सुबह (30 दिसंबर) 3:30 बजे आखिरी सांस ली.  मां के निधन पर पीएम मोदी ने दु:ख जताते हुए लिखा, "शानदार शताब्दी का ईश्वर चरणों में विराम... मां में मैंने हमेशा उस त्रिमूर्ति की अनुभूति की है, जिसमें एक तपस्वी की यात्रा, निष्काम कर्मयोगी का प्रतीक और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध जीवन समाहित रहा है." पुण्य आत्मा को कोटि कोटि नमन!

रेलवे कर्मचारी उमेश रजक की दो सुपुत्रियाँ एमबीबीएस ! प्रसिद्ध यादव।

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     मेरे मित्र और सहपाठी उमेश रजक दानापुर डीआरएम ऑफिस में सिंग्नल एन्ड  टेलीकाम विभाग में तृतीय श्रेणी के कर्मचारी हैं। काफी संघर्षरत रहे । विरासत के नाम पर शून्य ।हमलोग साधारण कॉलेज में साधारण स्टूडेंट्स थे। शिक्षा की ताकत क्या होती है?उमेश रजक ने पहचाना और नॉकरी के पैसों से कोई चल अचल संपत्ति नहीं बनाया ,न कोई दिखावा किया बल्कि पूरी कमाई अपनी लाडली बेटियों की पढ़ाई में लगा दी और नतीजा सामने है। दोनों  लाडली सुपुत्री सिमरन  प्रिया  और     एमबीबीएस बन गई ।बड़ी बेटी डीएमसीएच दरभंगा में सत्र 2021 2026 और दूसरी बेटी  श्रिया  सोनल सत्र  2022-2027     पीएमसीएच पटना में है। संत कैरेन्स  स्कूल सीनियर सेकेंडरी दानापुर, खगौल  से मैट्रिकएवम 12 th 95 फ़ीसदी की साथ उतीर्ण की है।छोटी बेटी नीट भी पास है वो भी बिना किसी कोचिंग के।   आज दानपुर डीआरएम सहित अन्य वरीय  अधिकारी अन्य सफल  कर्मचारियों के संतान सहित इन दोनों सुपुत्रियों को सम्मानित करेंगे।हमें नाज है दोनों बेटियों और इनके पिता उम...

एक मुलाकात सांसद रामकृपाल यादव जी के साथ -प्रसिद्ध यादव

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    । आज करीब  6 साल बाद पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव जी से मुलाकात हुई। चेहरे की झुर्रियां उम्रदराज होने का संकेत दे रहा था,लेकिन फुर्ती और कार्य करने का वही जज्बा, तौर तरीके देखा।   करीब 1990 से देख रहा हूँ उस वक्त काली दाढ़ी गठीला शरीर ,चेहरे पर चमक गज़ब की थी,लेकिन समय चक्र चलते रहता है  इस बीच भारी ठंड में भी सुबह से लोगों को आना जाना लगा रहता और उनकी समस्याओं को यथासंभव निदान करने का प्रयास करते हुए। इनकी सर्वसुलभता, आत्मीयता के साथ लोगों के साथ मिलना ही इनकी लोकप्रियता का राज है। आम आदमी भी नुमाइंदे से यही उम्मीद करता है और जो इसपर खड़े नहीं उतरते वो जनता के दिल से भी उतर जाते हैं। यादव जी से कुछ  निजी,कुछ राजनीति बातें हुईं। इनकी सबसे बड़ी विशेषता है कि इनकी कार्य करने की प्रणाली गज़ब है। कौन समर्थक हैं और कौन विरोधी है ये सोचकर या जानकर काम नहीं करते हैं, बल्कि विरोधियों को भी कभी निराश नहीं करते हैं।देश के सबसे बड़ी पंचायत में बैठने वाले को गली कुछ में भी बैठकर काम करने में कोई परहेज नहीं है, न कोई लाव लश्कर, न कोई तामझाम, बिल्कुल सादगीपूर्ण रहन ...

विश्व की बलिदानी परम्परा में अद्वितीय गुरु गोबिन्द सिंह !- प्रसिद्ध यादव।

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      जन्मदिन पर शत- शत नमन!        गुरु गोबिन्द सिंह सिखों के दसवें गुरु थे। श्री गुरू तेग बहादुर जी के बलिदान के उपरान्त 11 नवम्बर सन 1675 को 10 वें गुरू बने। आप एक महान योद्धा, चिन्तक, कवि, भक्त एवं आध्यात्मिक नेता थे। सन 1699 में बैसाखी के दिन उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की जो सिखों के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इनका जन्म पटना साहिब में हुआ था।    गुरु गोबिन्द सिंह  ने पवित्र ग्रंथ   गुरु ग्रंथ साहिब  को पूरा किया तथा उन्हें गुरु रूप में प्रतिष्ठित किया। बचित्तर नाटक उनकी आत्मकथा है। यही उनके जीवन के विषय में जानकारी का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है। यह  दसम ग्रन्थ  का एक भाग है। दसम ग्रन्थ (ग्रन्थ), गुरु गोबिन्द सिंह की कृतियों के संकलन का नाम है। उन्होने अन्याय, अत्याचार और पापों का खत्म करने के लिए और गरीबों की रक्षा के लिए मुगलों के साथ 14 युद्ध लड़े। धर्म के लिए समस्त परिवार का बलिदान उन्होंने किया, जिसके...

आंखों पर पट्टी बंध गई न्यायपालिका की !-प्रसिद्ध यादव।

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       ऐसे सभी को न्यायपालिका का आदर करना चाहिए, इसके ख़िलाफ़ मुंह खोलना मना है नही तो न्यायालय के अवमानना का दंड दिया जाता है। देश संविधान से चलता है और इसके ऊपर कोई नहीं चाहे कोई न्यायालय हो या न्यायाधीश ! कई मौके पर न्यायालय का फैलता विचलित कर देता है और असंतोष होता है तभी तो निचली अदालत के फैसले के खिलाफ लोग उच्चतम न्यायालय में जाते हैं।  हाल ही में रेलवे के ग्रुप डी का रिजल्ट घोषित किया गया इसमें ईडब्ल्यूएस का कट ऑफ मार्क्स ओबीसी ,एससी से भी कम रहा ।क्या यह न्यायसंगत लगता है। इसको कौन देखेगा ?कौन मोनेटरिंग करेगा?क्या ऐसे न्याय से लोगों में असंतोष नही होगा ? अब इसके बाद यूपी के निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण के बिना तुगलकी फरमान जारी हो गया। इतनी भी क्या जल्दी है कि राज्य के बहुसंख्यकों की हकमारी कर ले। योगी सरकार को इस फैसले के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना चाहिए।उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने बड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि इस बार बगैर आरक्षण के निकाय चुनाव करवाए जाएं। हाई कोर...

शाबाश !प्रिया सिंह मेघवाल !-प्रसिद्ध यादव।

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      जो काम पुरूष नहीं कर सके वो काम देश की एक दलित महिला ने कर दी।  देश में आज भी लोगों के मन से जातीयता की दुर्भावना नहीं जा रही है । अब तो इससे आगे राजस्थान सरकार निकली और इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करने वाली की  सरकार की कोई नुमाइंदा भी अगुवाई करने नही गया।राजस्थान की पहली महिला बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह मेघवाल ने विदेशी धरती पर गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया है. तीन बार की मिस राजस्थान बॉडी बिल्डिंग चैंपियन रह चुकीं प्रिया सिंह मेघवाल ने थाईलैंड में हुई वर्ल्ड बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता.  मगर, गोल्ड मेडल जीतकर भी प्रिया निराश है. इसका कारण यह है कि भारत लौटने पर जयपुर के एयरपोर्ट जब वह उतरीं, तो सरकार की ओर से उनका स्वागत ही नहीं किया गया. यहां से प्रिया कार के जरिए अपने घर आ गईं. कहा जा रहा है कि सरकार की ओर से प्रिया सिंह की उपलब्धि को नजरअंदाज किया गया. गोल्ड मेडल जीतने पर सरकार की ओर से उनका मान-सम्मान किया जाना चाहिए था. दरअसल, जयपुर की प्रिया सिंह मेघवाल ने थाईलैंड के पटाया में 39वीं अंतर्राष्ट्रीय महिला बॉडी बिल्डिंग प्...

क्यों जलते हो लालू के लाल से पीके?-प्रसिद्ध यादव।

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   प्रशांत किशोर सुराज यात्रा में  सिर्फ और सिर्फ लालू यादव बातें कर रहे हैं और उसका कोट की हुई बातें गूगल पर लाखों रुपये के विज्ञापन से हर कार्यक्रम में वायरल हो रहा है। इनके वक्तव्य - लालू यादव गरीबों वंचितों को जगाया इसके लिए बधाई के पात्र हैं, लेकिन शिक्षा और जमीन का वितरण नही किया ।ये लालू यादव के साथ आवाज मिलाकर जिंदाबाद कर सकते हैं लेकिन लालू यादव के बेटे की बराबरी नही कर सकते हैं और नहीं बैठ सकते हैं। इस कटेशन का मतलब गूढ़ रहस्यों को समझने की जरूरत है।पीके लालू यादव के समर्थकों के बीच इनकी तारीफ पहले करते हैं उसके बाद इन पर दोष मढ़ते हैं।यानी जनता तक इनकी बातें सही तरीके से सम्प्रेषण हो जाये।इनकी बातें लोगों की जुबान पर आ जाये। पीके अमित शाह के बेटे से तुलना नहीं कर रहा है ना ही अडानी अम्बानी का नाम ले रहे हैं और तो और केंद्र सरकार के खिलाफ कोई मुद्दे नहीं है। लालू यादव के जनाधार को कैसे अपने ओर खींच लिया जाए इसी फार्मूले पर काम कर रहे हैं।राजद में विद्वान प्रवक्ताओं की कमी नही है लेकिन पता नहीं किस मुद्दे पर बोलते हैं।अभी हाल ही में राजद एक प्रोफेसर राजबली सिंह को ...

*पटनासाहिब स्टेशन परिसर में 'वीर बाल दिवस'मनायी गयी। जहाँ दसवें गुरू गोबिंद सिंह जी के साहिबज़ादो की लासानी शहादत की गाथा की फोटो प्रदर्शनी लगाई गयी।*

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  श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व 9 जनवरी,2022 को देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने यह घोषणा की थी कि श्री गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबज़ादों बाबा ज़ोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत को याद करते हुए हर साल 26 दिसंबर को *'वीर बाल दिवस'* आयोजित किया जायेगा। प्रधानमंत्री जी की घोषणा के अनुरूप श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के साहिबज़ादों की बेमिसाल शहादत के प्रति श्रद्धांजलि देने लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 26 दिसंबर को  *'वीर बाल दिवस'*मनाने के लिए एक राजपत्र अधिसुचना जारी की। जिसके अनुपालन के आलोक में आज 26 दिसम्बर को पटनासाहिब स्टेशन परिसर  ' *वीर बाल दिवस* ' के रूप में मनाया गया । जहाँ साहिबज़ादों की लासानी शहादत की गाथा संबंधी भौतिक रूप में पटनासाहिब में एवं डिजीटल रूप पटना जं. स्टेशन पर फोटो प्रदर्शनी लगाई गयी है। फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन दानापुर मंडल के वरीय मंडल कार्मिक अधिकारी अशोक कुमार  एवं वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त द्वारा किया गया।

सबसे लाचार किसान ,बेरोजगार यहाँ! -(कविता ) -प्रसिद्ध यादव।

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  सबसे लाचार किसान ,बेरोजगार यहाँ! न कोई इसका पैरोकार यहाँ! सबसे लाचार किसान, बेरोजगार यहाँ! जिसे जब मन चाहा रौंदा इन्हें  कोई चलाकर गोली  कोई मीठी बोलकर बोली  न एमसपी बढ़ता है  न प्रश्न पत्र लीक होने से रुकता है।  धन्नासेठ दोनों पर बैठा कुंडली मार  यहाँ! सबसे लाचार.. न इनके लिए कोई नेता है  न कोई ऐसी नीति है  जब आता समय वोट का  तब दोनों से प्रीति है । कोई जाति का घुटी पिलाता है कोई धर्म के आग में झोंकता है । कोई धरतीपुत्र कह फुलाता है  कोई युवाओं का देश बताता है। अपने पहनकर ताज सर पर  दोनों को कटोरा थमाता है यहाँ! सबसे लाचार.. न एकता है इनकी  आपस में है सब छिन्न- भिन्न सभी उपयोग कर फेंक देते डस्टबिन में  समझते  हैं कचरे की ढेर यहाँ! सबसे लाचार .. सवाल पूछना है मना  लिखना है मना सर उठाना है मना  आँखें मिलना है मना स्वर फूटे जो विद्रोह के  उसे दफ़न कर दिया जाता है यहाँ! सबसे लाचार किसान,बेरोजगार यहाँ!-प्रसिद्ध यादव।

लचर व्यवस्था के सामने लाचार सरकार ! जब सरकार ही लचर

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   व्यवस्था के सामने लाचार हो जाये तो आमजन का हाल क्या होगा ? कोई सहज समझ सकता है। चाहे मामला केंद्र या राज्य सरकार की ही क्यों न हो? अभी हाल ही में आरक्षित सीटों पर पद खाली रह गया?क्या कोई योग्य अभ्यर्थी नहीं मिला, जबकि देश में करोड़ों युवा बेरोजगार सड़कों पर हैं। बिहार की बात करें तो यहां कोई भी परीक्षा पारदर्शिता पूर्ण हो ,असम्भव है।कहीं न कहीं ग्रहण लग ही जाता है और इससे लाखों प्रतियोगियों के अंदर असन्तोष हो जाता है। अभी सरकार बिहार में एक दर्जन अंचलाधिकारी, पुलिस पर कार्यवाही की है लेकिन अभी भी आदत नही सुधरी है।काम को लटकाना ,टालना नॉकरशाह की मौलिक अधिकार हो गया है।  आज व्यवस्था बेलगाम है तभी तो नित्य नये नये भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं और इसमें राजनीति, अपराधी ,नॉकरशाह की तिकड़ी का कमाल है। कुछ फ़ीसदी ईमानदार लोगों के भरोसे पूरे सिस्टम नही सुधर सकता है ।आखिर लुंज पुंज व्यवस्था में बदलाव कैसे हो ?ये अहम सवाल है। सरकार बदलती है लेकिन व्यवस्था वही रह जाती है।आखिर क्यों?सरकार से नॉकरशाह को रति भर भी भय नहीं है। आम आदमी इस व्यवस्था का विरोध करे तो उसे झूठे मुकदमे में...

चर्च के सामने हनुमान चालीसा का पाठ या धार्मिक उन्माद!- प्रसिद्ध यादव।

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    पटना नॉबतपुर थाना क्षेत्र के खजूरी डिहरी में 25 दिसम्बर को चर्च  दरवाजे के सामने धर्म के ठेकेदारों ने आधा घंटा तक हनुमान चालीसा का पाठ करते रहा।ऐसे मानसिक रूप से दिवालिया लोग हनुमान जी को कितना प्रसन्न किया कि दूसरे धर्म के लोगों को आहत किया ।यही काम कोई दूसरे धर्म के लोग मंद के सामने करते तो अबतक हिन्दू धर्म खतरे में पड़ जाती। विश्व हिंदू परिषद, आरएसएस, बजरंग दल आदि संगठन धीरे धीरे गांवों में पैर पसार रहा है जो खतरे की घंटी है। हालांकि ये धर्म के ठेकेदार लोग कुछ खास समुदाय के ही है लेकिन इनकी चुपड़ी चिकनी बातों में भोले भाले लोग फंस रहे हैं। ऐसे कालनेमि से सतर्क रहने की जरूरत है, न इनकी बातों को सुने ,न अपने आसपास इसे फटकने दें। पुलिस प्रशासन को अविलंब नफरती लोगों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्यवाही करना चाहिए।ये देश हनुमान चालीसा से नहीं चल रहा है।अगर चालीसा पढ़ने से सब कुछ ठीकठाक हो जाता तो इस देश में गरीबों के साथ सदियों से अमानवीय व्यवहार नहीं होता।बिहार सरकार ऐसे नफरती लोगों को अविलंब पहचान कर उस पर कार्यवाही करे।

पिता श्री स्मृति में ...-प्रसिद्ध यादव।

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   मंगल भवन अमंगल हारी ,द्रवहुन सुदशरथ अजिर बिहारी ..यही रामचरित मानस की चौपाई गाकर सुबह उठते और मेरी भी नींद टूटती थी।सूर्योदय के पहले डियूटी जाते और देर रात घर लौटते थे। सप्ताह के 6 दिन यही रूटीन थी। घर से खगोल करीब 4 किमी रोज पैदल आना जाना रेलवे दानापुर के iow लाईन में कार्यरत थे।अनुशासन बड़ी सख्त थी। रविवार को दिनभर सराफत से दिन गुजरना होता था।25 दिसंबर 1995 को रेलवे अस्पताल में करीब 12 बजे दिन में मेरे सामने आखरी सांस लिये थे ।वो असहाय, निर्बल पल को देखा था,आंखों के सामने अंधेरा छा गया था, अंदर से मैं टूट गया था, दूर दूर तक जीवन में कोई सहारा नहीं था,न कोई विरासत.. केवल छोटे छोटे और 5 भाइयों की जिम्मेवारी!इसी का नाम जिंदगी है। शून्य से .. का यात्रा सिर्फ लग्न,मेहनत,ईमानदारी, सहयोग..।आज भी मैं स्वम वहीं के वहीं हूँ लोग ऊंची उड़ान भर रहे हैं खुशी होती है। जय जय श्री राज किशोरी ..शशि मुख भये चन्द्र चकोरी ..इसी  भजन के साथ पिता श्री रात में सोते थे और हम भी सो जाते।

आज दिन भर आरा नगर निगम चुनाव के भ्रमण में ,देखा जनता की मूड!-प्रसिद्ध यादव।

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   मेयर उम्मीदवार प्रियम के साथ आरा में। 28 दिसम्बर को आरा नगर निगम का चुनाव होने वाला है। 45 वार्ड में मेयर के 25 उम्मीदवार हैं।यह सीट सामान्य महिला है।  यहां जातिगत आधार से राजपूत समाज की आबादी ज्यादा है। यादव इसके बाद, पांडेय ,अल्पसंख्यक भी अच्छी तायदाद में है। व्यवसायी की भी अच्छी पैट है। लोकसभा, विधानसभा एवम एमएलसी पर भाजपा का कब्ज़ा है। केंद्रित मंत्री आर के सिंह, अमरेन्द्र सिंह,राधा चरण सेठ क्रमशः राजपूत राजपूत, बनिया है।  सुनिल यादव यहां के 5 साल और इनकी पत्नी प्रियम 2 साल मेयर रहें है। इसबार प्रियम मेयर की चुनाव लड़ रही हैं जिनका चुनाव चिन्ह 12 क्रमांक पर मछली छाप है। ये पति पत्नी निर्विवाद, शिक्षित, स्वच्छ छवि के हैं। इनके 7 वर्षों के कार्य काल को लोगों ने विकास के रूप में याद करते हैं। राधा चरण सेठ की भावज भी मैदान में है और व्यवसायियों का झुकाव इनके प्रति हैं।अल्पसंख्यक में अकेला उम्मीदवार हैं जिनके पति दबंग के रूप में जाने जाते हैं। तरारी के माले विधायक सुदाम प्रसाद की पत्नी शोभा देवी खड़ी है।राजपूत समाज से चार उम्मीदवार यादव से भी 3 उम्मीदवार हैं। कुल मिला...

प्रतियोगियों के साथ खिलवाड़ क्यों?-प्रसिद्ध यादव।

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     बिहार  तृतीय स्नातक की परीक्षा भी बीपीएससी की तरह पेपर लीक की शिकार हो गई। आयोग निष्पक्ष परीक्षा की बड़ी बड़ी दावे कर रही थी। 8 सुरक्षा चक्र के घेरे से प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र पर पहुंचना था।सर्दी के दिनों में भी प्रतियोगियों को जूते पहने से रोक थी,कलम ले जाने पर भी रोक थी तो सवाल उठता है कि परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाईल फोन कैसे चला गया और पेपर वायरल हो गया।बिहार में प्रतियोगिता परीक्षाओं में पेपर लीक होने का मामला नया नहीं हैं, बल्कि अधिकांश परीक्षाओं में पेपर लीक हो ही जाता है।   बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा का पेपर लीक होने का है। दरअसल, बिहार कर्मचारी चयन आयोग की तृतीय स्नातक स्तरीय प्रारंभिक परीक्षा हुई, जिसे 2 पालियों में लिया गया, लेकिन प्रथम पाली की परीक्षा शुरू होने के लगभग एक घंटा बाद ही परीक्षा का पेपर लीक हो गया। वहीं इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार को बिहार कर्मचारी चयन आयोग का पेपर था। पहली  पाली सुबह 10.15 से 12.15 बजे तक थी, लेकिन 11 बजे के आसपास प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लग...

क्या! आम्रपाली दुबे के 'सइयां जी सेल्फिस' निकले

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  भोजपुरिया फिल्मो की खूबसूरत अदाकारा के चाहने लाखो लाखो है और उनके अदाकारी से लेकर उनकी अदाओं पर अपना दिल खो बैठने वालो की तादाद तो अनगिनत है लेकिन इन दिनों आम्रपाली दुबे अपने सेल्फिस सइयां को लेकर चर्चाओं में आ गई है . जी हाँ आम्रपाली दुबे के सइयां जी सेल्फिस बन गए है और उनसे वे नाराज भी बहुत हो गई है लेकिन रियल ज़िन्दगी में नहीं बल्कि रील ज़िन्दगी में . दरअशल आम्रपाली दुबे का नया गाना 'सइयां जी सेल्फिस' रिलीज किया गया है जिसमे उनके सइयां बने है एजाज़ अहमद. इस गाने में आम्रपाली अपने सइयां यानी एजाज़ अहमद से नाराज नजर आ रही है और यह गाना बेहद ही गुदगुदाने वाला गाना है जिसे सुनकर फैन्स काफी खुश हो रहे है . गाने में खास बात यह है की गाने में जुबली स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने अपनी आवाज़ दी है और साथ में आम्रपाली दुबे की आवाज़ भी खूब पसंद की जा रही है . 7 Heaven Bhojpuri के ऑफिसियल चैनल से रिलीज हुए इस गाने में आम्रपाली दुबे का इंडियन और वेस्टर्न दोनों लुक देखा जा सकता है . वही गाने को बेहद ही खूबसूरती से फिल्माया भी गया है . इस गाने का संगीत साजन मिश्रा ने दिया है वही गीतकार दिंवगत ...

कथा वाचक प्रशांत किशोर की मनगढ़ंत कथा !-प्रसिद्ध यादव।

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   पीके यानी प्रशांत किशोर सीएम पीएम बनाते बनाते अब खुद दिवास्वप्न देखने लगे।ये अच्छी बात है लेकिन दिग्भ्रमित करने वाली झूठी कथा न कहकर देश राज्य की वास्तविक स्वरूप को बताना चाहिए। इनकी कथा  कथानक नाई को बनाया गया है ताकि लगे कि पिछड़े अतिपिछड़े लोग नीतीश लालू के खिलाफ हो गए । जनसुराज यात्रा  इसतरह कहानी कहते हैं। " एक नाई मुझसे मिलने के लिए बेचैन था ।वह मुझे मिला ।जब मैं पूछा कि लालू और नीतीश के राजपथ में क्या अंतर है?नाई बोला -हुजूर ! लालू राज में जनता को अपराधी हजामत बनाता था,गोली पिस्टल चलता था लेकिन नीतीश राज में ऑफ़सर जनता को हजामत बना रहा है ।फर्क है कि यहां गोली के बदले कलम चल रही है। एक हजाम की इतनी सी बात लालू नीतीश राज को जानने के लिए काफी है। प्रशांत किशोर को नोटबन्दी ,कोरोना में क्रूरतम लौकडॉन की कोई कथा नही सुनाई पड़ी। नोटबन्दी और लौकडॉन कि लाखों अमानवीय कहानियां हैं, सच्ची घटनाएं हैं लेकिन ये कथा याद नहीं है क्योंकि वे सत्ता पक्ष के एजेंट जो ठहरे।मुंशी प्रेमचंद के कहानियों को देखें कैसे गरीबों, लाचारों,किसानों ,ऊंच नीच के भेदभाव, समाज में व्याप्त कुरीतियों...

अंजना गांधी उप महापौर के सुयोग्य उम्मीदवार !- प्रसिद्ध यादव।

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   डॉ अंजना गांधी पटना नगर निगम के उप महापौर के उम्मीदवार हैं। इनका क्रम संख्या 1 पर गेंहू के बाली चुनाव चिन्ह है।अंजना गांधी किसी परिचय की मोहताज नहीं है। इनके पिता आजाद गांधी पटना स्नातक से एमएलसी रहे हैं और स्नातकों के लिए अनेक काम किये हैं।किसी भी चुनाव को जीतने के लिए एकजुटता और संघर्ष जरूरी है। अगर एक एक मत को सोच समझकर गोलबंदी के साथ दिया जाए तो कोई भी चुनाव को आसानी से जीता जा सकता है। पहले फेज के चुनाव में परिणाम सुखद रहा वजह एकजुटता। यही सिलसिला आगे भी जारी रखें।जब आपकी मन के जनप्रतिनिधि होंगे तो आपकी समस्याओं को प्रमुखता से हल करेंगे,आप भी शक्तिमान बने रहेंगे और तो और कोई आप पर आंख उठाने की जुर्रत नही करेगा।28 दिसम्बर को अंजना गांधी को अधिक वोट देकर विजयी बनायें।

किसानों के सच्चे हितैषी चौधरी चरण सिंह !- प्रसिद्ध यादव।

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    जन्मदिन पर शत शत नमन! पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह गांव, गरीब और किसानों के लिए मसीहा थे। किसान घर में जन्मे और ताउम्र किसानों की लड़ाई लड़ते रहे। युवाओं को राजनीति में आगे बढ़ाया। किसान-मजदूरों के दिल में बड़े चौधरी की अमिट यादें हैं।  ईमानदारी उनकी पहचान रही, यही वजह है कि जिस दिन उनका निधन हुआ तब उनके खाते में सिर्फ 470 रुपये थे। केन्द्र सरकार में गृहमंत्री बने तो उन्होंने मंडल और अल्पसंख्यक आयोग की स्थापना की। 1979 में वित्त मंत्री और उपप्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्रीय कृषि व ग्रामीण विकास बैंक की स्थापना की। 28 जुलाई 1979 को चौधरी चरण सिंह समाजवादी पार्टियों तथा कांग्रेस (यू) के सहयोग से प्रधानमंत्री बने। यूपी में जब सीएम थे कुल बजट के 48 फ़ीसदी बजट किसानो के लिए दिया था जो ऐतिहासिक था। वे किसानों के सच्चे हितैषी थे।

केंद्र सरकार आरक्षित सीटों को भी पूरा करने में नाकाम रही!प्रसिद्ध यादव।

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 जुमले सुनकर युवाओं के दिन कट जाएंगे।  आंकड़े देखें और समझे सरकार की मानसिकता को! अगर केंद्र सरकार युवाओं और खासकर आरक्षित वर्ग के प्रति चिंतित होती तो देश में करोड़ों बेरोजगारी के बावजूद आरक्षित सीट खाली नहीं होता । कार्मिक मंत्रालय के मुताबिक भारत सरकार के 78 मंत्रालयों और विभागों में कुल 32.57 लाख पद में से OBC के कोटे से 7.02 लाख भरे गए यानी 21.58%  जो 27% के तय ओबीसी  कोटा से कम है ।ये गंभीर मामला है...सरकार को खाली स्थान जल्दी भरने के लिए पहल करनी होगी. सरकार को ऐसी व्यवस्था बनानी होगी, जिससे भविष्य में ऐसी समस्या ना खड़ी हो. खाली पड़े पद दिखाते हैं कि सरकार कितनी गंभीर है इन समुदायों को उनका अधिकार दिलाने को लेकर. उधर राष्ट्रीय अनूसूचित जाति आयोग ने राज्य स्तर पर SC कोटे की खाली पड़ी सीटों के बारे में सभी राज्य सरकारों से जानकारी मांगी है.  फिलहाल कार्मिक मंत्रालय ने सभी सरकारी मंत्रालयों और विभागों में स्पेशल रिज़र्वेशन सेल गठित करने का निर्देश जारी करते हुए कहा है कि खाली पड़ी सीटों को भरने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। सवाल है कि आखिर सरकार क्या कर रही थी?...

*पूर्व मध्य रेल महिला कम्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती भारती शर्मा ने वर्ष 2022 में पूर्व मध्य रेल की उत्कृष्ट महिला रेलकर्मचारी के चयन पर महिला सहायक लोको पायलट को किया सम्मानित*

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  पूर्व मध्य रेल महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती भारती शर्मा द्वारा समस्तीपुर मंडल के सहरसा में सहायक लोको पायलट के पद पर कार्यरत सुश्री सुगंध कपूर को वर्ष 2022 में पूर्व मध्य रेल की उत्कृष्ट महिला रेलकर्मचारी के चयन पर सम्मानित किया गया । सुश्री सुगंध कपूर को पूर्व मध्य रेल महिला कल्याण संगठन, मुख्यालय की ओर से उन्के उत्साहवर्द्धन हेतु 11 हजार रूपए पुरस्कारस्वरूप प्रदान किए गए । इस अवसर पर पूर्व मध्य रेल महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती भारती शर्मा ने सहायक लोको पायलट सुश्री सुगंध कपूर के कार्यों की प्रशंसा की एवं भविष्य में और बेहतर कार्य निष्पादन हेतु प्रोत्साहित किया एवं सुरक्षित रेल परिचालन में बेहतर भूमिका की सराहना की । इस अवसर पर संगठन की सचिव श्रीमति सीमा गोयल, कोषाध्यक्ष श्रीमती श्रुती मिश्रा एवं अन्य सदस्याएं उपस्थित थीं । सुश्री सुगंध कपूर 18.01.2021 को सहायक लोको पायलट के पद पर नियुक्त र्हुइं । अत्यंत ही अल्प सेवाकाल में सुश्री कपूर द्वारा गौरवमयी उपलब्धि हासिल की गयी है । दिनांक 04.02.2022 को गाड़ी संख्या 05515 के लोको पायलट एवं सहायक लोको पायलट को किमी 79...

धर्म के नाम पर पाखण्ड बन्द हो !प्रसिद्ध यादव।

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 धर्म के नाम पर पाखण्ड बन्द हो ! आज प्रायः सभी धर्मों के ठेकेदार बने हुए हैं।कोई फतवा,कोई फ़रमान जारी करता है कि कैसे धर्म के नाम पर दुकामदारी चले? राजनेता भी इसे खूब मुद्दे बनाते हैं। लोगों को भावनात्मक रूप से उग्र करते हैं। देश में करोड़ों बेरोजगारी, भुखमरी, अशिक्षा, कुपोषण, गैर बराबरी है लेकिन इसके लिए कितने लोग आवाज उठाते हैं?देश के मुख्य मुद्दे गौण हैं और नफरती पहलू मुद्दे बने हुए हैं।अंधविश्वास, पाखंड घर -घर घर कर गया है।  धर्म के नाम पर को पाखंड में उलझाना बहुत खतरनाक है। एक बहुत बड़ा भ्रष्टाचारी भी धर्मगुरु के पास जाकर फतवा ले लेता है कि कोई फर्क नहीं पड़ता। लोग 50 करोड़ का दान करते हैं और हजारों करोड़ लूटते हैं। यह बड़ी समस्या बन रही है। देश में डेरों के पास भीड़ बढ़ रही है। बड़ी दाढ़ी वाले बाबे मिनटों में समस्या के छू-मंतर होने का समाधान बताते हैं। जनता भेड़चाल होती है। सरलता व सुविधा से समस्या का समाधान ढूंढती है। इसलिए इनके पास जा रही है। भागवत कथा की शुरुआत में कथा वाचक कहता है कि सात दिन तक कथा करने से सात जन्म के पाप कट जाएंगे। ये पाप कैसे कट जाते हैं, आज तक समझ नहीं आई। ...

परमहंस दास सिनेमा घरों में नहीं ,अमानवीय व्यवहार करने वाले को आग लगाओ !-प्रसिद्ध यादव।

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     तथाकथित साधु संत भगवा रंग पर जितना आग बबूला हो रहा है उतना सदियों से चला आ रहा अमानवीय व्यवहार के लिए आग बबूला होता तो इसकी ज्ञान और बुद्धि पर नाज होता ,लेकिन वे धर्म की ढोंग पर आग बबूला हो रहा है। झूठ फरेब पाखंड बहुत हुआ अब नहीं चलेगा। मानवीय दृष्टिकोण क्या है *ये बताने में शर्म क्यों आती है?भुखमरी, अशिक्षा, छुआछूत ,गरीबी ,भुखमरी, बेरोजगारी जैसे ज्वलन्त मुद्दे पर मुंह खोलने में शर्म क्यों आती है?शाहरुख खान की अपकमिंग फिल्म ‘पठान’ को लेकर विवाद जोरों पर है. इस फिल्म को लेकर कई सारे राजनेता, संत और दर्शक अपनी राय रख रहे हैं, लेकिन अब ‘पठान’ को लेकर ‘अयोध्या के संत’ ने शाहरुख खान पर बड़ा बयान दिया है. तपस्वी छावनी के महंत परमहंस आचार्य ने कहा है कि अगर वह कभी शाहरुख खान से मिले तो वह उन्हें जिंदा जला देंगे. इसके साथ ही परमहंस आचार्य ने कहा कि ‘बेशर्म रंग’ गाने में भगवा रंग का अपमान किया गया है.महंत परमहंस आचार्य ने आगे कहा कि, “इसे लेकर हमारे सनातन धर्म के लोग लगातार विरोध कर रहे हैं. आज हमने शाहरुख खान का पोस्टर जलाया है. अगर मुझे फिल्म जिहादी से जुड़ी मिल गई तो मैं उ...

अपराधियों को भट्ठी में झोंकेंगे भट्ठी !-प्रसिद्ध यादव।

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   पुलिस, प्रशासन, सरकार,विधि व्यवस्था क्या होती है ?यह बिहार के पुलिस महकमे के नए कप्तान भट्ठी दिखाएंगे।बिहार जैसे अपराधियों के मनबढ़ों के लिए ऐसे सख्त अधिकारी की नितांत आवश्यकता थी।पुलिस की कार्यप्रणाली इतनी सुस्त हो गई थी कि वे सत्ता और लक्ष्मी के दास बनकर रह गई थी।आम आदमी का पुलिस से भरोसा टूट रहा था लेकिन अब उम्मीद की नई किरण जगी है।भट्ठी के पूर्व के कार्यों को देखें तो बड़े बड़े हिस्ट्रीशीटर को नकेल कसे हैं। भट्ठी नाम से अपराधियों की रूह कांप उठती थी। सबसे बड़ी इनमें खासियत है कि वे किसी की सिफारिश, पैरवी नही सुनते हैं। भ्रष्ट और निकम्मी पुलिस के लिए वे काल हैं, जो अब तक जनता को  परेशान करते रहे उनपर वज्रपात होना तय है। गैंगस्टर, माफिया  संभल जाए या प्रदेश छोड़कर कहीं पलायन कर जाए।अब रत्ती भर किसी की मनमानी की गुंजाइश नहीं है।बिहार के नए डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी ने आते के साथ ही अपना अंदाज दिखाते हुए काम करने का स्टाइल बता दिया है। जिस रूप के लिए वह जाने जाते हैं, उसी मोड में  राज्य के तमाम पुलिस अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक की। जो पटना आ सकते थे, वह राजधा...

मनोज मुंतशिर की अक्ल राजनीति एजेंट की तरह!-प्रसिद्ध यादव।

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  भारत चीन सैनिकों की झड़प पर राहुल गांधी का बयान आया कि भारतीय सैनिक पीटे जा रहे हैं।हालांकि ऐसे शब्दों का उपयोग नही किया जाना चाहिए, वो सैनिकों की स्थितियों को बताना चाहते थे।इसी बयान पर गीतकार , कवि मनोज मुंतशिर ने राहुल गांधी के बारे आपत्तिजनक बयान दिया- मैंने चाणक्य को पढ़ा है आपने भी पढ़ा होगा. मैं कोट कर रहा हूं चाणक्य को  जहां उन्होंने लिखा है कि विदेशी माता से पैदा हुआ पुत्र कभी राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता. साथियों प्रॉब्लम डीएनए का है. कुछ नहीं कर सकते आप और हम इसका.'...चाणक्य ने ऐसी बातें किस संदर्भ में कही थी, ये बातें नहीं बताई। सेल्युकस की पुत्री  हेलेन शत्रु की बेटी थी जो चन्द्रगुप्त से शादी के समय चाणक्य ने यह शर्त रखी थी।क्या सोनिया गांधी देश के शत्रु की बेटी है?आख़िर ऐसी बातें क्यों कही गई? राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी एक आयरन लेडी के नाम से जानी जाती थी और उन्होंने देश की एकता अखंडता के लिए कुर्बान हुई। इनके पिता राजीव गांधी कभी आतंकियों के सामने नहीं झुके जिसके कारण वे भी शहीद हुए।अब इनके बेटा से देशभक्ति का  प्रमाणपत्र जारी करना कहाँ तक न्यायसंगत ...

कायस्थ समाज अब अपना हक लेने के लिए पूरी तरह तैयार और एकजुट : डा. नम्रता आनंद

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  कायस्थ समाज का देश और समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान : डा. नम्रता आनंद  कायस्थ समाज ने हर कालखंड के शासन और प्रशासन में महत्वपूर्ण और विश्वसनीय भूमिका निभायी : डा. नम्रता आनंद पटना, उदयपुर ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह सेवा-मानवाधिकार प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय प्रभारी डा. नम्रता आनंद ने कहा कि कायस्थ समाज का देश और समाज के निर्माण में बड़ा योगदान रहा है और कायस्थ समाज अब अपना हक लेने के लिए पूरी तरह तैयार और एकजुट है।   जीकेसी की ओर से राजस्थान के उदयपुर में दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में शिरकत करने पहुंची डा.  नम्रता आनंद ने बताया कि सम्पूर्ण भारत वर्ष के 5000 साल का इतिहास को यदि हम देखें तो कायस्थ समाज ने हर कालखंड के शासन और प्रशासन में महत्वपूर्ण और विश्वसनीय भूमिका निभायी है।कायस्थों ने जरूरत पड़ी तो राष्ट्र की रक्षा में तलवारें भी उठाई हैं। स्वाधीनता संग्राम से लेकर आजाद भारत में भी समाज के हस्ताक्षरों ने देश के महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाली, लेकिन आज कायस्थ कहीं न कहीं खुद को उपेक्षित महसूस कर रहा है। इसिलिए कायस्थों को अपनी ए...