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Showing posts from June, 2025

श्री राम जानकी देव लोक धाम मंदिर में 24 घंटे का अखंड कीर्तन: प्रेम और सद्भाव का महापर्व!

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  श्री राम जानकी देव लोक धाम मंदिर, श्री राम जानकी चौक, बाबूचक खगौल रोड में मनोविनोद नारायण कल्याण ट्रस्ट के तत्वावधान में अपने वार्षिक उत्सव के उपलक्ष्य में 24 घंटे के अखंड कीर्तन का दिव्य आयोजन कर रहा है। यह उत्सव केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि प्रेम, सद्भाव और सांस्कृतिक एकता का एक अनूठा संगम है। कार्यक्रम विवरण: 19 जून 2025: पूर्वाह्न 10:30 बजे से मंडप पूजन और दोपहर 12:15 बजे से अखंड कीर्तन का शुभारंभ होगा। 20 जून 2025: दोपहर 12:15 बजे अखंड कीर्तन का समापन, जिसके बाद पूर्णाहुति, आरती और एक भव्य भंडारे का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन हमें भगवान श्री राम और माता जानकी के पवित्र नाम का निरंतर जाप करने का अवसर प्रदान करता है, जिससे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा और शांति का संचार होगा। ट्रस्ट की सेवा भावना: मनोविनोद नारायण कल्याण ट्रस्ट समाज सेवा के कई पुनीत कार्यों में संलग्न है: निःशुल्क विवाह: यह ट्रस्ट गरीब वर-वधू के लिए निःशुल्क शादी-ब्याह की व्यवस्था करता है, और इस मंदिर में अब तक सैकड़ों शादियां संपन्न हुई हैं, जो सामाजिक समरसता का एक अद्भुत उदाहरण है। निःशुल्क शिक्षा: ट्रस्ट ...

क्या आपकी कलम में है वो धार जिसकी आपको तलाश है?प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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 विज्ञापन! क्या आपके पास बेहतरीन विचार हैं, लेकिन जब उन्हें कागज़ पर उतारने की बात आती है, तो शब्दों की माला बिखर जाती है? क्या व्याकरण की त्रुटियां और वाक्य विन्यास की गलतियां आपकी कहानियों, आत्मकथाओं या किसी भी लेखन के प्रवाह को बाधित कर देती हैं? अगर आप उपमा अलंकारों का सुंदर प्रयोग करना चाहते हैं, महान कवियों और लेखकों को उद्धृत करना चाहते हैं, और अपने विचारों को तार्किक व तथ्यात्मक रूप से प्रस्तुत करना चाहते हैं, तो आपको निरंतर अभ्यास और एक विशेषज्ञ मार्गदर्शन की आवश्यकता होगी। प्रसिद्ध कुमार: आपकी कहानियों को दें शब्दों का सशक्त रूप! मैं, प्रोफेसर प्रसिद्ध कुमार, आपकी लेखन संबंधी सभी चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करता हूँ। चाहे आप अपनी कहानी, आत्मकथा, जीवनी , राजनीतिक कॉन्टेंट ,विज्ञापन आलेख,पुस्तक समीक्षा या किसी भी अन्य विषय को कलमबद्ध करवाना चाहते हों, मैं आपकी सहायता के लिए तैयार हूँ। व्याकरण और वाक्य विन्यास की त्रुटियों से मुक्त, सुसंगठित और प्रभावशाली लेखन मेरा वादा है। क्यों चुनें मेरी सेवाएँ? व्याकरण और वाक्य विन्यास में शुद्धता: आपके लेखन को त्रुटिहीन बनाने की मेरी व...

शेखपुरा: हाथ काटने की सज़ा पर अदालत का ऐतिहासिक फ़ैसला!

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         शेखपुरा, बिहार: 16 जून 2025 को बिहार के शेखपुरा में एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया गया, जहाँ एक अदालत ने 'शोले' फिल्म के गब्बर सिंह की तर्ज पर एक व्यक्ति के दोनों हाथ काटने के आरोप में 11 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इस फैसले को अपराधियों के लिए एक कड़ी चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है। क्या था मामला? यह खौफनाक घटना 16 नवंबर 2023 की है। शेखपुरा के कारे गांव में बबलू यादव अपने खेत में पटवन कर रहे थे, तभी दानी यादव और मनीष यादव ने उनके दोनों हाथ काट दिए। सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि आरोपियों ने कटे हुए हाथों को भी अपने साथ ले जाकर फेंक दिया, ताकि बबलू को किसी भी तरह का मेडिकल उपचार न मिल पाए। न्याय की लंबी लड़ाई इस मामले में बबलू के पिता राजेंद्र प्रसाद यादव ने मनीष यादव और दानी यादव सहित 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए पटना उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। उच्च न्यायालय ने पुलिस को 3 महीने के भीतर जांच पूरी कर आरोप पत्र दाखिल करने का निर्देश दिया था। इसके अलावा, उच्च ...

राज किशोर गुप्ता 'बबलू' पंचतत्व में विलीन: एक मर्माहत विदाई !😢😢-प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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  आज खगौल ने एक प्रिय शख्सियत को नम आँखों से अंतिम विदाई दी. राज किशोर गुप्ता 'बबलू' जी दीघा के जनार्दन घाट पर गंगा नदी के तट पर पंचतत्व में विलीन हो गए. यह क्षण संत कबीर दास जी के अमर वचनों की याद दिला गया: "क्या लेकर तू आया बन्दे, क्या लेकर तू जायेगा?" वास्तव में, जीवन की क्षणभंगुरता और नश्वरता को इससे बेहतर और कोई पंक्ति व्यक्त नहीं कर सकती. बबलू जी के अंतिम दर्शन के लिए खगौल के गणमान्य व्यक्तियों, कलाकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा. हर आँख में उनके जाने का ग़म और उनके प्रति गहरा सम्मान साफ झलक रहा था. सूत्रधार के महासचिव नवाब आलम, सामाजिक कार्यकर्ता चंदू प्रिन्स, मोहम्मद शाहनवाज उर्फ रिंकू, वार्ड पार्षद पिंटू कुमार, भरत पोद्दार, गोपी कुमार, चंद्रशेखर कुमार उर्फ गुड्डू, अरुण कुमार सिन्हा उर्फ छोटू, रंजन कुमार सिन्हा, सुजीत कुमार सिन्हा, और अर्जुन प्रसाद गुप्ता सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति इस दुःखद घड़ी में उपस्थित थे. बबलू जी ने जीवन में जो भी कार्य किए, जो संबंध बनाए, और जो प्रेम अर्जित किया, वही उनकी सच्ची पूँजी है. कबीर दास जी ने हमें सिखाया कि ...

लालू प्रसाद यादव पर अंबेडकर के अपमान का आरोप बेबुनियाद: -प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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    बेबाक बोल ! पटना ,राष्ट्रीय जनता दल  के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान का आरोप लगाने वाले विरोधियों को   प्रो प्रसिद्ध कुमार ने करारा जवाब दिया है।  उनका कहना है कि लालू यादव आजीवन वंचितों और पिछड़ों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहे हैं, और उन पर इस तरह के आरोप लगाना बेबुनियाद और राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें लालू यादव एक कुर्सी पर पैर रखकर बैठे दिख रहे हैं और उनके पैरों के पास बाबा साहेब की तस्वीर रखी हुई है। इसी तस्वीर को आधार बनाकर भाजपा, जदयू और आरएसएस जैसे संगठनों ने लालू यादव पर अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया था। "लालू यादव वंचितों के सच्चे पैरोकार" प्रसिद्ध कुमार का कहना है कि लालू यादव ने ही बाबा साहेब के विचारों को आगे बढ़ाया और वंचितों के हक-हकूक की लड़ाई लड़ी। उनका दावा है कि अगर लालू यादव अंबेडकरवादी नहीं होते, तो आज भी समाज के निचले तबके के लोगों की स्थिति में कोई सुधार नहीं होता। इन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि लालू यादव उस समय से बाबा साहेब के...

खगौल ने खोया एक अनमोल साथी: राज किशोर गुप्ता 'बबलू' का निधन! -प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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     यह अत्यंत दुःखद समाचार है कि राज किशोर गुप्ता उर्फ बबलू, 'सूत्रधार नाट्य संस्था' के अभिन्न हमसफ़र, खगौल राधा कृष्ण मैरिज हॉल के मालिक, और खगौल नगर परिषद राजद के पूर्व अध्यक्ष अब हमारे बीच नहीं रहे। उनकी असामयिक मृत्यु से खगौल में शोक की लहर दौड़ गई है। हाल ही में 15 फरवरी को वाल्मी के पास उनके आलीशान अपार्टमेंट और मार्केट के उद्घाटन समारोह में सूत्रधार संस्था के महासचिव नवाब आलम जी के साथ मेरी उनसे आखिरी मुलाकात हुई थी। यह ख़बर नवाब जी और बबलू गुप्ता के व्हाट्सएप के माध्यम से मिली। कुछ दिन पहले उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ था, जो दुर्भाग्यवश जानलेवा साबित हुआ। बबलू जी 'सूत्रधार' के हर कार्यक्रम में दिल से जुड़े रहते थे। जब तक वह राजद के नगर अध्यक्ष रहे, दल के लिए समर्पित भाव से काम करते रहे। उनका मैरिज हॉल हम सभी के कार्यक्रमों के लिए हमेशा सुलभ और निःशुल्क उपलब्ध रहता था। मुझे याद है, 27 अगस्त 2023 को नेताजी सुभाषचंद्र बोस के खगौल आगमन की 50वीं वर्षगांठ मनाते समय, सारी तैयारी उनके ही हॉल में हुई थी और बबलू जी ने इसमें तन, मन, धन से पूरा सहयोग किया था। उस कार्यक्रम को न...

नगर पंचायत बिक्रम चुनाव 2025: सुनीता यादव, वार्ड संख्या और राजद का प्रभाव – एक विश्लेषण ! -प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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  सुरेंद्र यादव का पैठ वंचितों, अल्पसंख्यक समाज में है।अगर वोटों का बिखराव नही हुआ तो सुनीता यादव के माथे पर जीत का सेहरा होगा। नगर पंचायत बिक्रम में 2025 के स्थानीय चुनाव को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, विभिन्न प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों के समर्थकों में उत्साह बढ़ता जा रहा है। इस चुनावी रण में एक महत्वपूर्ण चेहरा हैं सुरेंद्र यादव की पत्नी सुनीता यादव, जिनकी दावेदारी को लेकर क्षेत्र में काफी चर्चा है। आइए, इस चुनाव से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर गौर करें। सुनीता यादव की स्थिति: एक प्रबल दावेदार? सुरेंद्र यादव की पत्नी सुनीता यादव इस बार नगर पंचायत चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रही हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि उन्हें अपने पति के राजनीतिक अनुभव और सामाजिक जुड़ाव का लाभ मिल सकता है। सुरेंद्र यादव का क्षेत्र में अपना एक जनाधार रहा है, जिसका सीधा फायदा सुनीता यादव को मिल सकता है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर क्षेत्र में एक सकारात्मक माहौल दिख रहा है, खासकर महिला मतदाताओं के बीच उनकी पैठ मानी जा रही है। हालांकि, उन्हें अन्य मजबूत प्रत्याशियों से कड...

"मानवता शर्मसार: दुर्घटनाग्रस्त युवक को ₹20,000 जमा करने के बाद ही मिला इलाज, डॉ पर गम्भीर आरोप "

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    डॉ किशोर दास डॉ या जल्लाद!-प्रसिद्ध यादव। खगौल, बिहार: मानवता और चिकित्सा नैतिकता को तार-तार करती एक चौंकाने वाली घटना खगौल में सामने आई है, जहां एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल युवक को कथित तौर पर डॉ. किशोर दास की क्लिनिक में तब तक इलाज नहीं मिला, जब तक कि उसके परिजनों ने ₹20,000 की मोटी रकम अग्रिम रूप से जमा नहीं करा दी। यह घटना 13 जून की रात की है और इसने स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बाबूचक गांव में रात करीब 9 बजे एक युवक को ऑटो रिक्शा ने टक्कर मार दी, जिससे वह अपनी बाइक से गिर गया और उसके पैर व हाथ में गंभीर चोटें आईं। खून बहने लगा और स्थिति नाजुक थी। गांव के ही कुछ युवकों ने तत्काल घायल को पास की डॉ. किशोर दास की क्लिनिक में पहुंचाया। प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ित परिवार के सदस्यों के अनुसार, क्लिनिक पहुंचने पर डॉ. दास ने बिना किसी प्राथमिक जांच के ही इलाज शुरू करने से पहले ₹20,000 जमा करने की मांग रख दी। उस वक्त घायल के परिवार का कोई सदस्य वहां मौजूद नहीं था। थोड़ी देर बाद जब परिवार के कुछ लोग क्लिनिक पहुंचे और स्थिति...

पटना ग्रामीण भूमि का कृषि से व्यावसायिक/आवासीय उपयोग ,राजस्व की चोरी !

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    जीरो टॉलरेंस करप्शन वाले कुछ बोलेंगे?   पटना और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि भूमि का धड़ल्ले से आवासीय और व्यावसायिक उपयोग में परिवर्तन, एक बड़े पैमाने पर राजस्व चोरी का संकेत दे रहा है। दानापुर के गोला रोड, रूपसपुर, अशोपुर, फुलवारी के नोहसा नवादा, भुसौला, परसा, एतवारपुर, पुनपुन, पटना सिटी के आसपास, हाजीपुर, सोनपुर और बिहटा जैसे क्षेत्रों में यह प्रवृत्ति तेजी से बढ़ी है। कृषि भूमि को कम दरों पर खरीदकर उसे व्यावसायिक या आवासीय परियोजनाओं में बदला जा रहा है, जिससे भू-राजस्व और निबंधन विभाग को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है। राजस्व चोरी का तरीका: वर्तमान नियमों के अनुसार, कृषि भूमि की खरीद-बिक्री पर लगने वाला स्टाम्प शुल्क और निबंधन शुल्क, व्यावसायिक या आवासीय भूमि की तुलना में काफी कम होता है। भू-माफिया और बड़े बिल्डर इस loophole का फायदा उठा रहे हैं। वे कृषि भूमि को कृषि प्रयोजन के नाम पर खरीदते हैं, जिससे उन्हें कम शुल्क देना पड़ता है। बाद में, बिना उचित प्रक्रिया का पालन किए और बिना भूमि के वर्गीकरण को बदले, उस पर आवासीय कॉलोनी या व्यावसायिक प्रतिष...

प्रो. डॉ. रणवीर नंदन को बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड का अध्यक्ष मनोनीत होने पर राम लखन सिंह यादव कॉलेज अनीसाबाद परिवार ने दी बधाई

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पटना,  13 जून । बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष पद पर प्रो. डॉ. रणवीर नंदन जी के मनोनयन पर राम लखन सिंह यादव कॉलेज, अनीसाबाद परिवार ने हार्दिक बधाई दी है. कॉलेज परिवार ने पुष्पगुच्छ भेंट कर डॉ. नंदन के प्रति अपना सम्मान और प्रसन्नता व्यक्त की. कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुरेंद्र प्रसाद ने स्वयं डॉ. नंदन के आवास पर जाकर उन्हें बधाई दी और पुष्पगुच्छ भेंट किया. यह विशेष उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि डॉ. नंदन का राम लखन सिंह यादव कॉलेज से गहरा और पुराना लगाव रहा है. उनके मनोनयन से कॉलेज परिवार में खुशी की लहर है. इस अवसर पर बधाई देने वालों में कॉलेज के कई प्रतिष्ठित सदस्य शामिल थे, जिनमें प्रो. रामबीनेश्वर सिंह, प्रो. अनिल कुमार, प्रो. वीरेंद्र प्रसाद, प्रो. रामजीवन यादव, मो. मिनहाज आदि प्रमुख थे. सभी ने डॉ. नंदन को उनकी नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड नई ऊंचाइयों को छुएगा. प्रो. डॉ. रणवीर नंदन का यह मनोनयन उनके शैक्षिक और सामाजिक क्षेत्र में दिए गए योगदान का प्रमाण है. राम लखन सिंह यादव कॉलेज परिवार उनके उज...

पूर्व विधायक दीनानाथ यादव आज पटना जिला राजद के निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।

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    उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी राजद के जिला परिषद डेलीगेट्स द्वारा पटना में सौंपी गई। इस अवसर पर, प्रो प्रसिद्ध यादव  ,चर्चित रंगकर्मी ,अधिवक्ता नवाब आलम ने दीनानाथ यादव को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की है कि वे राजद और महागठबंधन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि दीनानाथ यादव सभी को साथ लेकर चलेंगे और राजद की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। दीनानाथ यादव के निर्विरोध निर्वाचन को पटना में राजद के भीतर एकता और सहमति के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है, और यह उम्मीद की जा रही है कि उनके नेतृत्व में पार्टी जिले में और मजबूत होगी।

अहमदाबाद की धरती पर, गूँजा था एक हाहाकार,

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      आँखों में आँसू, दिल में हाहाकार। काले धुएँ की चादर में, लिपट गया संसार। वो नभ का पंछी, क्यों राह भटक गया, हँसते-खेलते जीवन को, पल भर में निगल गया। शोर मचा, चीखें उठीं, हर ओर मची अफरातफरी, अपनों की तलाश में, हर आँख हुई थी नम भरी। मासूम बचपन, वृद्धों की आस, सब एक पल में राख हुए, न जाने कितने सपने, आज अनजाने में ख़ाक हुए। किसी माँ की गोद सूनी, किसी पिता का कंधा खाली, हर घर में मातम छाया, हर आत्मा हुई व्याकुल-निराली। छिन गए वो पल हँसी के, अब बस सिसकियाँ हैं बाकी, कैसे सहें ये चोट गहरी, हर साँस हुई है फाँकी। पिता की आँखों में था एक सुनहरा सपना, बेटी से मिलने की आस, हर पल था अपना। वो चले थे खुशी से, मन में थी एक उमंग, किंतु भाग्य का खेल देखो, बिखर गई हर तरंग। जो खुशी थी दिल में, वो दर्द में बदल गई, पंखुड़ी सी आस, आँसुओं में घुल गई। यादें बन गईं अब दर्द का, एक अनमिट सा अतीत, कैसे भूलें वो पल, जब सब हुआ वीरान, सब कुछ हुआ विपरीत। ईश्वर से बस यही प्रार्थना, शांति मिले हर आत्मा को, और शक्ति मिले उन सबको, जो खो चुके हैं अपने को। ये हादसा नहीं, एक घाव है, जो गहरा निशान छोड़ गया,...

अहमदाबाद की विमान हादसा ,पूरे देश को झकझोर दिया !😢😢

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  गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी यात्रियों की सूची में उनका नाम 12वें नंबर पर था। अहमदाबाद में आज दोपहर एक दर्दनाक विमान हादसा हुआ है। एयर इंडिया का एक विमान, जो अहमदाबाद से लंदन (गैटविक) जा रहा था, उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेघानीनगर के रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हताहतों की संख्या: विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री (228 वयस्क और 2 शिशु) और 12 क्रू सदस्य (2 पायलट और 10 केबिन क्रू) शामिल थे।  पुलिस अधिकारियों के अनुसार, विमान में सवार कोई भी यात्री जीवित नहीं बचा है। यानी, सभी 242 लोगों की मौत हो गई है। यह दुर्घटना एक रिहायशी इलाके में हुई, जिससे जमीन पर भी कुछ लोगों के हताहत होने की आशंका है। विमान मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की दीवार पर जा गिरा, जिससे 5 छात्रों की भी जान चली गई। हालांकि, जमीन पर हताहतों की सटीक संख्या अभी निर्धारित की जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री की स्थिति: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस विमान में सवार थे। वह अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। यात्रियों की सूची में उनका नाम 12वें नंबर पर था। दुर्भाग्य से, अहमदाब...

पटना के अटल पथ पर भाजपा की झंडा लगा स्कॉर्पियो ने तीन पुलिसकर्मियों को रौंदा, महिला सिपाही की मौत!😢😢

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  पटना, 12 जून 2025: राजधानी पटना के अटल पथ पर बुधवार (11 जून 2025) की देर रात एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने वाहन चेकिंग कर रहे तीन पुलिसकर्मियों को कुचल दिया। इस भीषण हादसे में एक महिला सिपाही कोमल कुमारी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सब-इंस्पेक्टर (SI) दीपक कुमार और सहायक सब-इंस्पेक्टर (ASI) अवधेश कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। घटना का विवरण पुलिस श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र में अटल पथ के सर्विस लेन पर नियमित वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान दीघा की ओर से आ रही एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने उस वाहन को पीछे से टक्कर मार दी, जिसकी पुलिसकर्मी जांच कर रहे थे। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पुलिसकर्मी हवा में उछलकर दूर जा गिरे। स्कॉर्पियो की रफ्तार 90 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक बताई जा रही है। पुलिस की कार्रवाई और कानून व्यवस्था पर सवाल घटना के बाद स्कॉर्पियो चालक मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्कॉर्पियो सवार दो अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया है। एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया कि चालक की तला...

लालू यादव की जयंती: बाबूचक महादलित टोला में सामाजिक न्याय और सद्भाव का उत्सव।

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  फुलवारी शरीफ!   सर्वप्रथम, लालू यादव के जन्मदिन के उपलक्ष्य में  बिहार प्रदेश  अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अनिल साधु पासवान ने केक काटकर खुशियों का इजहार किया गया.    उन्होंने कहा कि लालू जी एक व्यक्ति नही विचार हैं ,ये दूसरे अम्बेडकर हैं।लालू यादव जी का 2025 में जीन निकलेगा ,दीपक मांझी उसी जीन के रूप है। बाबूचक महादलित टोला, में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जयंती बुधवार को सामाजिक न्याय और सद्भाव दिवस के रूप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. इस अवसर पर हजारों की संख्या में दलितों और गरीब तबके के लोगों को भोजन कराया गया और बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के लिए कॉपी-कलम वितरित किए गए. इस कार्यक्रम का आयोजन जिला पार्षद दीपक मांझी की अगुवाई में किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर प्रसिद्ध यादव ने लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक सफर पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके राजनीति में आने से ही गरीब-गुरबा को आत्म-सम्मान के साथ जीना आया और उन्हें अपने अधिकारों का बोध हुआ. राजद प्रखंड अध्यक्ष  श्रवण यादव ने कहा कि  लालू ज...

जन्मदिन मुबारक हो, लालू जी! प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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  जन-जन की आवाज़, गरीबों के रहनुमा आप ही! समता-समानता के प्रतीक, गरीबों के मान के रक्षक, लोकतंत्र के प्रहरी, दबे-कुचले की ताक़त, आप ही तो हैं प्रखर वक्ता, ओजस्वी नेता! हाशिये के लोगों को पहचाना, अंतिम पायदान की भगवतिया देवी को संसद में भी पहुंचाया। कपड़ा धोने वाली मुन्नी रजक को एमएलसी बनाया, जूते बनाने वाले शिवचंद्र राम को मंत्री बनाया। सूबेदार दास हो या उदय मांझी, उन्हें भी सदन पहुंचाया। जन्मदिन मुबारक हो, लालू जी! समाजवाद के पहरुआ, माता मरछिया और पिता कुंदन के दुलरुआ, धन्य वो गोपालगंज का फुलवरिया! धन्य हैं आप, गुदड़ी के लाल, कर दिया देश में कमाल! रेलवे को दुनिया में नाम दिया, सीएम रहकर गरीबों को राज दिया! जन्मदिन मुबारक हो, लालू जी!  

कबीर की अमर वाणी: युगों-युगों तक प्रासंगिक-प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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  कबीर वो प्रकाश, जो अंधियारे को चीर गया, अज्ञानता के जालों को, अपनी बातों से भेद गया। समता और प्रेम का, दिखाया सच्चा मार्ग, उनकी वाणी में गूँजता, आज भी वो अनुराग। १. सामाजिक समरसता के प्रहरी जाति-पाति का भेद मिटाया, सब मानव एक समान, कहा उन्होंने, "जाति-पाति पूछे न कोई, हरि को भजे सो हरि का होई।" छुआछूत, ऊँच-नीच को, उन्होंने नकारा था, हर प्राणी में देखा, ईश्वर का ही कारा था। २. पाखंड और आडंबर पर प्रहार बाहरी दिखावे से क्या होगा, मन जो तेरा मैला है, "पोथी पढ़-पढ़ जग मुआ, पंडित भया न कोय, ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय।" मंदिर-मस्जिद में ईश्वर नहीं, वो तेरे भीतर है, खोज ले खुद में ही उसे, वो तेरा सच्चा मीत है। ३. हिन्दू-मुस्लिम एकता के सूत्रधार एक ही ईश्वर के बच्चे हम, चाहे नाम अलग-अलग, "हिंदू कहें मोहे राम पियारा, तुरुक कहें रहमाना, आपस में दोउ लड़ी-लड़ी मुए, मरम न कोउ जाना।" सबको साथ लाने की, उनकी थी एक आस, मिटाकर द्वेष को, फैले प्रेम का वास। ४. निर्गुण भक्ति का अनुपम संदेश ईश्वर निराकार है, न उसका कोई रूप, "कस्तूरी कुंडली बसे, मृग ढूंढे बन माहि,...

संत कबीर दास ने दुनिया को समानता, एकता, निस्वार्थ प्रेम और सच्ची भक्ति का मार्ग दिखाया।

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       संत कबीर दास ने दुनिया को एक अमूल्य विरासत दी है, जो उनके उपदेशों, विचारों और जीवनशैली के माध्यम से आज भी प्रासंगिक बनी हुई है। उनकी दुनिया को दी गई मुख्य देनें इस प्रकार हैं: कबीर ने भारतीय समाज में व्याप्त जातिवाद, छुआछूत, ऊँच-नीच, और धार्मिक भेदभाव का कड़ा विरोध किया। उन्होंने "जाति-पाति पूछे न कोई, हरि को भजे सो हरि का होई" जैसे दोहों के माध्यम से सभी मनुष्यों की समानता पर बल दिया। उन्होंने पाखंड, आडंबर और अंधविश्वासों की तीखी आलोचना की और सच्चे भक्ति मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। उनका मानना था कि ईश्वर को कहीं बाहर ढूंढने की आवश्यकता नहीं, वह तो मनुष्य के भीतर ही निवास करता है। उन्होंने हिन्दू और मुसलमानों के बीच एकता और सद्भाव स्थापित करने का प्रयास किया, यह समझाते हुए कि ईश्वर एक है और उसे विभिन्न नामों से पुकारा जाता है। कबीर निर्गुण भक्ति शाखा के प्रमुख संत थे। उन्होंने ईश्वर को निराकार, निर्गुण, अजर, अमर और सर्वव्यापी माना। उन्होंने मूर्ति पूजा, तीर्थयात्रा और बाहरी कर्मकांडों की बजाय आंतरिक शुद्धि और सच्ची भक्ति पर जोर दिया। उनके अनुसार, ईश्वर को प्र...

11 जून 2025 को लालू जी का 78 वां जन्मदिन सामाजिक न्याय एवं सद्भावना दिवस के रूप में राज्यभर में मनाया जाएगा !

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  बाबूचक महादलित टोला में जिला पार्षद दीपक मांझी की अगुवाई में कल शाम 5 बजे से गरीबों को भोजन कराया जाएगा। राज्य कार्यालय को आज से ही दुल्हन की तरह सजाया गया है: राजद बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के  प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि कल 11 जून, 2025 को  राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद यादव जी का 78वाँ जन्मदिन सामाजिक न्याय एवं सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जायेगा।  इनके जन्मदिन पर आज से ही राजद का राज्य कार्यालय को भव्य  तरीके से दुल्हन की तरह सजाया गया है।   इस अवसर पर पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं की ओर से होर्डिंग और बैनर के माध्यम से  लालू प्रसाद जी को जन्मदिन दिन का बधाई  दिये जा रहे हैं। साथ ही उनके विचारों को आगे बढ़ाने का संदेश भी बैनर के माध्यम से दिया जा रहा है।         एजाज ने आगे बताया कि इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी ने बिहार के सभी जिलों में जन्मदिन के अवसर पर दलित, वंचित समाज के गांवों एवं टोलों में गरीबों को भोजन कराने,गरीब बच्चों के बीच पठन-पाठन सामग्री  का वितरण ...

स्काईलार्क (Skylark) के दीपेश कुमार शर्मा, इंजीनियरिंग तकनीकी सलाहकार (Technical Consultant), जो भारतीय रेल को सेवा देते हैं, एक चमकता सितारा !

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          दीपेश, स्काईलार्क डिज़ाइनर एंड इंजीनियरस प्रा. लि. के प्रबंध निदेशक, इंजीनियरिंग तकनीकी की दुनिया के एक ऐसे शिल्पी हैं, जिनकी कला उनके विनम्र स्वभाव और असाधारण व्यक्तित्व में उतनी ही परिलक्षित होती है, जितनी उनके द्वारा रचे गए भव्य ढाँचों में। जैसे एक शांत सरोवर अपनी गहराई में अनंत जल समेटे रहता है, वैसे ही दीपेश की शख्सियत में ज्ञान और अनुभव की अगाधता छिपी है।       उनके पिता,  श्री आर. के. शर्मा, बिहार राज्य विद्युत बोर्ड के चेयरमैन पद से सेवानिवृत्त हुए, और दादा, स्वर्गीय ठाकुर जी, रेलवे स्कूल, खगौल में एक समर्पित शिक्षक थे। यह कहना अतिशयोक्ति न होगा कि दीपेश, अपने पूर्वजों की विरासत के ऐसे वृक्ष हैं, जिसकी जड़ें तो गहरी हैं, लेकिन फल दूर-दूर तक फैले हुए हैं, जो खगौल का नाम रोशन कर रहे हैं।       दीपेश का काम, रेलवे यात्रा के चारधामों के डीपीआर बनाने से लेकर जम्मू-कश्मीर के दुर्गम रेल नेटवर्क, लेह-लद्दाख-मनाली और टनकपुर-बागेश्वर जैसे महत्वाकांक्षी रेलवे परियोजनाओं तक फैला हुआ है। बिहार में दरभंगा-मुजफ्फरपुर और नेउर...

बिहार में हत्या का तांडव ! (कविता )- प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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     कल मसौढ़ी, आज पटना, दिनदहाड़े हत्या का तांडव। सुशासन का इकबाल कहाँ, कानून का भय हुआ मांदव? जंगलराज का शोर मचाने वाले, अब क्यों चुप्पी साधे बैठे हो? अपराधी निर्भय घूम रहे, क्यों इन पर कुछ न कहते हो? पुलिस का डर न, कानून का खौफ, सरकार मगन आयोग बनाने में। आम आदमी भयभीत, सशंकित, जीना हुआ दुश्वार ज़माने में।

भारत में पत्नी द्वारा पति की हत्या ,चिंताजनक ! -प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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  हाल ही में भारत में पत्नी द्वारा पति की हत्या के कई मामले सामने आए हैं, जो चिंता का विषय हैं। इन घटनाओं के पीछे कई कारण होते हैं, और प्रेम प्रसंग एक महत्वपूर्ण और अक्सर देखा जाने वाला कारण है। कुछ ज्वलंत घटनाएं: बिलासपुर, छत्तीसगढ़ (जून 2025): एक मामले में पत्नी ने पति को तवे से पीट-पीटकर मार डाला। हालांकि, इस मामले में घरेलू कलह और वैवाहिक तनाव मुख्य कारण बताए गए। मेघालय (जून 2025): एक हनीमून पर गए पति राजा रघुवंशी की हत्या का आरोप उनकी पत्नी सोनम पर लगा है। पुलिस के अनुसार, सोनम ने कथित तौर पर अपने प्रेमी के साथ मिलकर सुपारी देकर पति की हत्या करवाई। देवरिया, उत्तर प्रदेश (अप्रैल 2025): नौशाद हत्याकांड में उसकी पत्नी रजिया सुल्तान और उसके प्रेमी रोमान को गिरफ्तार किया गया। रजिया ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव को ट्रॉली बैग में 60 किलोमीटर दूर ठिकाने लगाया था। कानपुर, उत्तर प्रदेश (मई 2025): धर्मेंद्र पासी की हत्या उनकी पत्नी रीना और भतीजे सतीश ने की, जिनके बीच अवैध संबंध थे। रीना ने धर्मेंद्र को नींद की गोलियां देकर बेहोश किया और फिर सिर पर भारी वस्तु से वार कर द...

*श्री जयंत कुमार चौधरी , मंडल रेल प्रबंधक, दानापुर के नेतृत्व में ‘‘फिट इंडिया फ्रीडम रन‘‘ का आयोजन*

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    आज दिनांक -08.06.2025 को         श्री जयंत कुमार चौधरी , मंडल रेल प्रबंधक, दानापुर के नेतृत्व में सभी रेल कर्मियों को स्वस्थ रहने एवं दूसरों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से दानापुर जगजीवन स्टेडियम परिसर तक“फिट इंडिया फ्रीडम रन” का आयोजन मंडल क्रीड़ा संघ द्वारा किया गया ।  विदित हो कि फिट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत 29 अगस्त 2019 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा की गई थी,जिसका उद्देश्य फिटनेस को हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाना है।इस मूवमेंट का उद्देश्य व्यवहार में बदलाव लाना और शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय जीवनशैली की ओर बढना है। इस अवसर पर अभियान को और सशक्त करने के लिए मंडल रेल प्रबंधक महोदय के नेतृत्व में एक साइकिल रैली का आयोजन भी किया गया जो मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, दानापुर से शुरू होकर जगजीवन स्टेडियम, दानापुर तक गई। जिसमें मंडल के अधिकारियों, रेलकर्मियों, मंडल क्रीड़ा संघ के खिलाड़ी,रेल सुरक्षा बल के जवान एवं स्काउट एंड गाइड के बच्चो ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।  इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक महोद...

दानापुर में एक पुरानी गाथा ( कविता )- प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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     एन. सी. घोष, था सबका नाता। अंग्रेज़ों का गढ़, फिर सबका द्वार, संस्कृति का था वो, प्यारा मीनार। सड़क बनी, टूटा वो निशान, कलाकारों का, दिल हुआ हैरान। सिनेमा हॉल भी, गया वो खो, आँखों में उनकी, बस नमी हो। डीआरएम ने, फिर दी ये आस, नया भवन, लिए आधुनिक खास। बारह करोड़ का, सपना साकार, दो साल में, होगा तैयार। पार्किंग, मीटिंग, बड़ा सा हॉल, कला को मिलेगी, फिर से चाल। कलाकार बोले, "आभार है आपका, रियायत मिले, ये है गुज़ारिश सबका।" उम्मीद की किरण, फिर चमकेगी, दानापुर की कला, फिर से दमकेगी। नए रंग, नई उमंग, नई उड़ान, संस्कृति का फिर, होगा उत्थान।

सूत्रधार कार्यालय में सद्भाव और भाईचारे के साथ मनी बकरीद

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  खगौल। सूत्रधार संस्था ने जमालुद्दीन चक स्थित अपने कार्यालय में महासचिव, वरिष्ठ रंगकर्मी और अधिवक्ता नवाब आलम के नेतृत्व में बकरीद का पर्व बड़े ही समारोहपूर्वक मनाया। इस अवसर पर खगौल के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार, रंगकर्मी और राजनेता एक साथ जुटे और गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की बधाई दी। नवाब आलम ने बताया कि सूत्रधार संस्था हर साल ईद और बकरीद के मौके पर ऐसे मिलन समारोहों का आयोजन करती है, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रेम और भाईचारे का संदेश देना है। उन्होंने बकरीद के मुख्य संदेश को सद्भाव, मोहब्बत, भाईचारा और शांति बताया। इस समारोह में दानापुर विधानसभा के राजद नेता दीनानाथ प्रसाद यादव, आकाश यादव, सामाजिक कार्यकर्ता चंदू प्रिन्स, प्रसिद्ध समाजसेवी प्रदीप प्रियदर्शी, रंगकर्मी व निर्देशक राम नारायण पाठक, पत्रकार अशोक कुणाल, वरिष्ठ पत्रकार सुधीर मधुकर (आज), रजत कुमार (हिंदुस्तान), सुदीप सोनी (राष्ट्रीय सहारा व यस चैनल), रंजीत प्रसाद सिन्हा (नई सोच), रंगकर्मी व पत्रकार शोएब कुरैशी (पिंडार), साहित्यकार प्रसिद्ध यादव, वरिष्ठ रंगकर्मी राकेश गुप्ता, वसीम अहमद, सरपंचपति रूपेश कुमार, उप सरपंच...

दलबदलू - अवसरवादी पाखंड ( कविता ) -प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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   बिहार में चुनावी बयार चली, टिकट की आस में, दलबदल का खेल निराला, हर खासो-आम में। सत्तालोभी, बेअस्तित्व, बिना जनाधार के, छल-कपट इनका गहरा, समझ न पाए हर कोई। जिस थाली में खाते, उसी में करते छेद, इनकी अवसरवादिता, क्या तुम समझोगे भेद? राजनीतिक अवसरवाद इनका, नित नया रूप धारे, पूर्व निष्ठा, बयान बदले, पलटी मारें हर बार। पाला बदलना आम है, पर अतीत को झुठलाना, सत्ता के लिए नीचता है, ये कब समझेंगे जमाना? नैतिक पाखंड इनका, अतिशय गहरा है, जिस "विनाश राज" का हिस्सा थे, अब उसे ही कोस रहे। क्या तब थे अनजान, या जानबूझकर मौन रहे? आज बुरा कहने वाले, तब क्यों थे मौन सहे? जनता के प्रति जवाबदेही, इनका शून्य है, अपने ही कार्यकाल को कहें "विनाश" ये गुण है। जब थे सत्ता में, तब क्यों न किया प्रतिकार? अपनी ही जिम्मेदारियों से, अब क्यों भागे हर बार? विचारधारा का अभाव, ये इनकी पहचान है, सिद्धांतों से परे, बस सत्ता ही इनकी जान है। निष्ठा बदलते क्षण भर में, पद की लालच में, इनके हृदय में न कोई दृढ़ विचार, न कोई धर्म है। सत्ता के लिए समझौता, हर हद पार करें, नए दल में जा, पुराने साथियों को भी वार...

दलबदलुओं का अवसरवादिता व नैतिक पाखंड !

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  चुनाव के मौसम आते ही टिकटार्थियों का दल बदल शुरू हो जाता है।ऐसे लोग अस्तित्वहीन व बिना जनाधार वाले ही सत्ताभोगी होते हैं। इनकी छल कपट को पहचानना सबके वश की बात नहीं है। ये लोग जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं। जानिए इनकी अवसरवादिता - राजनीतिक अवसरवाद: यह दर्शाता है कि ये नेता अपनी वर्तमान राजनीतिक स्थिति या लाभ के लिए अपनी पिछली वफादारी और बयानों से पलट रहे हैं। राजनीति में पाला बदलना आम है, लेकिन अपने ही अतीत को पूरी तरह से नकारना अवसरवादिता का एक चरम रूप हो सकता है। नैतिक पाखंड: यदि उन्होंने उस "विनाश राज" में सक्रिय रूप से भाग लिया, तो अब उसे बुरा कहना एक प्रकार का नैतिक पाखंड है। यह सवाल उठाता है कि क्या वे उस समय की समस्याओं से अनजान थे, या उन्होंने जानबूझकर उन समस्याओं का समर्थन किया। जनता के प्रति जवाबदेही का अभाव: ऐसे बयान जनता के प्रति जवाबदेही के अभाव को दर्शाते हैं। यदि वे उस समय सरकार का हिस्सा थे, तो वे उस अवधि के लिए जिम्मेदार थे। अपने ही कार्यकाल को "विनाश राज" कहना अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ना है। विचारधारा का अभाव: यह दर्शाता है क...

एन. सी. घोष: एक खंडहर की मार्मिक पुकार (कविता )- प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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          मैं एन. सी. घोष हूँ, काल के चक्र में पिसता हुआ, आज जमींदोज होने के कगार पर खड़ा हूँ। मेरी हर ईंट, हर पत्थर गवाही देता है उस गौरवशाली अतीत की, जब मैं रंगकर्मियों को तराशता था, आर्यभट्ट की नगरी खगौल में। नालंदा और विक्रमशिला की तरह, मैं भी अब खंडहर में तब्दील होने को हूँ। दिल्ली के मंडी हाउस की तरह, मैंने भी अनगिनत प्रतिभाओं को मंच दिया, उन्हें रोशनी दी, पहचान दी। मुझे अंग्रेजों ने बनाया था, रेलवे ने मुझे संरक्षित किया था, सोचा था मेरा अस्तित्व अजर-अमर रहेगा। पर आज, जब मेरे खंड-खंड हो रहे हैं, तो तोड़ने वाले बुलडोजर भी काँप उठे हैं, मेरी मजबूती का अंदाजा मेरी अस्थियों से लगा लेना। मैं शतायु था, पर अभी भी यौवन कायम था मुझमें, कला और संस्कृति की लौ अभी भी जल रही थी। सूत्रधार, मंथन, एकजुट... कितनी ही नाट्य संस्थाओं के कलाकारों ने मेरी अस्थियों पर आकर श्रद्धांजलि दी है, उनके आँसुओं में मेरी गाथा लिखी है। मेरे बगल के मंदिर तोड़े गए थे, पर उन्हें तोड़ने से पहले ही बना दिया गया था नए सिरे से। काश! यह सौभाग्य मुझे भी मिलता, काश! मेरे पुनर्निर्माण का कोई काम होता...

एन. सी. घोष: एक रंगमंच की मूक व्यथा ( कविता ) -प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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  मैं एन. सी. घोष, एक नाम रहा, अब बस यादों का धुआँ रहा। बिहटा-सगुना की सड़क बनी, मेरी हस्ती उसी में दफ़न हुई। मेरे आँगन में, कला खिली, कितने हुनर की लहर चली। दर्शकों की तालियाँ गूँजी यहाँ, तकदीरें भी थीं खिलती यहाँ। आज विकास की अंधी दौड़, मिटा गई मेरा हर एक मोड़। निष्ठुर आँखों ने देखा मुझे ढहते, कलाकार और दर्शक, सब सहते। नयन से आँसू, मेरी बर्बादी के, यकीन है, निकले होंगे लाखों के। एक रंगमंच, एक संस्थान, आज खुद एक नाटक, मूक, बेजान। मेरी चीख शायद अनसुनी रही, बुलडोजर की ज़ालिम चली। मेरा जिस्म भले ही मिट गया, पर आत्मा मेरी अमर रहा। कोई पुण्यतिथि न मनाएगा, पर मेरी बर्बादी पर दिल रोएगा। निशान मिटे, पर नाम नहीं, कलाकारों का घर, मेरा धाम, मिटेगा नहीं। उनका हुनर, जो मुझमें पला, सदैव रहेगा, न होगा फ़ना। मैं एन. सी. घोष, एक मूक व्यथा, कला की अमर, सच्ची कथा।  

एन. सी. घोष: एक रंगमंच की मूक व्यथा 😢😢!- प्रो प्रसिद्ध कुमार।

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मैं एन. सी. घोष हूँ, एक नाम जो अब सिर्फ यादों में सिमट कर रह गया है। बिहटा-सगुना एलिवेटेड रोड के निर्माण की भेंट चढ़ गया मैं, मेरा अस्तित्व मिटा दिया गया। मेरे आंगन में, न जाने कितने कलाकारों ने अपने हुनर को बिखेरा होगा, कितने दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से मेरा कोना-कोना गुंजाया होगा। यहाँ सिर्फ चेहरे ही नहीं, तकदीरें भी खिल उठी थीं। आज, आधुनिक विकास के नाम पर मुझे बर्बाद कर दिया गया है। मुझे नेस्तनाबूद होते हुए, निष्ठुर लोग देखते रह गए। मुझसे जुड़े कलाकारों और दर्शकों की आँखों में मेरी बर्बादी के आंसू छलके होंगे, मुझे यकीन है। एक रंगमंच, एक नाट्य संस्थान, आज खुद एक जीवंत नाटक बन गया है, जिसकी कोई संवाद नहीं, लेकिन भावनाओं, दर्द और पीड़ा से भरा है। मेरी चीत्कार किसी ने सुनी हो या न सुनी हो, लेकिन मुझ पर कैसे निर्दयी बुलडोजर चला, यह सबने देखा है। मेरा भौतिक अस्तित्व भले ही खत्म हो गया है, लेकिन मेरे घर में पैदा हुए कलाकारों के अस्तित्व को कोई नहीं मिटा सकता। मेरी कोई पुण्यतिथि भले ही न मनाए, लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि मेरी बर्बादी पर कला प्रेमियों की आँखों में आंसू जरूर छ...

सहकारिता विभाग नुक्कड़ नाटक की निविदा में सुधार कर जमीनी कलाकारों को मौका दे बिहार सरकार !

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     यदि पुरानी संस्थाओं को नए नियमों के कारण बाहर किया जा रहा है, तो यह न्याय और निष्पक्षता के सिद्धांतों के खिलाफ हो सकता है, खासकर यदि उन्हें नियमों में बदलाव की जानकारी पहले नहीं दी गई थी. यदि पूर्व में एक निष्पक्ष प्रक्रिया के तहत संस्था का चुनाव हो चुका था, तो नया नोटिस जारी करना उस प्रक्रिया का सीधा उल्लंघन है. इससे विभाग की पारदर्शिता और जवाबदेही पर सवाल उठता है. यह बिहार सरकार द्वारा 'किसान सहकारी चौपाल' हेतु नुक्कड़ नाटक के लिए जारी की गई अल्पकालिक निविदा में वित्तीय वर्ष में टर्नओवर की शर्त को ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹30 लाख करना, कलाकारों के लिए निश्चित रूप से उचित नहीं है। इसके कई नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं: छोटे कलाकारों/समूहों का बाहर होना: ₹30 लाख का टर्नओवर छोटे नुक्कड़ नाटक समूहों या स्वतंत्र कलाकारों के लिए एक बहुत बड़ी बाधा है। अधिकांश ऐसे समूह शायद ही इतना टर्नओवर अर्जित कर पाते हैं। इससे वे इस महत्वपूर्ण सरकारी पहल में भाग लेने से वंचित हो जाएंगे। बड़े पूंजीपतियों का एकाधिकार:  इस बढ़ी हुई शर्त का सीधा लाभ बड़े पूंजीपतियों या बड़े प्रोडक्शन हाउस को ...

मुंशी प्रेमचंद जी की सादगी और निष्ठा से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए

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     आज दिखावे की चकाचौंध में सादगीपूर्ण रहने वाले को बेवकूफ समझा जाता है। यही दिखावा  प्रेमचंद जी का जीवन सादगी और संघर्षों से भरा रहा, लेकिन उनकी रचनाएँ कालजयी हैं। 'गोदान', 'कर्मभूमि', 'सेवासदन' और उनकी सैकड़ों कहानियाँ आज भी भारतीय समाज की आत्मा को छूती हैं। उन्होंने जीवन की सच्चाइयों को इतनी गहराई से समझा और लिखा कि उनकी बातें आज भी उतनी ही प्रासंगिक लगती हैं। आज के समय में जब भौतिकता और दिखावा हावी है, प्रेमचंद जी जैसे साहित्यकारों की सादगी और निष्ठा हमें बहुत कुछ सिखाती है। उनकी फटे जूते वाली तस्वीर वास्तव में उनकी आंतरिक समृद्धि और लेखन के प्रति उनकी अटूट निष्ठा का प्रतीक है। यह सत्य है कि उनके साहित्य का उपयोग करके बहुतों ने धन कमाया, लेकिन प्रेमचंद जी की असली विरासत उनके विचार और उनकी कहानियाँ हैं, जो अमूल्य हैं। 

राजेन्द्र नगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर4 पूर्वी ओवरब्रिज के चढ़ने वाली सीढ़ी ठोकरनुमा है, इसे ठीक करें।

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    पूर्व मध्य रेलवे दानापुर के राजेन्द्र नगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर4 पूर्वी ओवरब्रिज के  चढ़ने वाली सीढ़ी ठोकरनुमा है। इस सीढ़ी पर चढ़ने के समय ध्यान देकर स्टेप ऊंचा नहीं उठाया तो ठोकर लगना तय है और ठाकर लगने पर गिरने की पूरी संभावना है। पूरा सीढ़ी में मार्बल्स लगे हुए हैं।स्टेप्स के किनारे जो मुड़ना चाहिए था वो नही मुड़ा हुआ है, जिसके कारण इसके ऊपर चढ़ने वाले यात्रियों को ठोकर लगना तय है।वही दक्षिण दिशा में उतरने चढ़ने वाली सीढ़ी में ठोकर नहीं है, क्योंकि उसके धार मोड़ दिया गया है। मैं दो दिन इस सीढ़ी से चढ़ा और दोनों दिन पैर में जोर से ठोकर लगी।गनीमत थी कि मैं जूता पहने हुए था।मेरे साथ चढ़ने वाले के साथ यही हाल था। आज फिर जब मुझे ठोकर लगी तो मैं रुककर देखा और इसकी फाल्ट समझ आई। ऐसा नहीं है कि रेलवे के जिम्मेवार अधिकारी इस ओवरब्रिज से नहीं चढ़े होंगे या उन्हें ठोकर नहीं लगी होगी ,लेकिन इसे सामान्य बात समझकर इग्नोर कर दिए होंगें। महाशय , यह सामान्य बात नहीं है ठोकर लगने से यात्री घायल भी हो सकते हैं।ठेकेदार को यह काम ऐसे ही छोड़ देने के लिए टेंडर जारी नहीं हुआ होगा। रेलवे ...

बढ़ती गर्मी व लू से बचें।

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    बढ़ती गर्मी और लू से बचने के लिए कुछ साधारण और प्रभावी उपाय यहाँ दिए गए हैं: पर्याप्त पानी पिएं: गर्मी में शरीर से पानी की कमी को पूरा करने के लिए खूब पानी पिएं। प्यास न लगने पर भी हर घंटे थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें। सोडा, शराब या कैफीनयुक्त पेय पदार्थों से बचें क्योंकि ये शरीर को और अधिक निर्जलित कर सकते हैं। हल्के और ढीले कपड़े पहनें: हल्के रंग के, सूती जैसे ढीले कपड़े पहनें जो हवा का संचार होने दें। गहरे रंग के कपड़े गर्मी को सोखते हैं, इसलिए उनसे बचें। घर में रहें, खासकर दोपहर में: दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक जब धूप सबसे तेज होती है, तब घर के अंदर ही रहें। यदि बाहर जाना आवश्यक हो, तो सुबह या शाम के समय जाएं। धूप में बाहर निकलने से बचें: यदि बाहर जाना पड़े, तो छाता, टोपी या दुपट्टे का उपयोग करें और धूप के सीधे संपर्क से बचें। ठंडा स्नान करें: दिन में कम से कम एक बार ठंडे पानी से स्नान करें या अपने चेहरे और गर्दन पर ठंडा पानी डालें। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है। तरल पदार्थ का सेवन करें: पानी के अलावा, नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी, लस्सी, ओआरएस घोल...