Posts

Showing posts from May, 2023

स्वत: संज्ञान (Suo Motu ) को जानें!- प्रसिद्ध यादव।

Image
      संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत सुप्रीम कोर्ट और अनुच्छेद 226 तहत हाई कोर्ट जन हित से जुड़े मुद्दे में स्वत: संज्ञान  को जानें।    जब कोर्ट अपने आप किसी बात या घटना पर संज्ञान लेती है तो उसे स्वत: संज्ञान (Suo Motu Cognizance) कहते है. स्वत: संज्ञान का जिक्र CrPC की धारा 190(1)(c) में किया गया है. इस धारा में बताया गया है की पुलिस अधिकारी के अलावा किसी और से प्राप्त सूचना या स्वयं प्राप्त जानकारी से अगर कोर्ट कार्रवाई करती है तो उसे स्वत: संज्ञान कहा जाएगा. संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत सुप्रीम कोर्ट और अनुच्छेद 226 तहत हाई कोर्ट जन हित से जुड़े मुद्दे में स्वत: संज्ञान ले सकती है. जब कोर्ट को पुलिस के अलावा किसी और से या खुद से कोई जानकारी मिलती है तो वह उस मामले की जांच पुलिस से करवाती है. पुलिस उस मामले की जांच करती है और दोषी को 24 घंटे के अंदर कोर्ट में पेश करती है जिसके बाद कोर्ट उस पर कानूनी कार्रवाई करती है. जिला कोर्ट सिर्फ आपराधिक मामलों (Criminal Cases) का ही स्वत: संज्ञान करती है, क्योंकि सिवल केस में दो या दो से अधिक पक्षों में विवाद होता ह...

धृतराष्ट्र न बने मोदी सरकार !-प्रसिद्ध यादव।

Image
    ब्रजभूषण को बचाने के लिए मोदी सरकार जितनी अंधी, गूंगी, बहरी बनी हुई है , शायद दुनिया में इतना कोई नहीं बना होगा। महिला पहलवान एक महीने से चीख चीख कर ब्रजभूषण के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रही है लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है। पहलवानों ने मेडल को गंगा में विसर्जित करने का निर्णय लिया है और 5 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के झूठे नारे लगाने वाले को शर्म आनी चाहिए। न्याय मांगने के लिए बेटियों को लाठी खानी पड़ेगी, जलील होना पड़ेगा तो धिक्कार है ऐसी न्याय व्यवस्था की। सत्ता के मद में इतना कोई चूर नही हुआ है और, जो भी हुआ है, वो चकनाचूर हुआ है। कानून के समक्ष सब बराबर है।क्या पहलवानों के साथ यह हो रहा है? नारी में कितनी शक्ति है, यह किसी से छुपी हुई नहीं है?वंश के वंश ,राजपाठ तक विध्वंस कर देती है। महिलाओं से ताकतवर आरोपी ब्रजभूषण को कैसे सरकार समझ रही है?यह समझ नहीं आ रहा है। महिला अपने मेडल को गंगा में सिर्फ प्रवाहित करने वाली नहीं है, बल्कि तानाशाही सरकार की अस्थि विसर्जन कर देगी।

थेथरई की हद कर दी केंद्र सरकार ! - प्रसिद्ध यादव।

Image
  जब अपने देश की न्याय के लिए वर्ल्ड संगठन को हस्तक्षेप करना पड़ जाए तो उसे क्या कहेंगे ?थेथरई की हद हो गई। भारत सरकार भारतीय के लिए प्रतिबद्ध है न कि कोई और लेकिन जब थेथरई की पराकाष्ठा हो जाएगी तो दुनिया में डंका नहीं बैंड बजना स्वभाविक है। एक आरोपित,माफिया से इतनी डरती है सरकार और बाबा कहता है कि मिट्टी में मिलाएंगे।दुनिया देख रही है सरकार की दोहरे चरित्र को। मिट्टी में मिलते देर नही लगेगी। शंखनाद हो गया है। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने मंगलवार 30 मई 2023 को भारत के शीर्ष पहलवानों को जंतर मंतर पर प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए जाने और उनके साथ हुए व्यवहार की निंदा की है। कुश्ती की वैश्विक संस्था ने साथ ही चेतावनी दी है कि अगर 45 दिन के भीतर चुनाव नहीं होते हैं कि भारतीय कुश्ती महासंघ  को निलंबित कर दिया जाएगा। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों की जांच का नतीजा अब तक नहीं आने को लेकर भी अपनी निराशा जाहिर की। वैश्विक कुश्ती संस्था ने अधिकारियों से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगे आरोपों की गहन और निष्पक्ष जांच करने का आग्रह किया है। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलि...

नाट्य प्रस्तुति स्थान -कालिदास रंगालय, पटना।-प्रसिद्ध यादव।

Image
  नाट्य प्रस्तुति स्थान -कालिदास रंगालय, पटना। दिनांक 08 जुन 2023 समय संध्या 6.30 बजे। सूत्रधार खगौल ( पटना ) की प्रस्तुति -महासचिव नवाब आलम।        (  नदी का  पानी  ) लेखक - डॉ चतुर्भुज सहाय     निर्देशक - नीरज कुमार कार्यक्रम संयोजक - प्रसिद्ध यादव। कथासार -  नाटक  " नदी का पानी "   यह  एक सामाजिक  नाटक है।इसमें जमींदार द्वारा किसानों पर तानाशाही ,जुर्म को दिखाया गया है। किसानों को खेतों की पटवन के लिए नदी का पानी भी मयस्सर नहीं होता है।जमींदार के मंत्री रहमत और रानी की दरियादिली से किसानों के खेत में नदी का पानी पहुंचता है।मंत्री रहमत किसानों के हित के लिए जानबूझकर मार ख़ाकर लहूलुहान हो जाता है और इसका इल्जाम भूत प्रेत पर लगा कर नाटक में हास्य परिहास दिखाया गया है।पुलिस अधिकारी भूत प्रेत की ट्रेनिंग न लेने की बात कहकर अंधविश्वास पर कटाक्ष किया है। भारत की गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए संघर्षों को दिखाया गया है, जिसे अंग्रेज बलपूर्वक दबाने की हर  कोशिश करता है।नाटक का समापन भारत माता की जयघोष ...

अंतिम इच्छा की कचूमर ! (कहानी )- प्रसिद्ध यादव।

Image
     एक दिन बेचू साव अपने पुत्रों को बुलाकर कहा -" बेटा ! मेरी एक अंतिम इच्छा है कि की मेरी मृत्यु के बाद मेरा अंतिम संस्कार पटना बांस घाट गंगा तट पर किया जाए।" पुत्रों ने सहमति जताई लेकिन स्वलिये लहजे में कहा कि हमलोग मनेर के आसपास के लोग हल्दी छपरा जाते हैं ,वहां गंगा सोन की संगम है।यह ज्यादा शुभ है।" पिता " तुमलोगों को कहना ठीक है लेकिन पटना बांस घाट की बात ही कुछ अलग है, वहां बड़े बड़े लोगों का अंतिम संस्कार होता है और हमारे देशरत्न राजेंद्र बाबू के भी समाधि वही है।" पुत्र समझ गए। साव जी बड़ी नेक दिल इंसान थे।गांव जेवार में जब कभी किसी चीज की जरूरत होती साव जी के दरवाजे चले आते ।साव जी कभी निराश भी नहीं करते।वे एक धर्म परायण व्यक्ति भी थे।  गांव में साल में कुछ न कुछ धार्मिक अनुष्ठान होते रहते थे।गांव में इसी बहाने खान पान होते रहता था। साव जी गांव में बाहर कहीं जाते "" राम - राम "से अभिवादन होता था। एक दिन साव जी के अंतिम दिन आ गया और स्वर्ग सिधार गये।चारों तरफ शोक की लहर फैल गई, आसपास को अंतिम दर्शन व अंतिम यात्रा के लिए जुट गए। अंतिम यात्रा ह...

जब बदहाल ही बेमिसाल है-प्रसिद्ध यादव।

Image
    तब बदहाल किसे कहते हैं ! महंगाई चरम पर, बेरोजगारों की फौज  दुष्कर्मियों, हत्यारों की मौज । ढ़ोंगलीला ,आडम्बर ,दिखावा,छलावा  किसानों के छाती पर गाड़ी की पहिया  महिला पहलवानों को सड़क पर घसीटा  साधु संत अब कर रहे दुष्कर्म  मंदिरों की जगह सलाखों में पहुंचा  काला धन वापस की जगह  उजला धन फुर्र ! वाह रे चौकीदार बेमिसाल ! बिकती राष्ट्र संपदा  यारों पर हैं कुर्बान  जुमले पर चढ़ कर आई देश की विपदा । अयोध्या में राम की जमीन की भी की दलाली  सच ही कहता था - व्यापार मेरे खून में है । नफरत के बीज है दिन रात बोता  रंगा बिल्ला के आगे कैसे  नतमस्तक है  लाल काला खड्डा। मदारी का खेल देखा दुनिया  साष्टांग करता सर पटक  कभी भंगी के पांव पखारे  कभी टैगोर के रूप बनाये  कभी बजरंगबली के गदा उठाये  कभी बुद्ध के दे दुहाई  सेना शहीद हो जाये हेलीकॉप्टर बिना  ढोंगी चढ़कर मौज उड़ाये । सोचो ऐसे निर्दयी को कौन सी सबक सिखाएं?  जब बदहाल ही बेमिसाल है  तब बदहाल किसे कहते हैं !

भारतीय नृत्य कला मंदिर में शुरू हुआ चित्रकला प्रदर्शनी।-प्रसिद्ध यादव।

Image
   कला संस्कृति मंत्री जितेंद्र राय ने किया उद्घाटन। जीवन जीने की कला भी कला ही है!- चित्रकार  रीता शर्मा। बिहार के कला संस्कृति मंत्री जितेंद्र राय भारतीय नृत्य कला मंदिर में चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।इस प्रदर्शनी में चर्चित चित्रकार और  पटना  आर्ट कॉलेज की प्रधायापिका रीता शर्मा की चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई है जो 3 जून तक रहेगा और यह निशुल्क है। मंत्री जितेंद्र राय ने कहा कि बिहार सरकार  कला संस्कृति के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेगी।  निदेशक वीरेंद्र कुमार ने भी कला को बढ़ावा देने की बात कही। रीता शर्मा ने कहा कि  जीवन जीने के कला भी कला ही है।कलाकार को सिर्फ तकनीक को ही नहीं मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी समाज में घटित घटनाओं को संवेदनशील हो कर सृजनात्मक रूप से दर्शाने की कोशिश करनी चाहिए।आज के दर्शक ,दर्शक और दार्शनिक दोनों है। कला संस्कृति विभाग के सचिव वंदना प्रेयशी ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। इनके द्वारा ही धन्यवाद  दिया गया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्याम रजक,गौतम राणा ,  पटना आर्ट कोलेज ...

मगध रंग लाईफ टाइम अचीवमेंट सम्मान से सम्मानित हुए वरिष्ठ रंगकर्मी नवाब आलम

Image
  पटना। माध्यम फाउंडेशन,पटना की ओर से रविवार को पटना के कालिदास रंगालय में आयोजित एक समारोह में वरिष्ठ रंगकर्मी/ निर्देशक नवाब आलम को मगध रंग लाईफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड 2023 से नवाजा गया है। यह सम्मान उन्हे पिछले 42 वर्षों से बिहार रंगमंच के विकास में यथेष्ठ योगदान हेतु प्रदान किया गया है। उल्लेखनीय हो कि नवाब आलम को इसके पूर्व भी कला संस्कृति के क्षेत्र में इनके अथक परिश्रम और त्याग के फलस्वरूप वर्ष 2019 20 में कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार ने बिहार कला पुरस्कार के अंतर्गत भिखारी ठाकुर वरिष्ठ पुरस्कार( रंगमंच) से सम्मानित किया है। इसके अतिरिक्त इन्हे विभिन्न संस्थाओं द्वारा अलग अलग पुरस्कार/ सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। श्री आलम बिहार कला श्री पुरस्कार वर्ष 2004, स्व प्रोफेसर राम नारायण पाण्डेय शिखर सम्मान वर्ष 2004,बचनी देवी स्मृति सम्मान 2006, राजभाषा सम्मान 2013, रंगोली म्यूजिकल ग्रुप सेवा सम्मान 2015 आदि सम्मान से भी नवाजे जा चुके हैं। उनके इस सम्मान से खगौल के रंगमंच ,सभी कलाकारों , रंग प्रेमियों और आम जनता का मान बढ़ा है। गौरतलब है कि सूत्रधार एक प्रसिद्ध नाट...

संसद का लोकार्पण देश के प्रथम नागरिक के सलाहकार करेंगे।- प्रसिद्ध यादव।

Image
          देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति होते हैं और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के नेता पीएम इनके सलाहकार होते हैं। विपक्ष इसी बात की विरोध कर रहा है कि देश के प्रथम नागरिक के होते इनके सलाहकार संसद का लोकार्पण करेंगे?  देश के वरीयता क्रम  इस प्रकार है 1- राष्ट्रपति  2- उपराष्ट्रपति  3- प्रधानमंत्री 4- अपने राज्यों में राज्यपाल 5- पूर्व राष्ट्रपति 5 (A) – उप प्रधानमंत्री 6- भारत का मुख्य न्यायाधीश (CJI), लोकसभा अध्यक्ष 7- केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, नीति आयोग का उपाध्यक्ष, राज्यसभा व लोकसभा में बिपक्ष के नेता, अपने राज्यों में मुख्यमंत्री 7 (A)- भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति  8 – राजदूत, भारत द्वारा मान्यता प्राप्त राष्ट्रकुल देशों के उच्चायोग, अपने राज्य से बाहर राज्य के राज्यपाल व मुख्यमंत्री 9 –  सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश 9 (A) – मुख्य चुनाव आयुक्त, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक। राष्ट्रपति देश का सर्वोच्‍च संवैधानिक पद है। उनके पास कई तरह की शक्तियां होती हैं। राष्ट्रपति की शक्तियों में कार्यकारी, विधायी, न्यायपालिका, आपातकालीन ...

दिवंगत नीरज मुखिया के पत्नी को न सहानुभूति मिला न भाजपा के सम्राट चौधरी का साथ !-प्रसिद्ध यादव।

Image
       फुलवारी शरीफ के पंचायत संख्या 2 में विगत वर्ष नीरज मुखिया के हत्या के बाद उप चुनाव 25 मई को हुआ ।  दिवंगत मुखिया के लोगों को लगा कि सहानुभूति मिलेगी और 2000 से अधिक मत मिले लेकिन जीतने के लिए नाकाफी था । उज्ज्वल की माँ को 2800 से अधिक मत प्राप्त हुआ। इस चुनाव में दिवंगत के बड़े भाई की तस्वीर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर सम्राट चौधरी को गुलदस्ता देते वायरल हो गया। यह तस्वीर तकदीर पर ग्रहण लगा दिया। राजद माले के मतदाता को लगा कि इसे वोट देने का मतलब है कि अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारना है, जबकि प्रतिद्वंद्वी अनंत सिंह के साथ पकड़कर राजद के समर्थक होने का सबूत दे दिया। भाजपा के समर्थन करने वाले भूमिहार जाति से भी गये और राजद माले समर्थक से भी। नीरज मुखिया बनने के बाद जदयू के साथ रहने लगे जो भाजपा के गठबंधन था। जबकि जीत हुई थी राजद माले के समर्थन से। गठबंधन के लोग ठगे महसूस करने लगे। विधानसभा चुनाव में ही माले उम्मीदवार गोपाल रविदास के लिए मुझसे नोकझोंक हो गया था, लेकिन छोटा भाई समझकर गीले शिकवे भूलकर  आशीर्वाद देते रहा था।हत्या के बाद सबसे अधिक विरोध मैं...

जिसे अपराधबोध नहीं हो, उससे दूर रहना चाहिए। -प्रसिद्ध यादव।

Image
  एक मनोवैज्ञानिक विश्लेषण! अपराध किसी से भी हो सकता है लेकिन इस बोध को कोई स्वीकार कर ले तो वो अपराध क्षम्य है। अगर किसी को अपराध करने पर इसका बोध नहीं हो तो वैसे लोगों से सदैव दूर रहें क्योंकि उससे किसी तरह की खतरा हो सकता है। अपराधी के अपराध उसके चेहरे पर चीख चीख कर कहता है और ये है उसके लक्षण - इमोशन (शर्म) - शर्म  एक कष्टमय, सामाजिक भावना है जो आदर्श सामाजिक मानक के साथ स्वयं की स्थिति की तुलना के संदर्भ में हो सकती है। एंग्जाइटी  -एंग्‍जायटी यानी  चिंता  इंसान को मानसिक और शारीरिक रूप से झकझोर कर रख देती है। इसमें व्‍यक्‍ति का आत्‍मविश्‍वास कम हो जाता है और घबराहट महसूस होती है।  तिरस्कार (humiliation) - अपमान  अभिमान का अपमान है , जो वैराग्य पैदा करता है या दीन होने या नीचता या अधीनता की स्थिति की ओर ले जाता है । यह एक ऐसे व्यक्ति द्वारा अनुभव की जाने वाली भावना है जिसकी सामाजिक स्थिति , या तो बलपूर्वक या स्वेच्छा से, बस कम हो गई है। कुंठा (frustration) - कुंठा ( Frustration ) से ग्रस्त किसी भी उ...

बिहार संगीत नाटक अकादम व ललित कला अकादमी के शीघ्र गठन हो! - नवाब आलम।

Image
      राजद कला और संस्कृति प्रकोष्ठ का प्रतिनिधि मंडल आज सूबे के कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार के मंत्री जितेंद्र कुमार राय से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल में जिला अध्यक्ष एवं भिखारी ठाकुर पुरस्कार वरिष्ठ रंगमंच से सम्मानित चर्चित नाट्य संस्था सूत्रधार के महासचिव नवाब आलम अधिवक्ता, राजद कला संस्कृति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रो बिनोद कुमार एवं पूर्व मंत्री गौतम सागर राणा शामिल थे। नवाब आलम ने कला संस्कृति एवं युवा विभाग विभाग बिहार सरकार के द्वारा किए गया कार्यों के लिए माननीय मंत्री को बधाई दी। साथ ही बिहार संगीत नाटक अकादमी,ललित कला अकादमी के शीघ्र गठन के मुद्दे पर भी बात की। पिछले कई सालों से सांस्कृतिक संस्थाओं को मिलने वाली सहायता और बिहार कला पुरस्कार की प्रक्रिया में भी तेजी लाने की मांग की। नवाब आलम बिहार में कला संस्कृति के बढ़ावा देने के लिए लगातार संघर्षरत हैं।पूर्व कला संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम से मिलकर खगौल में एक प्रेक्षागृह बनाने के लिए फाइल को आगे बढ़ाया था,लेकिन कुछ दिनों के बाद सरकार गिर जाने के कारण काम रुक गया।विगत...

समानता का अधिकार को जानें ! -प्रसिद्ध यादव।

Image
      यह दया नहीं ,मौलिक अधिकार है ! इस अधिकार का जानकारी हर नागरिक को जरूरी है और जो पढ़े लिखे नहीं हैं, उन्हें बताना चाहिए। अधिकारियों को भी इस अधिकार को जनता को सुनिश्चित करने का हर  सम्भव प्रयास होना चाहिए।  समानता का अधिकार  जिसमें कानून के समक्ष समानता, धर्म, वंश, जाति लिंग या जन्‍म स्‍थान के आधार पर भेदभाव का निषेध शामिल है, और रोजगार के संबंध में समान अवसर शामिल है । समानता का अधिकार सबसे बुनियादी और महत्वपूर्ण अधिकार है। भारत का संविधान अपने सभी नागरिकों को समानता के अधिकार की गारंटी देता है। इसका मतलब यह है कि प्रत्येक भारतीय नागरिक कानून के समक्ष समान है और उसे अन्य सभी के समान अधिकारों और विशेषाधिकारों का आनंद लेने का अधिकार है। यह मौलिक अधिकार संविधान के अनुच्छेद 14 में निहित है। इस लेख में, हम चर्चा करेंगे कि समानता के अधिकार से हमारा क्या मतलब है और यह भारत में कैसे लागू होता है समानता का अधिकार सबसे बुनियादी और महत्वपूर्ण अधिकार है जो हर इंसान के पास होता है। इसका अर्थ है कि सभी लोग कानून के समक्ष समान हैं और जीवन में ...

रामपुर फरीदपुर पंचायत चुनाव का पूर्वानुमान! कितना काम आए दिवंगत के सम्राट चौधरी?- प्रसिद्ध यादव।

Image
   फुलवारी प्रखंड के रामपुर फरीदपुर पंचायत में मुखिया पद के लिए उप चुनाव शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ। कुल 66 फीसदी मतदान हुआ। यह चुनाव नीरज मुखिया के हत्या के बाद हुआ। इसमें दो प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला हुआ।एक दिवंगत मुखिया की पत्नी और दूसरे उज्वल शर्मा की माँ। दिवंगत की पत्नी की सहानुभूति वोट की आसार थी। इनके वोटर राजद माले के समर्थक थे।नीरज खुद जदयू की राजनीति करते थे लेकिन जैसे ही बिहार प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी  बने कोइरी कुशवाहा के मानो पर लग गए।मानो लगने लगा कि अब सीएम की कुर्सी मिल गई। गांव देहात से जाकर लोग सम्राट को बधाई देने लगे ।दिवंगत मुखिया के बड़े भाई भी मिले और fb पर तस्वीर डाल दिया। इसके बाद वंचित समाज की नाराजगी बढ़ गई और उसका परिणाम मतदान में दिखाई दिया। सम्राट कितना मदद किये वो तो वही जानें लेकिन नुकसान इतना हुआ कि जिसकी भरपाई असम्भव है। पिछड़े दलित वोटर सुस्त हो गए।विगत चुनाव में नीरज मात्र 38 वोट से जीते थे, जबकि भूमिहार उम्मीदवार 5 -6 थे।इसबार 1-1 यानी कुल दो उम्मीदवार हैं।कुल मिलाकर उज्वल की माँ की पलड़ा भारी लग रहा है और यह चुनाव 500 से अध...

ढोंगी को सुरक्षा चक्र, गोल्डमेडलिस्ट को लाठी! -प्रसिद्ध यादव।

Image
         संवैधानिक विरोधी बात करने वाले को सुरक्षा व मेडल जीतने वाली को पिटाई। संविधान की आत्मा को कोई नहीं बदल सकता है। भाजपा की सरकार सब के साथ, सबके विकास की नमूना दिखा रही है। जो दिन रात घूम घूम कर असंवैधानिक बातें कर रहा है, नफरत ,द्वेष फैला रहा है, ढोंग ,आडम्बर रच रहा है, उसे y श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है और जो बेटियां देश के लिए मेडल जीतकर लाई हैं, उन्हें शोषण,दोहण किया जा रहा है और आवाज उठाने पर लाठियों से पीटा जा रहा है । वाह रे !बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ के जुमले  गढ़ने वाले। जिस किसानों के खून पसीने से परजीवियों के भी पेट भर रहा है, उस किसानों के छाती पर मंत्री के बेटे गाड़ी चढ़ा रहा है। बागेश्वर धाम के पुजारी  पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री  को  Y कैटेगरी सुरक्षा  दे दी गयी है. मध्य प्रदेश सरकार के गृह मंत्रालय ने इस संबंध में  आदेश जारी  कर दिया है. पिछले कुछ दिनों से धीरेन्द्र शास्त्री को लगातार धमकी मिल रही थीं और उनके बयान  पर विवाद खड़े हो रहे थे. सरकार के इस फैसले के पीछे यही वजह मानी जा रही है. पं...

फुलवारी नगर परिषद में हुआ अम्बेडकर परिचर्चा।-प्रसिद्ध यादव

Image
    अम्बेडकर के सपनों को साकार किये लालू यादव-डॉ उर्मिला ठाकुर।  राजद के निर्देशानुसार फुलवारी शरीफ नगर परिषद में अम्बेडकर परिचर्चा हुआ।इस सभा की अध्यक्षता  राजद नगर अध्यक्ष मो राहिल उर्फ गोल्डन व संचालन ई आफ़ताब आलम ने किया ।इस सभा के मुख्य अतिथि प्रदेश राजद प्रवक्ता व खगौल मगध महिला कॉलेज की प्रधायापिका डॉ उर्मिला ठाकुर ने अम्बेडकर पर विस्तृत चर्चा करते हुए बताई की अम्बेडकर ने संविधान में गरीब गुरबों का अधिकार संविधान में दिया ,जिससे गरीब आज सर उठाकर चल रहे हैं।अतिथि ई बनवारी यादव ने बताया कि अम्बेडकर इतने विद्वान होते हुए भी छुआछूत के दंश को झेले थे।इसलिए इस देश का वंचित लोग इस दंश को न झेले। इस कार्यक्रम में कौशर खान , जिला प्रधान महासचिव अफरोज आलम ,दिनेश रजक भी मौजूद थे ।प्रसिद्ध यादव ने कहा कि संविधान की ताकत को पहचानें ,कोई शोषण ,दोहण नहीं करेगा । दिनेश पासवान, शैलेश यादव ,चट्टान सिंह, टिंकू यादव, संदीप कुमार ने कहा कि भाजपा लोगों को  गलत ट्रेन में बैठाने का प्रयास कर रही है। शेखर यादव, मो इकबाल अहमद ने भी सभा को संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन ध्रुव यादव ने ...

अक्ल के अंधा न बनकर , संविधान की ताकत को समझें !-प्रसिद्ध यादव।

Image
   आज लोकसभा में 131 सदस्य sc st के हैं।इसमें 84 sc के और 47 हैं। भारत के विधानसभाओं में 4120 सदस्यों में से 1168 सीटें sc st के हैं बिहार विधानसभा में 243 में से 38 sc और 2 st के लिए हैं।ये सब संविधान से मिला  न कि किसी बाबा के चमत्कार या घंटा बजाने से मिला है लेकिन अभी भी कुछ लोगों को लगता है कि ढोंगियों के भभूत , कोई भगवान, देवी देवता की कृपा से और ताबीज़ से जीवन में बदलाव आ जायेगा तो वो निश्चित रूप से अक्ल का अंधा है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 341 (Article 341) की। अनुच्छेद-341 में राष्ट्रपति को यह अधिकार दिया गया है कि वह विभिन्न जातियों और कबीलों के नाम एक विशेष सूची में शामिल कर दें।  1950 में तत्कालीन राष्ट्रपति ने एक अध्यादेश के जरिए एक अनुसूची जारी की, जिसमें पिछड़ी जातियों या जनजातियों के भागों को शामिल किया गया था। बाद में इन सूचीबद्ध जातियों और जनजातियों को ही अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति कहा गया।  इस अनुच्छेद में दो मुख्य प्रावधान हैं, पहले क्लॉज में बताया गया है कि राष्ट्रपति राज्य या केंद्र शासित प्रदेश की किसी जाति को सार्वजनिक अधिसूचना के ...

आदमी के स्पर्श मात्र से वस्तुएं कैसे अपवित्र हो जाता है ?-प्रसिद्ध यादव।

Image
     संविधान के अनुच्छेद 17- अस्पृश्यता का उन्मूलन: अस्पृश्यता का अंत किया जाता है और किसी भी रूप में इसका अभ्यास वर्जित है। धर्म के ठेकेदारों इस सवाल का जवाब आज भी वंचितों पूछते हैं।खून का एक ही रंग,एक ही मिट्टी, हवा, पानी फिर वंचित अछूत कैसे ? इसे ढोंग,आडम्बर नही तो और क्या कहें ? मेरा उपजाया हुआ अन्न,सब्जियां, दूध,घी,माखन मलाई,बुने हुए कपड़े , खोदे गये कुएं, तालाब आदि क्यों नहीं छूत हुए ? मनुवादी अपनी सुविधा के अनुसार आदमी को छूत और उपयोग के समान को अछूत माना। आपके स्पर्श मात्र से‌ व्यक्ति और‌ वस्तुएं अपवित्र हो जाती है। सबसे कठिन और श्रमयुक्त काम करने के बाद भी आपका समाज और अर्थ में रेखांकन शून्य है। बालक भीम को यह बात खटकती तो होगी।मन में अपमान और ग्लानि का भाव तो आता ही होगा। मगर इन सबके बावजूद अंबेडकर पढ़ना नहीं छोड़ते, बल्कि कभी-कभार शिक्षक से जाति और पढ़ाई के सवाल पर झगड़ पड़ते हैं। यह अंबेडकर की विशेषता हैं कि वो जीवन में बहाने नहीं तलाशते और‌ ना ही बेवजह सवाल खोजते हैं,उनका ध्येय बस जवाब पाने के लिए डट जाना हैं। तभी घर से टाट-पट्टी ले जाकर पढ़ने वाला बच्चा आगे न...

संविधान के अनुच्छेद 51 ए को जानें !- प्रसिद्ध यादव।

Image
       पिछले सात दशकों में भारत ने आणविक जीव विज्ञान, कृषि/फार्मास्यूटिकल विज्ञान और ठोस-अवस्था रसायन विज्ञान जैसे अनुसंधान क्षेत्रों में महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रगति की है। भारत ने अंतरिक्ष, परमाणु विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी सराहनीय छलांग लगाई है। संसद ने 42 वें संशोधन के माध्यम से संविधान के अनुच्छेद 51 ए में एक कर्तव्य को शामिल करके वैज्ञानिक दृष्टिकोण का प्रचार करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया, जो प्रत्येक नागरिक के कर्तव्य के रूप में वैज्ञानिक दृष्टिकोण में विकास करने को कहता है। लेकिन भारत न केवल जनता के बीच, बल्कि स्वयं वैज्ञानिकों के बीच भी वैज्ञानिक साक्षरता का प्रचार करने में विफल रहा है और इस प्रकार वैज्ञानिक प्रवृत्ति केवल एक उच्च आदर्श बनकर रह गई है और समाज में नहीं फैल पाई है। साथ ही ऐसा लगता है कि भारत अपने इच्छित मार्ग से भटक गया है और 1960 के दशक की शुरुआत में आधुनिक विज्ञान की मजबूत नींव रखने के बावजूद संवैधानिक मूल्यों की कीमत पर प्रतिगामी धर्म आधारित राजनीति का मार्ग प्रशस्त किया है। वैज्ञानिक सोच - दैनि...

आज 41 वां साल गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया।-प्रसिद्ध यादव।

Image
  तेरे पास है तो मुझे क्या कमी है! समय चक्र अपने गति से चलते रहता है।हमारी उम्र बीतते रहती है।पति पत्नी का संबंध जीवन की ऐसी दो धुरी है कि बहुत बैलेंस के साथ चलना पड़ता है। दोनों धुरी को एक दूसरे का खयाल रखना पड़ता है।इसमें न कोई छोटा ,न बड़ा होता है।एक दूसरे के मान सम्मान का भी ख्याल रखना पड़ता है। किसी पुत्री के पिता बड़ी भरोसे के साथ अपनी पुत्री की हाथ आपके हाथों में देते  हैं और इस भरोसे को आजीवन रखना पड़ता है।कभी आप ससुराल जाते हैं, ससुराल वाले अपने सामर्थ्य से अधिक आपका खयाल रखते हैं।क्यों ? ताकि आप भी उसकी फूल को खयाल रखें। अगर इन बातों का एहसास रखते हैं तो मेरा दावा है कि आपकी गृहस्थ जीवन पर कभी भी किसी की कुदृष्टि नहीं लगेगी। लेकिन मन को जहां चंचल कर दिए तो जीवन में अंधकार आना तय है। पत्नी आपके खाने पीने से लेकर कपड़े लते तक खयाल करती है तो आपका भी फ़र्ज़ बनता है कि उसे भी खाने पीने के लिए पूछें, कहीं सैर सपाटे पर जाएं। प्यार से, मुस्कुराकर बात करने में पैसे नहीं लगते हैं, लेकिन इस मामले में अधिकांश लोग कंगाल हैं। पति पत्नी में नोकझोंक होते रहती है लेकिन हास्य परिहास भी जरूरी ...

झूठ जल्द ही जमींदोज हो जाती है।

Image
     वो झूट बोल रहा था बड़े सलीक़े से  मैं ए'तिबार न करता तो और क्या करता  - वसीम बरेलवी।     झूठ अल्पायु होती है।लेकिन लोग सच छुपाने के लिये बहाने बनाकर झूठ पर झूठ बोलते हॅ ।झूठ बोलने वाले के चरमसीमा तक सुनना चाहिए। बहाना बनाकर झूठ बोलने वाला व्यक्ति यह समझता हॅ कि हम जिससे झूठ बोल रहे हॅ वह नादान हॅ बेवकूफ हॅ लेकिन जब दुसरे व्यक्ति को सच पता लगने लगता हॅ और वह झूठ बोलने वाले व्यक्ति कि क्षमता देखता हॅ।झूठ का एक पहलू यह भी हॅ कि जब हम किसी व्यक्ति को झूठ बोलते हॅ और जब हमें इस बात का एहसास होता हॅ तो उस एहसास के होने से पहले ही दुसरा व्यक्ति हम पर भरोसा करना छोड चुका होता हॅ ।चाहे वो आत्मसमर्पण हीं क्यों न कर ले। झूठा झूठ की साक्ष्य जुटाने में इतना दलदल में फंस जाता है कि फिर उसे वहां से निकलना मुश्किल हो जाता है।यही साक्ष्य उसके गले का फ़ांस बन जाता है। तथ्य के आगे कोई कथ्य काम नहीं आता है। झूठे तसल्ली दिल को कभी न दें ,सच रौंद देता है।झूठ के हजारों शब्द सच के एक शब्द भारी पड़ जाता है।

फुलवारी में हुई अम्बेडकर परिचर्चा !- प्रसिद्ध यादव।

Image
       भाजपा हिन्दू धर्म के नाम पर संविधान हटाने का कुचक्र रच रहा है - प्रसिद्ध यादव  मुख्य वक्ता। 21 मई को फुलवारी शरीफ प्रखंड के  प्रखंडिये अम्बेडकर परिचर्चा  , कुरथौल में  हुआ।  सबसे पहले बाबा साहेब अंबेडकर की तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया।इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता  अम्बेडकर पर चिंतन करने वाले प्रसिद्ध यादव ने  अम्बेडकर की विद्वता को अद्वितीय बताया। अम्बेडकर की देन है कि भारत में इंसान  इंसान का दर्जा पाया वरना इससे पहले मनुष्य जानवर से भी बदतर था।  जो समता की बात करता है, भाईचारा, समाजवाद की बात करता है वो संविधान मनुवादियों को खटकता है।भाजपा को मनुसंहिता चाहिए, जिसमें 90 फीसदी लोगों को अपने पैरों की जूती समझे ,आदमी की छाया से भी ढोंगियों के धर्म नष्ट हो जाये । हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले संविधान विरोधी, देश द्रोही है, उस पर भी न्यायालय को संज्ञान लेना चाहिए।संदीप कुमार ने संविधान की धारा 340 और 341 की व्यापक रूप से व्याख्या किया। आरएसएस मनुवाद के विरासत के लोग हैं । तथाकथित बाबाओं मनुवाद का सेफ्टी वॉल्व...

10 गधों के बीच रहने से अच्छा है , अकेले रहें !- प्रसिद्ध यादव।

Image
   घर में आस्तीन के  सांप न पालें  ! " पैंसठवा के घर पूछ रहे हो !" एक सम्मानित व्यक्ति के घर के पता कुछ मेरे मित्र ताश खेल रहे रईस के  औलाद से  पूछा और उसका जवाब यही था।यह वाकया मेरे मित्रों ने सुनाया ।तब लगा कि उस मित्रों के ही थोबड़ा तोड़ दें, जो नपुंसक की तरह ये बात सुनकर मुझे सुना रहा था। मैंने कहा कि अगर उस जगह पर मैं होता तो उसके थोबड़ा वही तोड़ देता, परिणाम चाहे जो होता।ये सामंती मिजाज अभी कम नहीं हुआ है। " अहीर समझावे सो मर्द , कोइरी के बुद्धि कियारी भर  " आदि अनेक कहावतें समन्तियों द्वार बोला जाता है । दलित महादलित के लिए और गंदे शब्दों का प्रयोग आज भी होता है। इसके बावजूद भी लोग मनुवादियों के पालकी ढो रहा है, जयकारा कर रहा है तो समझिए आप घर में सांप पाल रहे हैं।मेरे चाचा डीआरएम कार्यालय, दानापुर में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी थे और पूरा कार्यालय मनुवादियों से भरा होता था । उन्हें ट्रोल करते हुए कहता था, " का  गोवार! करुआ तेल के दाम गिर गया है क्या ? कपड़ा के भाव गिर गया है क्या ? " जब वो माथे में तेल लगाकर जाते,जब कभी नए कपड़े पहनकर जाते ,लेकिन चाच...

जीवट बाबा , पुजारिन व मधुमक्खी !

   फॉलो अप ख़बर ! महम्मदपुर ब्रह्मबाबा के बट पूजा की घटना अफसोसजनक व चिंतनीय है।जो घटना होना था वो हो गया, उस पर ज्यादा कुछ लिखने की जरूरत नहीं है लेकिन घटना के बाद भी पंडित जी के, पुजारिन की और मधुमक्खी की जीवटता गज़ब की थी।तीनों अपने अपने काम में अरे हुए थे।अब किसकी जीत हुई और किसकी हार ये अपनी अपनी नजरिया है। मधुमक्खी के आतंक से भी पंडित जी नही डरे और ना ही पति की लंबी उम्र की कामना करने वाली महिलाएं। इस जंग में पंडित जी और सुहागिनों की जीत हुई। सनातन धर्म की जय !पंडित जी महाराज की जय ! घायल पंडित जी पानी से खूब नहाए और पूर्ण सेफ गार्ड के साथ पूजा स्थल पर गये, पोथी पथरा, झोला झकर जमा किये और पुनः कथा शुरू हुआ।इस बार मधुमक्खी रानी साइलेंट मोड में थी और लक्ष्मी चहक रही थी, नई सुहागिनों की आगमन शुरू हो गई।इस बार पूर्ण रूप से एहतियात बरती गई थी, बिना होम के काम चल रहा था।कुछ समय में ही भीड़ इकठ्ठे हो गई।अनेक महिलाएं पूर्व की घटनाओं से अनभिज्ञ थी, वो बाद में आई थी।नई महिलाएं पंडित जी के कानून को तोड़ दी और दूसरी तरफ होम शुरू कर दी।इस बीच पहले से आई महिलाएं मना कर रही थीं लेकिन वो सु...

2000 हजार के नोट की 8 साल की अल्पायु होगी !-प्रसिद्ध यादव।

Image
     ये नोट जरूरत मंद लोगों में बांट दें।न नीचे वाले से डर न ऊपर वाले से।  आरबीआई ने  बाजार में 2000 हजार के नोट के दुर्लभ दर्शन का इंतजाम कर दिया है। आम आदमी के इसके।दर्शन के लिए आंखें तरस गयी थी, पॉकेट में रखना दूर की बात थी।30 सितंबर इसका एक्सपायरी डेट होगा।यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन कयास ऐसे लगाए जा रहे हैं। काला धन वाले कुबेर की बीपी जरूर बढ़ गई होगी। अब बैंकों में इन पैसों की जमा करने वाले कि भीड़ होगी और बाजार सुलभ दर्शन होंगे। इसपर आर्थिक अपराध ईडी, अपराधियों की कड़ी नज़र रहेगी।एक से बचे तो दूसरा और दूसरा से बचे तो तीसरा हाथ साफ कर देगा। जमीन के कारोबार बूम करेगा और यही बूम सलाखों में पहुंचा देगा।जो जितना होशियार, वो उतना सलाखों के करीब होगा। साक्ष्य चीख चीख कर कहता है कि यह काला धन है और काले धन वाले के मुंह पर कालिख पोतना तय है। मेरा सलाह होगा कि ये नोट जरूरत मंद लोगों में बांट दें।न नीचे वाले से डर न ऊपर वाले से और मुफ्त में दुआ भी मिलेगी।रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने शुक्रवार को एक अहम फैसला लेते हुए 2000 रुपये के नोट वापस लेने का फैसला किया. आरबीआ...

मानसिक गुलामी से मुक्ति जरूरी है! - प्रसिद्ध यादव।

Image
   चाहे किसी को लाख आज़ादी मिल जाये ,लेकिन वो मानसिक रूप से गुलाम है तो उसके लिए आज़ादी कोई काम की नहीं है। कौन कौन सी मानसिक गुलामी है। आर्थिक आजादी,सामाजिक आजादी,सामाजिक न्याय आज भी दिवास्वप्न है। लकीर के फ़क़ीर बने रहना ,सच बोलने की साहस न करना,लज्जा, संकोच करना ,बिना तर्क,एक्सपेरिमेंट को कोई चीज मान लेना, भेड़िए की चाल चलना ,किसी के हाँ में हाँ मिलाना, डरपोक, कायर होना आदि मानसिक गुलामी के लक्षण है।  ऐसे गुलामगिरी करने वाले से दूर रहना चाहिए । संघर्ष जीवन का वो हिस्सा है, जिससे मंजिल पाई जा सकती है। स्वतंत्र भारत में अम्बेडकर ,शहीद जगदेव बाबू, चंदापुरी  इसके प्रमाण हैं।इससे पूर्व गुलामगिरी से मुक्ति के लिए महात्मा बुद्ध ने ज्ञान दिया था ।पूरी दुनिया इनके ज्ञान के काहिल हैं लेकिन हम आज भी मनुवादियों के चंगुल में है। पेरियार, ज्योति बा फुले ने तो गुलामगिरी पुस्तक ही लिख दिए थे, जिसे हर भारतीय को पढ़ना चाहिए।  ' गुलामगिरी ' पुस्तक की सार इस तरह है -   "इसमें उन्होंने धार्मिक हिंदू ग्रंथों, अवतारों और देवताओं के साथ-साथ ब्राह्मणों और सामंतों के वर्चस्व को नए...

कथा जाये भांड में , पहले जान बचे!- प्रसिद्ध यादव।

Image
   सावित्री बट पूजा में मधुमक्खी ढाया कहर!  फुलवारी शरीफ के खगौल बाबूचक मुख्य सड़क पर महम्मदपुर में एक बट बृक्ष है, जिसे ब्रह्मबाबा के नाम से लोग जानते हैं। आज बट पूजा, सावित्री पूजा है।सुबह 5 बजे से ही महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए बट पूजा कर रही थी, पेंड़ की परिक्रमा कर रही थीं। लखनिबीघा कि पंडित जी अपने पुत्र के साथ पूजा स्थल पर विराजमान थे और कथा कह रहे थे। होम शुरू हुआ, धुंआ धुंआ हो गया तबतक 100 से अधिक महिलाएं जुट गई थी और छोटे छोटे बच्चे भी थे। धुआं जाकर बट बृक्ष के मधुमक्खी के छत्ते में लग गई फिर इसके बाद क्या हुआ होगा ? आप सहज समझ सकते हैं। हजारों मधुमक्खी सुहागिनों पर टूट पड़ी ,बाप बाप की चीत्कार होने लगा।पंडित जी भयावह स्थिति को भांप गए पुत्र सहित दान दक्षिणा छोड़कर महम्मदपुर गांव की ओर भागे लेकिन मधुमक्खी असली दुश्मन को पहचान गया था, हजारों मधुमक्खी बाप बेटे को काटने लगा ,गमछी के घूंघट भी ओढ़ लिए थे,लेकिन घूंघट में घुसकर काटा।आगे आगे पंडित जी, पीछे पीछे मधुमक्खी रानी पंखा हिला रही थी। सड़क पर एक छोटी बच्ची में इतनी लुझ गयी कि बेचारी सड़क पर ही लौटने लगी,कोई पा...

फुलवारी में 21 मई को होगी अम्बेडकर परिचर्चा !- प्रसिद्ध यादव।

Image
    MLA अनिरुद्ध यादव व प्रसिद्ध यादव होंगे मुख्य वक्ता। 21 मई को फुलवारी शरीफ प्रखंड के  प्रखंडिये अम्बेडकर परिचर्चा  , कुरथौल , वनस्थलीय विद्यालय व रेल लाइन से पश्चिम  उमा मैरेज हॉल में होगा।में दिन के 11 बजे से शुरू होगा। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बख्तियारपुर विधायक अनिरुद्ध यादव व अम्बेडकर पर चिंतन करने वाले प्रसिद्ध यादव होंगे। इसके अलावे फुलवारी के अन्य विद्वानों के परिचर्चा सुनेंगे।अम्बेडकर की परिचर्चा क्यों ? आज देश में पाखंड,ढोंग,अंधविश्वास फिर से घर कर रहा है।धर्म के नाम पर आमजन को उल्लू बनाया जा रहा है। बिल्कुल ही सरल शब्दों में अम्बेडकर पर परिचर्चा होगी। न आप नीरस होंगे,न समझने में परेशानी होगी। खीर खाने से आदमी का जन्म होता है। पसीने से, नज़र मिलने से ,मुख से आदमी  जन्म लेता है।इन दिग्भ्रमित करने वाले कथाओं को विज्ञान की तुलनात्मक  रूप से परिचर्चा होगी ।और बहुत कुछ।इस परिचर्चा में अवश्य भाग लें। इसके बाद हर पंचायत में यह परिचर्चा होगी।

चीथड़ों में पलती गरीबी ! (कहानी )- प्रसिद्ध यादव।

Image
  भगमतिया  किसी तरह चिथड़ी कपड़ों से अपनी बदन  ढकी हुई थी। खाना बनाने के लिए जलावन चुन रही थी, सड़कों पर गाड़ियों की काफिला जा रही थी, नेता ,पुलिस, मीडिया ,भक्त,आमजन की रेला लगी हुई थी। मीडिया बाबा के एक एक शॉट ले रही थी, बिग ब्रेकिंग न्यूज़, एक्सक्लुसिव न्यूज़ न जाने कौन कौन सी हेड लाइन से न्यूज़ प्रसारित हो रहा था।भगमतिया ये सब ढ़ोंगलीला देख रही थी और हंस रही थी, शायद वो सदियों से गरीबी, जिल्लत जी जिंदगी उनके परिजन देखे थे और अब वो जी रही थी। मीडिया और राजनेताओं की नज़र इस भगमतिया पर जरूर पड़ी होगी ,लेकिन ये किसी ख़बर की हिस्सा नहीं थी। रहे भी कैसे ? इससे कौन भाग्य की पर्ची निकलती और कौन चमत्कार होता ?  भीड़ रिकॉर्ड कायम कर रही थी और लोगों में खुशी थी कि आजतक किसी राजनेता की रैली में भीड़ नहीं लगी होगी ।लोग पागल बने हुए थे बाबा के दर्शन के लिए ।बाबा ने हकीकत बात कहकर संबोधित किया, लोग झूम उठे। मिसाईल मैन अब्दुल कलाम पालीगंज में किसानों के बीच गये थे ,किसानों को वैज्ञानिक विधि से खेती करने के लिए बताने के लिए लेकिन उस समय कोई भीड़ नहीं थी और ना ही मीडिया का इतना जमावड़ा लगा था क्य...

बाबाओं के राजसी ठाठ ! -प्रसिद्ध यादव।

Image
   वेद प्रकाश, विकाश राज, प्रो लक्ष्मण यादव को सुनें। (तस्वीर में वेद प्रकाश के साथ प्रसिद्ध यादव।) बाबाओं के ठाठ को गौर से देखें तो ये किसी राजा महाराजा से कम ठाठ से नहीं रहते हैं। एक बाबा के ड्राइवर एमपी और आरती उतारने के लिए केंद्र सरकार के मंत्री लगे हुए थे।वे कभी अपने बाप दादा के आरती नहीं उतारे होंगे ।ऐसी घटनाओं को किस तरह से देखा जाये? एक विचारणीय प्रश्न है। लोकतंत्र की दुहाई देने वाले  कैसे बाबाओं के चरणों में नतमस्तक है?आश्चर्यचकित करता है। ढोंग आडम्बर के नाम पर धर्म को मिट्टी में मिलाने का काम किया जा रहा है। दो बजे रात को होटल के बाहर पर्ची दिखाने वाले की भीड़ लगी रही।इसमें अधिकांशतः बुद्धिजीवी, नुमाइंदे थे।ऐसे बाबाओं के ठाठ देखकर लगता है कि सबसे अच्छा यही धंधा है। बहुत लोग इस धंधे में कूदने का मन बना लिया है और जल्द ही 2024 तक आसपास में 10-20 बाबाओं का अवतरण हो जाएगा। मीडिया बाबा की खबरों को कितना कवरेज किया है, ये किसी से छुपी हुई नहीं है। वेद प्रकाश,विकास राज ,दस्तक प्रभात आदि कुछ मीडिया को छोड़ दें तो बाकी बाबा चालीसा ही पढ़ा है।अब किस खबरों को देखना पसंद करें...

नॉबतपुर में बाबा साहेब की मूर्ति तोड़ने वाले पर सख्त कार्यवाही हो !- प्रसिद्ध यादव।

Image
   जो पूरे दुनिया वाले के हृदय में बसे हुए हैं, उसे कुछ  गंदे नाले की कीड़े मकोड़े क्या बिगाड़ सकता है? अगर कोई अपने कोई अपने आप को बाहुबली समझता है तो रात के अंधेरे में चोर की तरह इनकी प्रतिमा को क्यों तोड़ा? दिन के उजाले में तोड़कर दिखाता।मुझे पूरा यकीन है कि अगर किसी ने इनकी प्रतिमा को हाथ लगाने की दुःसाहस भी किया तो हाथ तोड़ दिया जाएगा। नॉबतपुर प्रखंड के अदला पंचायत के सारसत गांव में ग्रामीणों ने चंदा कर के बाबा साहेब की प्रतिमा बनवाया था ताकि वहां के लोग इनके बारे में और संविधान के बारे में जाने। मूर्ति टूटने पर ग्रामीण फफक फफक कर रो रहे थे। संविधान को जानने का मतलब अपने अधिकार को जानना और ढोंग,अंधविश्वास से दूर रहना।यही बात धर्म के नशा खिलाने वाले को नागवार गुजरता है और बाबा साहेब का विरोध करता है।आदमी कैसे अपने अधिकारों के साथ, बिना भेदभाव मान सम्मान के साथ जिये ?यही बात इनके विचारों में है।अगर बाबा साहेब की प्रतिमा की जगह कोई देवी देवता की प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो जाती तो देखते कैसे कैसे ढोंगियों की ज़मीर जाती ? घर की इज्जत चली जाती! धर्म खतरे में पड़ जाता ,लेकिन बाबा साहेब...

बिहटा चीनी मील के 28 एकड़ से अधिक जमीन करीब 500 करोड़ के भू माफिया ने अंचल से मिलकर किया फर्जीवाड़ा !-प्रसिद्ध यादव।

Image
   सरकारी जमीन को भू माफिया द्वारा फर्जीवाड़ा करने में न देर लगती है, न कानून का भय होता है। अब किसी के व्यक्तिगत जमीन को अपना बताने में कौन डर और शर्म लगेगा। पटना जिला के  बिहटा अंचल के बिहटा चीनी मील की जमीन मौजा खेदलपुरा ,थाना संख्या -50 ,खाता संख्या 42,खेसरा संख्या 369/443 तथा खाता संख्या 12,खेसरा  संख्या 362 जो दर्जनों एकड़ मूल्यवान चीनी मील बिहटा की भूमि तत्कालीन अंचलाधिकारी, राजस्व कर्मचारियों तथा उनके दलाल मुंशी ने स्थानीय भू - माफियाओं के साठ गांठ से 28 .31 एकड़ जमीन की बाजार दर पर कीमत लगभग 3000000 रुपये कट्ठा है।इस तरह कुल 28.31 एकड़ भूमि की कीमत 500 करोड़ रुपये हो जाता है, जिसका फर्जीवाड़ा किया गया है।फर्जी भू माफिया द्वारा मौजा खेदलपुरा ,थाना संख्या -50 ,खाता संख्या 42,खेसरा संख्यामें जमीन विक्रय कर दिया गया है और बिहटा अंचलाधिकारी, राजस्व कर्मचारी द्वारा वर्ष 2021-22 में मोटेशन कर भूमि को रैयती कर दिया है जो गैर कानूनी है। जमीन के खेल में यहां के अंचलाधिकारी निलंबित भी हुए हैं। बिहटा आईआईटी, एनएसआईटी ,एयरपोर्ट, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, श्रमिक अस्पताल ,बाजार समिति,...