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Showing posts from July, 2025

राहुल गांधी: एक बहुमुखी व्यक्तित्व - क्या आप जानते हैं उनके ये हुनर?

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    जब कौन बनेगा करोड़पति में यह सवाल पूछा गया कि कौन से सांसद जापानी मार्शल आर्ट एकीडो में ब्लैक बेल्ट हैं, तो दुनिया ने राहुल गांधी के एक छिपे हुए टैलेंट को जाना। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सिर्फ एक पहलू है उनके बहुमुखी व्यक्तित्व का? राहुल गांधी कई ऐसे कौशल और योग्यताओं के धनी हैं जिनके बारे में आम जनता को कम ही जानकारी है। पप्पू कहकर उपहास उड़ाने वाले जरा शर्म करो। यहाँ हम राहुल गांधी के कुछ अतुलनीय गुणों और क्षमताओं पर प्रकाश डाल रहे हैं: शारीरिक दक्षता और खेल कौशल राहुल गांधी सिर्फ एक शौकीन नहीं, बल्कि कई शारीरिक गतिविधियों में प्रशिक्षित और प्रमाणित हैं: ब्लैक बेल्ट जुडो-कराटे और एकिडो: राहुल गांधी ने अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षकों से मार्शल आर्ट्स की गहन ट्रेनिंग ली है और वह जुडो-कराटे और एकिडो दोनों में ब्लैक बेल्ट धारक हैं। प्रमाणित गोताखोर: वह बिना ऑक्सीजन के 75 मीटर तक गहरा गोता लगा सकते हैं, जो उनकी अद्भुत अंडरवाटर स्विमिंग क्षमताओं को दर्शाता है। वह एक प्रमाणित गोताखोर हैं। पर्वतारोहण: उन्होंने पर्वतारोहण के पाठ्यक्रम भी पूरे किए हैं, जो पहाड़ों में उनकी दक्षता को प...

भर्तृहरि के 'शतकत्रयी' (श्रृंगार शतक, नीति शतक और वैराग्य शतक) उनके जीवन के अनुभवों का सार हैं।

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      इनमें से श्रृंगार शतक और वैराग्य शतक, यद्यपि एक ही कवि द्वारा रचित हैं, पर विषय-वस्तु और दृष्टिकोण में एक-दूसरे के विपरीत प्रतीत होते हैं, जो भर्तृहरि के जीवन के दो भिन्न आयामों को दर्शाते हैं। यहाँ इन दोनों का तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत है: 1. विषय-वस्तु: श्रृंगार शतक: यह प्रेम, सौंदर्य, यौवन और कामुकता पर केंद्रित है। इसमें स्त्रियों के रूप, हावभाव, कटाक्ष और उनके आकर्षण का विस्तृत और मार्मिक वर्णन मिलता है। भर्तृहरि ने नवयौवन के समय रसिकों के लिए स्त्री के प्रेमपूर्ण मुख को सर्वोत्तम दर्शनीय वस्तु बताया है। यह सांसारिक भोगों और कामनाओं के प्रति मानवीय आकर्षण को दर्शाता है। इसमें प्रेम के सुख और पीड़ा दोनों पक्षों को उजागर किया गया है। इसमें सांसारिक भोग और वैराग्य के बीच अनिश्चय की मनोवृत्ति का चित्रण हुआ है। वैराग्य शतक: यह वैराग्य, संसार की नश्वरता, तृष्णा की निंदा और संतोष के महत्व पर केंद्रित है। इसमें सांसारिक आकर्षणों, भोगों और मोह-माया के प्रति उदासीनता का चित्रण है। भर्तृहरि ने भोगों को न भोगने की बात कही है, बल्कि यह बताया है कि भोग ही हमें भोग लेते ...

फुलवारी शरीफ के मैनपुर अंदा पंचायत के बाबूचक स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय जलजमाव से बेहाल!

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  फुलवारी शरीफ, [2 जुलाई, 2025]: फुलवारी शरीफ प्रखंड के मैनपुर अंदा पंचायत के बाबूचक स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय भारी जलजमाव के कारण बदहाली का शिकार है। मानसून की पहली बारिश में ही विद्यालय परिसर तालाब में तब्दील हो गया है, जिससे छात्रों और शिक्षकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि उन्होंने इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया, यहां तक कि मनरेगा के तहत मिट्टी भराई का काम कराने का भी अनुरोध किया, लेकिन सभी ने हाथ खड़े कर दिए।  प्रसिद्ध यादव ने बताया कि विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, स्थानीय विधायक गोपाल रविदास का रवैया भी इस मामले में उदासीन है। हैरानी की बात यह है कि प्रबंधन समिति का अभी तक पूर्ण रूप से गठन भी नहीं हुआ है और न ही कोई बैठक आयोजित की जाती है, जिससे विद्यालय की समस्याओं पर चर्चा हो सके। प्रधानाध्यापक ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "बच्चे किस तरह विद्यालय में आ जा रहे हैं, वही जाने। यह हाल अभी मानसून की पहली बरसात में है। अगर पूरी बरसात हो तो क्या हश्र होगा?"...